सूर्य का मकर राशि में गोचर 2021
By: Future Point | 12-Jan-2021
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सूर्य आत्मा और आरोग्यता का कारक ग्रह है। सूर्य बलवान हो तो सरकार से अच्छे लाभ की प्राप्ति होती है। सूर्य सरकारी पद का प्रतिनिधित्व करता है। व्यक्ति को सिद्धांतवादी बनाता है। कुंडली में सूर्य के मुताविक जीवन में शक्ति होती है। सूर्य आद्यात्मिक विद्या, अग्नि एवं तेज है। किसी की अधीनता स्वीकार नहीं करता। वह आदेश देता है अपने महत्व और मर्यादा को समझता है।
कोई भी निर्णय सोच-विचार कर ही लेता है। सूर्य नैतृत्व और प्रभुत्व के भाव को दर्शाता है, इसलिए यह उन लोगों से जुड़ा हुआ हो सकता है, जो उच्च अधिकारी, नेता, प्रतिष्ठित व्यक्ति हों। सूर्य से सरकारी नौकरी, सरकारी सेवा, उच्चस्तरीय प्रशासनिक सेवा, राजनीती पिता का व्यवसाय, लीडरशिप, फाइनैंसर, चिकित्सक, दवाइयों से सम्बंधित मैनेजमेंट, बिमा एजेंट, कुंडली में सारे ग्रह कमजोर हों केवल सूर्य मजबूत हो तो भी जातक अपने आत्मबल से सब कुछ पा लेता है।
लेकिन सूर्य के कमजोर होने पर जातक का आत्मबल कमजोर पड़ जाता है। और उसे विभिन्न प्रकार के शारीरिक कष्ट परेशान करने लगते हैं। समाज में उच्च पदस्थ नौकरी पाने अथवा मान-सम्मान प्राप्ति के लिए भी सूर्य का अच्छी स्थिति में होना आवश्यक है।
सूर्य सिंह राशि का स्वामी है मेष में उच्च का तथा तुला राशि में नीच का होता है। सूर्य को क्रूर ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। साथ ही सूर्य को काल पुरुष की आत्मा माना गया है। यह अग्नि तत्व का, पूर्व दिशा का स्वामी तथा लाल रंग का द्योतक है।
सूर्य मानव शरीर में हड्डियों पर अधिकार रखता है तथा पित्तकारक होता है। यह मनुष्य को आत्मबल देता है और इसे आरोग्य का कारक भी माना जाता है। चंद्र, मंगल और बृहस्पति सूर्य के मित्र माने जाते हैं। बुध ग्रह सूर्य के लिए सम है तथा शुक्र और शनि को सूर्य का शत्रु माना जाता है।
मकर राशि में प्रवेश के साथ ही सूर्य देव उत्तरायण हो जाते हैं और इसी दिन से शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है। इस दिन को सम्पूर्ण भारतवर्ष में मकर संक्रांति के पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। तमिलनाडु राज्य में सूर्य का मकर राशि में गोचर पोंगल के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। वहीं राजस्थान और गुजरात में इसे उत्तरायण के नाम से जाना जाता है। इस बार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी 2021 को प्रातः काल 08 बजकर 15 मिनट पर होगा।
मेष राशि (Aries)
मेष राशि वालों के लिए सूर्यदेव पांचवें भाव के स्वामी होकर दशवें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपके पिता के व्यवसाय में लाभ होगा। स्वास्थ्य एवं धन का लाभ होगा। सरकारी क्षेत्रों से जुड़े लोगों के मान-सम्मान में वृद्धि होगी। उच्च पदाधिकारियों एवं समाज में प्रतिष्ठित लोगों से संबंध बनेंगे तथा इनके द्वारा लाभ की प्राप्ति होगी। इस समय सूर्य की अन्य तीन ग्रहों के साथ युति होगी, जिसके चलते आपके सीखने की क्षमता का विकास होगा।
इसकी मदद से आप, अपने हर कार्य को पूरा करने में सक्षम होंगे। यह समयावधि आपको अपने कार्यस्थल पर आगे बढ़ने के लिए, कई बेहतर अवसर देने का कार्य करेगी। विभागीय परीक्षा में सफलता की प्राप्ति होगी तथा पदोन्नति का अवसर मिलेगा। विद्या के प्रभाव से राजकीय क्षेत्र में मान-सम्मान की प्राप्ति और यश में वृद्धि होगी।
उपायः- लाल चन्दन को घिस कर स्नान के जल में मिलाएँ और उसी जल से स्नान करें।
वृषभ राशि (Taurus)
सूर्य आपके चौथे भाव का स्वामी है, और इस गोचर के दौरान वो आपके नवमें भाव में गोचर करेंगे। इस समय आप अपने पराक्रम के दम पर कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करोगे, छोटे भाई बहन का का सहयोग व भूमि वाहनादि का सुख प्राप्त होगा।
लेकिन माता को कुछ शारीरिक कष्ट हो सकता है, इस दौरान आपका अपने जीवन साथी या प्रेमी से विवाद संभव है। इसलिए खुद को शांत रखते हुए, हर परिस्थिति को सुलझाने का प्रयास करें, अन्यथा बात बढ़ सकती है। यदि बात आर्थिक जीवन की करें तो समय ठीक-ठाक ही रहेगा। इस दौरान धन का आदान-प्रदान होगा।
आप अपने धन की बचत के लिए किसी योजना में निवेश करने का फैसला भी ले सकते हैं। क्योंकि इस गोचर के दौरान आपके खर्चे अधिक होंगे। ऐसे में आपको शुरुआत से ही अपने धन को संचय करने की जरूरत होगी।
उपायः- सुख शांति एवं समृद्धि के लिए “रुद्राभिषेक“ करवाएं।
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर करेंगे। आर्थिक जीवन में आपको शुरुआत से ही, आर्थिक तंगी से दो-चार होना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में अपने ख़र्चों पर नियंत्रण रखना इस महीने आपके लिए एकमात्र विकल्प रहेगा।
नेत्र विकार से कष्ट हो सकता है। शरीर में पीड़ा का आभास होगा। जीवनसाथी को भी शारीरिक कष्ट हो सकता है। मन में अशांति एवं निराशा का प्रभाव देखने को मिलेगा। परिश्रम के द्वारा ही कार्य में सफलता की प्राप्ति होगी।
इस दौरान आपके स्वभाव में कुछ चिड़चिड़ापन दिखाई देगा, और आप न चाहते हुए भी दूसरों को आहत कर देंगे। शादीशुदा जातकों का अपने ससुराल पक्ष से विवाद संभव है, जिसका प्रभाव आपके दांपत्य जीवन पर भी पड़ेगा। इसलिए जो भी बात करें सोच-समझकर ही करें।
उपाय:- गणेश जी का पूजन करें व उन्हें दूर्वा अर्पण करें।
नित्य सूर्योदय से पहले उठें और सूर्यदेव को नमस्कार करें।
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे। दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां देखने को मिलेंगी। जीवन साथी को शारीरिक कष्ट भी हो सकता है। बार-बार यात्रा करनी पड़ेगी या यात्रा कष्टकारी रहेगी।
सामाजिक मान-सम्मान में कुछ हानि हो सकती है, जिसके कारण मन में क्लेश का अनुभव होगा। सिर दर्द एवं शरीर में पीड़ा के कारण शारीरिक कष्ट हो सकता है। राजकीय क्षेत्र में मनोनुकूल सफलता की प्राप्ति न होने के कारण मन अशांत रहेगा।
आर्थिक रूप से आपके ख़र्चों में वृद्धि होगी। पारिवारिक जीवन में भी परिवार के किसी सदस्य के साथ, कानूनी विवाद में फंसकर आपको अपना धन खर्च करना पड़ेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको नेत्र संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय:- शुभ फलों की प्राप्ति के लिए गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करें।
सिंह राशि (Leo)
सूर्य आपकी राशि का स्वामी है और गोचर की इस अवधि में आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। इस समय आप अपने लक्ष्य के प्रति अधिक मेहनत और लगन के साथ कार्य करते दिखाई देंगे। राजकीय क्षेत्र से भी लाभ होगा।
सरकारी नौकरी हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों को अच्छी सफलता प्राप्त होगी। आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे और कोर्ट कचहरी जैसे मामलों में आपको सफलता प्राप्त होगी।
नौकरी में पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे लेकिन उसके लिए आपको कठिन परिश्रम भी करना होगा और अपने आप को सिद्ध करना होगा। दूसरी और आपके खर्चों में भी वृद्धि हो सकती है जिस पर ध्यान देना आपके लिए आवश्यक होगा।
उपायः- सूर्य के होरा के दौरान सूर्य मंत्र का रोजाना जप करना फायदेमंद रहेगा।
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कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी ही राशि से पांचवें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान व्यय की अधिकता रहेगी। जिस कारण मन अशांत रहेगा। विद्यार्थियों के लिए यह समय उत्तम नहीं है, विद्या में रुकावट आ सकती है। मन में सदैव दुविधा की स्थिति रहेगी। संतान से मतभेद रहेगा तथा विद्या के प्रभाव में कमी का आभास होगा।
शारीरिक एवं मानसिक शक्ति में कमी महसूस होगी। राजकीय कर्मचारियों या उच्च पदाधिकारियों से वाद विवाद होने के कारण धन की हानि हो सकती है। यात्रा के कारण हानि हो सकती है। स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको पेट से संबंधित समस्याएं, जैसे: गैस, एसिडिटी, आदि का सामना करना पड़ सकता है।
उपायः- भगवान सूर्य देव के मंत्र “ॐ घृणि सूर्याय नमः’’ का जाप करना हितकर होगा।
तुला राशि (Libra)
तुला राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर अवधि के समय आपके पारिवारिक जीवन में कुछ शांति का वातावरण रहेगा। आपकी माताजी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है तथा घर में स्वयं को सबसे ऊपर सिद्ध करने की आपकी प्रवृत्ति के कारण लड़ाई झगड़ा हो सकता है।
सुख-समृद्धि में कमी का आभास होगा। भूमि से संबंधित कोई समस्या भी उत्पन्न हो सकती है। कार्य में मनोनुकूल सफलता की प्राप्ति नहीं होगी। ज्वर आदि से पिता को भी शारीरिक कष्ट हो सकता है।
यात्रा में असुविधा होगी अर्थात यात्रा कष्टदायी रहेगी। समाज में मान-सम्मान की हानि होने की संभावना बनी रहेगी। आर्थिक रूप से देखा जाये तो यह समय आपके लिए सामान्य से कुछ बेहतर रहेगा।
उपायः- आपको प्रतिदिन श्रद्धा पूर्वक भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपको अपने प्रयासों के उचित परिणाम प्राप्त होंगे। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी।
लेकिन आपके भाई बहनों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। तथा कोई पुराना रोग अगर अभी भी चल रहा है तो उससे निजात मिलेगी। अपनी मित्र मंडली में आप की प्रशंसा होगी तथा संतान के माध्यम से लाभ और सुख की प्राप्ति होगी।
सरकारी कार्य में मनोनुकूल सफलता की प्राप्ति होगी। समाज में सम्मानित व्यक्तियों से संबंध स्थापित होंगे तथा मान सम्मान की प्राप्ति होगी। पिता के व्यवसाय से लाभ होगा। विभागीय पदोन्नति का अवसर प्राप्त होगा। धार्मिक कार्य में रुचि बढ़ेगी।
उपायः- आदित्य हृदय स्तोत्र का नियमित पाठ करें।
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धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि वालों के लिए सूर्यदेव नवमें भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान कुटुंब में मतभेद की स्थिति रह सकती है, और आप अनावश्यक वाद-विवाद में भी पड़ कर परेशान हो सकते हैं, इसलिए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें। बिजनेस में आर्थिक लाभ हो सकते हैं, और घर में किसी नए मेहमान का आगमन भी हो सकता है।
नेत्र विकार से कष्ट हो सकता है। व्यवसाय एवं संचित धन हानि का भय सदैव मन को व्यथित करता रहेगा। हालांकि ये समय विद्यार्थियों के लिए ख़ासा शुभ रहेगा। वो अपनी शिक्षा के प्रति पहले से अधिक केंद्रित दिखाई देंगे। स्वास्थ्य जीवन में, आपको सर दर्द, नेत्र या पेट संबंधित परेशानी हो सकती है। ऐसे में अपनी सेहत के प्रति, शुरुआत से ही सावधानी बरतें।
उपाय:- प्रतिदिन हरिवंश पुराण का पाठ करें और भगवान विष्णु की आराधना करें।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी ही राशि में गोचर करेंगे। इस समय आपको प्रतिकूल फलों की प्राप्ति होगी। कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। बिना किसी उद्देश्य की यात्रा करनी पड़ सकती हैं जिसके कारण संचित धन में हानि होगी तथा शारीरिक कष्ट सहन करना पड़ेगा।
कार्यस्थल पर आ रहे विपरीत परिवर्तन और बदलाव आपके स्वभाव में आक्रामकता ला सकते हैं। इसका आपके निजी जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। जिसके कारण आपके परिवार और जीवन साथी के साथ आपके रिश्तों में तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
इस गोचर के दौरान आप को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि आपको पेट संबंधित रोग, बुखार आदि होने की संभावना रहेगी और इस दौरान आपकी मानसिक चिंताएं बढ़ सकती हैं। सिर में दर्द एवं हड्डी से संबंधित रोग से शारीरिक कष्ट हो सकता है। नेत्र विकार से भी कष्ट हो सकता है।
उपायः- अपने पिता का सम्मान करें और प्रातः काल जल्दी उठने की आदत डालें।
कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करेंगे। इस समय व्यय की अधिकता आपको परेशानी में डाल सकती है। प्रत्येक कार्य में सफलता पाने के लिये आपको अधिक प्रयत्न करने होंगे। इस समय आपके खर्चे अधिक बढ़ सकते हैं। अधिकांश खर्चे पारिवारिक होंगे।
अधिक खर्चे तथा कार्य में लगातार आती बाधायें आपको परेशान कर सकती है। अपनी बहुमूल्य वस्तु का ध्यान रखें चोरी या खोने का भय बन सकता है। बिज़नेस से जुड़े लोगों को कामकाज के सिल-सिले में किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है। इससे आपको परेशानी तो होगी ही लेकिन भविष्य में आपको लाभ भी मिलेगा। इस समय छात्र भी अपनी शिक्षा से खुद को भ्रमित महसूस कर सकते हैं।
उपायः- ब्राह्मण अथवा गरीब व्यक्ति को गुड़ की खीर खिलाएं।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। नौकरी करने वाले लोगों को वेतन में वृद्धि होने से अत्यंत प्रसन्नता हो सकती है। पुराने समय से अटके हुए कार्य पूर्ण होंगे।
आपकी योजनाओं को गति मिलेगी। इस समय धन एवं व्यापार दोनों में वृद्धि होगी, व्यावसायिक प्रतिद्वंदियों पर भी आप हावि रह सकते हैं। कार्य क्षेत्र में यदि आप सरकारी पद पर कार्यरत हैं तो इस दौरान आपको उच्च अधिकारियों से विशेष लाभ मिल सकता है।
काम काज को लेकर आप इस समय सजग रहेंगे जिसके फलस्वरूप कार्य क्षेत्र में आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और आपकी आय में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है। छात्रों को इस गोचरकाल के दौरान अपने शिक्षकों और बड़ों का समर्थन प्राप्त होगा। जिससे उन्हें शिक्षा में अपना प्रदर्शन बेहतर करने में मदद मिलेगी।
उपायः- रविवार के दिन लाल चन्दन मिले हुए जल से सूर्य देव को अर्घ्य दें।