सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा 2022 - इस दिवाली भाग्यशाली बनें !
By: Future Point | 19-Oct-2022
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दिवाली देश का सबसे बड़ा त्योहार है, जिसे सभी जाति और धर्म के लोग बड़े चाव से मनाते हैं। 2022 में दिवाली पर सूर्य ग्रहण लगेगा जो कि शुभ संकेत नहीं है। सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा हमें सूर्य ग्रहण के हानिकारक प्रभावों को दूर करने में मदद कर सकती है। हम दिवाली पर धन और समृद्धि की कामना के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं, लेकिन सूर्य ग्रहण इसमें बाधा डाल सकता है। सूर्य ग्रहण मंगलवार, 25 अक्टूबर कार्तिक के महीने में होगा। इस समय चन्द्रमा स्वाति नक्षत्र और सूर्य तुला राशि में केतु के साथ होंगे।
जिन लोगों की कुंडली में पहले से ग्रहण योग है उनके लिए यह ग्रहण और भी अधिक हानिकारक है। जिन लोगों की जन्म कुंडली में सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण योग है उन्हें इस अवसर पर सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा अवश्य ही करनी चाहिए। हालांकि, सूर्य ग्रहण दोष शान्ति पूजा सभी के लिए फायदेमंद है और यह जीवन में सूर्य ग्रहण दोष के प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने में मदद करती है। सूतक काल मंगलवार को प्रातः 04:23 बजे से प्रारंभ होगा।
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सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा
सूर्य ग्रहण दोष निवारण पूजा हमें जीवन में सफलता, नाम और प्रसिद्धि प्राप्त करने में सहायक है। यह पूजा बाधाओं और दुर्भाग्य को दूर करने के साथ-साथ मानसिक तनाव और रूपए-पैसे से सम्बंधित परेशानियों को दूर करती है।
इस ग्रहण या ग्रहण काल में मंत्र जाप अत्यधिक प्रभावी माना गया है। इस दौरान मंत्र जाप सूर्य ग्रहण के हानिकारक प्रभावों से रक्षा करते हुए लाभकारी प्रभाव देता है। नदी तट पर नामजप करना अधिक लाभदायक होता है। नहीं तो मंत्र जाप घर में भी कर सकते हैं।
पूर्ण सूर्य ग्रहण दोष - जब कुंडली में ग्रह सूर्य और राहू एक ही घर में हों, या वे एक दूसरे पर एक दृष्टि डाल रहे हों, तो व्यक्ति की कुंडली में पूर्ण सूर्य ग्रहण दोष होता है।
आंशिक सूर्य ग्रहण दोष - जब कुंडली में ग्रह सूर्य और केतु एक ही घर में हों या एक दूसरे पर एक दृष्टि डाल रहे हों, तो व्यक्ति की कुंडली में आंशिक सूर्य ग्रहण दोष होता है। दोनों ही मामलों में सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा आवश्यक है।
जिन लोगों की कुंडली में जन्म से ही सूर्य ग्रहण योग बना हुआ है उन्हें लाल चंदन की माला से जाप करना चाहिए। बुजुर्गों और बच्चों के लिए सूतक 25 अक्टूबर की दोपहर 1:23 बजे से शुरू होगा।
सूर्य मंत्र - "ॐ घृणी सूर्याय नमः" (मंत्र जप - 7000 बार)
मंत्र का जाप आवश्यक संख्या में करना आमतौर पर संभव नहीं हो पाता इसीलिए सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा करवा कर इसका लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
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जन्म कुंडली में ग्रहण दोष
ज्योतिष में, ग्रहण दोष किसी व्यक्ति की कुंडली में अत्यधिक अशुभ या नकारात्मक योग माना गया है। व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में विफलता व परेशानियों का सामना करता है। उसके जीवन में कहीं भी शांति नहीं होती है। यह दोष व्यक्ति के जीवन को कष्टमय बना देता है।
व्यक्ति का आर्थिक विकास नहीं होता और उसे जीवन में छोटी से छोटी चीज के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। यह दोष आयु में भी बाधा देता है। पिता को भी जीवन में कई दुखों से गुजरना पड़ता है। यदि कोई व्यक्ति सूर्य या चंद्र ग्रहण पर जन्म लेता है, तो उसकी कुंडली में ग्रहण दोष होता है। यही समय है जब राहु या केतु एक ही घर में सूर्य के साथ आते हैं। सूर्य ग्रहण दोष जीवन में बाधाएं, दुख, असफलता और समस्याएं लाता है।
व्यक्ति दुर्भाग्य, खराब स्वास्थ्य और बदनामी को आकर्षित करता है और उसे कोई सम्मान नहीं मिलता है। एक महिला को संतान प्राप्ति में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए, फ्यूचर पॉइंट ऑनलाइन सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा सेवाएं प्रदान करता है।
ग्रहण दोष निवारण पूजा व्यक्ति के लिए आत्मविश्वास, प्रसिद्धि, सफलता, शक्ति, धन-समृद्धि, मानसिक शांति और खुशी लाती है।
सूर्य ग्रहण के समय सावधानियां
हिंदू ग्रंथ सूर्य ग्रहण या ग्रहण के समय खाने, पीने या कुछ भी करने से बचने की सलाह देते हैं। यह समय आमतौर पर जाप और धार्मिक गतिविधियों को करने के लिए होता है। ग्रहण का घर में रखें अनाज या खाद्य पदार्थों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ग्रहण के समय खाने के बर्तनों में तुलसी के पत्ते डालकर उन्हें दुष्प्रभावों से बचाया जा सकता है। ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद स्नान करना चाहिए। ग्रहण के समय, मंदिर के पाट भी बंद रखने चाहिए।
- चाकू या कैंची का प्रयोग न करें
- पत्ते या फूल न तोड़ें
- कपड़े या बाल न धोएं
- अपने दाँत ब्रश न करें
- खाना या पीना नहीं चाहिए
- अशिष्टता से बात न करें
- यात्रा न करें
- सोना नहीं चाहिए
गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सावधानियां
- घर से बाहर न जाएं और ग्रहण को देखने से बचें।
- चाकू, सुई, कैंची आदि नुकीली चीजों का प्रयोग न करें।
- ग्रहण के समय न सोएं, क्योंकि इससे शिशु को नुकसान हो सकता है।
सूर्य ग्रहण दोष शांति पूजा के लाभ
- तनाव, बाधाओं और दुर्भाग्य से बचाव।
- पूजा आत्मविश्वास, शक्ति, समृद्धि और खुशी देती है।
- व्यवसाय में सफलता व लाभ।
- व्यक्तिगत संबंधों में शांति और गृह क्लेश से बचाव
- यह जीवन में सफलता, प्रसिद्धि और सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। यह नकारात्मकता और बुरी नजर को भी दूर करने में मडाड करती है।
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सूर्य ग्रहण के लिए दान
पूजा के अनुष्ठानों के वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए, गरीब लोगों, जानवरों और पक्षियों के लिए दान करना आवश्यक है। हिंदू शास्त्रों में सत्कर्म करने के लिए कहा गया है, जहां एक व्यक्ति को कुछ वस्तुओं को गरीब लोगों को दान करना चाहिए, कुछ मंदिर में अर्पित करना चाहिए, और कुछ वस्तुओं को पशु और पक्षियों को अर्पित करना चाहिए। दान के रूप में किया गया सत्कर्म, पूजा अनुष्ठान की शक्ति को बढ़ाता है और जातक के लिए अनुकूल परिणाम लाता है। दान की वस्तुओं में भोजन, कपड़े, धन, धातु, रत्न आदि शामिल होते हैं।
फ्यूचर पॉइंट द्वारा ऑनलाइन सूर्य ग्रहण शांति पूजा सुनिश्चित करती है-
- पूजा करने के उद्देश्य को निर्दिष्ट करने के लिए पूजा के लिए संकल्प ठीक से लिया जाता है।
- पूजा उच्च योग्य व सिद्ध पंडितों द्वारा की जाती है।
- भक्त को पूजा की वीडियो रिकॉर्डिंग मिलती है।
- भक्त ऑनलाइन माध्यमों या व्हाट्सएप का उपयोग करके जुड़ सकता है।
- मंत्र जाप और किए गए यज्ञ की वीडियो क्लिपिंग भक्त को भेजी जाएगी।
फ्यूचर पॉइंट द्वारा प्रदान की जाने वाली पूजा सेवाओं में, पुजारी पूजा शुरू करने से पहले एक संकल्प लेते हैं। एक बार संकल्प लेने के बाद पुजारी बताई गई निश्चित संख्या में जाप करते हैं। इस प्रकार सभी पूजा अनुष्ठानों में निश्चितता और सच्चाई है। पूजा के पूर्ण होते ही व्यक्ति को उसका सकारात्मक प्रभाव प्राप्त होता है।
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अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए फ्यूचर पॉइंट के साथ अपना सूर्य ग्रहण शांति दोष पूजा अभी बुक करें। पूजा, जैसा कि सबसे प्रामाणिक और वास्तविक रूप से किया जाता है, जीवन में सुख, विकास और समृद्धि लाती है। केवल फ्यूचर प्वाइंट से ही ग्रहों को सही तरीके से प्रसन्न करके आत्मविश्वास, स्वास्थ्य, नाम-प्रसिद्धि और जीवन में समृद्धि प्राप्त करें। आपकी कुंडली में सूर्य ग्रहण आपकी विफलता और दुखों का प्रमुख कारण हो सकता है। कुंडली में ग्रहण योग को सुधारकर, बाधाओं और आर्थिक परेशानियों को दूर करें। सूर्य सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है, और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए इसे मजबूत करना चाहिए। इस दिवाली, सही अर्थ में भाग्यशाली बनें।
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