शुक्र का सिंह राशि में परिवर्तन - जानिए किन राशियों की बदलने वाली है किस्मत
By: Future Point | 14-Mar-2020
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भारतीय ज्योतिष में शुक्र ग्रह को मुख्य रूप से भौतिक सुख, ऐश्वर्य और पत्नी का कारक माना गया है, यह विवाह का कारक ग्रह है, पति- पत्नी का सुख देखने के लिए कुंडली में शुक्र की स्थिति को विशेष रुप से देखा जाता है, शुक्र को सुंदरता, प्रेम संबन्ध, सजावट, ऐश्वर्य तथा कला के साथ जुड़े क्षेत्रों का अधिपति माना जाता है| रंगमंच, चित्रकार, नृत्य कला तथा फैशन भोग-विलास से संबंधित वस्तुओं को शुक्र से जोडा़ जाता है, कुंडली में शुक्र की प्रबल स्थिति जातक को शारीरिक रूप से सुंदर और आकर्षक बनाती है, शुक्र के प्रबल प्रभाव से महिलाएं अति आकर्षक होती हैं, शुक्र के जातक आम तौर पर फैशन जगत, सिनेमा जगत तथा ऐसे ही अन्य क्षेत्रों में सफल होते हैं, शुक्र शारीरिक सुखों के भी कारक हैं प्रेम संबंधों में शुक्र की महत्वपूर्ण भूमिका होती है| शुक्र का प्रबल प्रभाव जातक को रसिक बनाता है शरीर के अंगों में शुक्र जननांगों के कारक होते हैं तथा महिलाओं के शरीर में शुक्र प्रजनन प्रणाली का प्रतिनिधित्व करते हैं| स्त्रियों की कुंडली में शुक्र पर बुरे ग्रह का प्रभाव होने पर उनकी प्रजनन क्षमता पर विपरीत प्रभाव डालता है, शुक्र पर बुरे ग्रहों का प्रभाव जातक के वैवाहिक जीवन एवं प्रेम संबंधों में समस्याएं उत्पन्न कर सकता है, कुंडली में शुक्र पर राहु का प्रभाव जातक को वासनाओं से भर देता है,
शनि व बुध शुक्र के मित्र ग्रहों में आते है. शुक्र ग्रह के शत्रुओं में सूर्य व चन्द्रमा है. शुक्र के साथ गुरु व मंगल सम सम्बन्ध रखते हैं, शुक्र वृ्षभ व तुला राशि के स्वामी हैं, शुक्र तुला राशि में 0 अंश से 15 अंश के मध्य होने पर मूलत्रिकोण राशिस्थ होता है, और मीन राशि के 27अंश पर परमोच्च तथा कन्या राशि के 27अंश पर परमनीच के होते हैं। ऐश्वर्य का कारक ग्रह शुक्र का परिवर्तन 28 सितम्बर 2020 को कर्क राशि से सिंह राशि में होने जा रहा है। शुक्र का यह राशि गोचर सोमवार को रात 01 बजकर 02 मिनट पर होगा। जिसके बाद शुक्र 23 अक्तूबर 2020 तक इसी राशि में रहेंगे।
मेष राशि (Aries)
शुक्र का गोचर आपकी राशि से पांचवें भाव में होगा। ज्योतिष शास्त्र में इस भाव से संतान, बुद्धि, विद्या आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त होगी, धनलाभ के योग बन रहे हैं, आपके अंदर की कला लोगों के सामने आ सकती है। नौकरी करने वाले लोगों को इस दौरान कमाई के नये साधन मिल सकते हैं। इस समय अब्धि में संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है| शिक्षा के क्षेत्र में आपका प्रदर्शन काफी अच्छा रहेगा, और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी| अविवाहित प्रेमी जातकों के लिए समय अच्छा रहेगा, इस दौरान आप अपने प्रेमी के साथ अधिक से अधिक समय बिताना पसंद करेंगे, और रोमांटिक मूड में रहेंगे| शादीशुदा जातकों की मैरिड लाइफ भी अच्छी रहेगी| आर्थिक दृष्टि से हालात अच्छे बने रहने की उम्मीद है|
उपाय-
- नियमित रूप से दुर्गा चालीसा या लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें।
- सफेद चंदन से भगवान शिव की आराधना करें।
वृषभ राशि (Taurus)
शुक्र का गोचर आपकी राशि से चौथे भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक की माता और सुख-सुविधाओं का विचार किया जाता है। शुक्र का इस भाव में दिग्बली होकर बैठना जातक की सुख-सुविधाओं में वृद्धि करने वाला होगा। यहाँ बैठे शुक्र अपनी पूर्ण दृष्टि से कर्म स्थान को दृष्ट कर रहे हैं, जिस कारण इस राशि के जातक कार्यक्षेत्र में अद्भुत सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान आपकी माताजी का स्वास्थ्य भी अनुकूल रहेगा, घर में सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी, परिवार के लोगों में एक-दूसरे के प्रति प्रेम की भावना बढ़ेगी जिससे पारिवारिक तालमेल बेहतर बनेगा| नए वाहन की खरीदारी के लिए भी समय अनुकूल है| पारिवारिक जीवन काफी बेहतर रहेगा, जीवनसाथी के साथ अच्छा वक्त बिताने का मौका इस अवधि में आपको मिल सकता है। छात्रों के लिए यह समय अनुकूल रहने वाला है|
उपाय-
- शुक्रवार को मां दुर्गा की आराधना के बाद स्फटिक की माला से नवार्ण मन्त्र का जाप करें।
- किसी पुजारी की पत्नी को चांदी, चावल, दूध, दही, श्वेत चंदन, सफेद वस्त्र तथा सुगंधित पदार्थ दान करें।
मिथुन राशि (Gemini)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक के पराक्रम, धैर्य,और छोटे भाई-बहनों का विचार किया जाता है। कार्यक्षेत्र में किसी भी प्रकार के वाद-विवाद से स्वयं को दूर रखें। इस दौरान आपको बिजनेस से सम्बंधित कुछ छोटी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। यात्रा के दौरान कुछ रचनात्मक लोगों से आपकी मुलाक़ात हो सकती है जिससे आपको कुछ नए अनुभव प्राप्त होंगे, और व्यवसाय में लाभ प्राप्त होंगे, इस समय आप निडरता से अपनी बातों को रखेंगे। साथ ही आपके व्यक्तित्व का भी विकास होगा और आपके अंदर आत्म-विश्वास बढ़ेगा। इस दौरान शुक्र की भाग्य भाव पर दृष्टि होने के कारण आपके भाग्य में वृद्धि होगी, और आपके रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे| इस राशि के कुछ जातक इस दौरान अपने लव पार्टनर से शादी के बंधन में भी बंध सकते हैं।
उपाय-
- अच्छे फलों की प्राप्ति के लिए चार मुखी रुद्राक्ष धारण करें|
- गाय की पूजा करें व उन्हें हरा चारा खिलाएं।
कर्क राशि (Cancer)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से दूसरे भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक के कुटुंब, धन-धान्य, और वाणी का विचार किया जाता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपकी योग्यता सबके सामने निखर कर आएगी , आपकी संवाद क्षमता बेहतर होगी| जिस कारण आपको अपने कार्यक्षेत्र में कई प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे| इस दौरान आपको परिवार में भाई-बहन का पूरा सहयोग प्राप्त होगा| आर्थिक रूप से मदद भी कर सकते हैं| आर्थिक पक्ष को लेकर कोई रुकी हुई योजना पुनः प्रारंभ हो सकती है। प्रॉपर्टी से भी फायदा संभव है। दाम्पत्य जीवन के लिए समय बेहतर है, विवाह के बंधन में बंध चुके इस राशि के जातकों को इस दौरान अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए। छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
उपाय-
- भगवान शिव की पूजा करें और उनका दूध से अभिषेक करें।
- चांदी का बना कोई उपहार अपनी मां को शुक्रवार के दिन भेंट करें।
सिंह राशि (Leo)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि अर्थात लग्न भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक के रूप रंग, स्वभाव, व्यक्तित्व आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति हो सकती है। यदि कोई वाहन खरीदना चाहते हैं, तो इस समय आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है। नौकरी के लिए समय अच्छा है, व्यवसायी वर्ग के लोगों को अचानक धन लाभ भी हो सकता है| कार्यक्षेत्र में आपके वरिष्ठ अधिकारी आपके काम से खुश होकर आपके लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं। घर-परिवार में कोई समारोह हो सकता है या फिर किसी नए मेहमान का आगमन भी संभव है। घर में परिजनों के बीच सामंजस्य का वातावरण देखने को मिल सकता है, शादीशुदा ज़िंदगी में सुधार आएगा हालांकि थोड़े बहुत झगड़े संभव हैं इसलिए कुछ ऐसा न करें जिससे बात आगे बढ़े। वहीं प्रेम जीवन में साथी आपकी ओर अधिक आकर्षित होगा।
उपाय-
- प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य प्रदान करें|
- आदित्य ह्रदयस्त्रोत का पाठ करना शुभ फलदायक रहेगा|
कन्या राशि (Virgo)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से बारहवें भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक के व्यय, हानि, शैया सुख, विदेश यात्रा और मोक्ष आदि का विचार किया जाता है। यह समय आपके लिये कोर्ट कचहरी या रोग आदि में धन व्यय होने के योग बना सकता है। मस्तिष्क एवं नेत्र संबंधी रोगों के प्रति सचेत रहें। कभी कभी शत्रुओं से परेशानियां भी बढ़ सकती हैं। आपकी राशि से शुक्र द्वितीय एवं भाग्य भाव के स्वामी हैं। इस समय आपके भाग्य में वृद्धि होगी, और आप कार्यक्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे| आपके कार्य कौशल की प्रशंसा भी सहकर्मियों द्वारा की जा सकती है। इसका आपको अपेक्षित परिणाम भी मिल सकता है। लेकिन इस गोचर के दौरान आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। आपको बजट बनाकर ही आगे बढ़ना चाहिए, अगर आप कहीं इनवेस्ट करना चाहते हैं तो भी यह समय उचित नहीं है। अपनी सेहत के प्रति भी इस समय सचेत रहने की आवश्यकता है।
उपाय-
- भगवान गणेश जी की आराधना करें, और उन्हें द्रुवा एवं मोदक चढ़ाएँ|
- शुक्रवार के दिन कन्याओं का पूजन करें।
तुला राशि (Libra)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक के आय, लाभ, जेष्ठ भ्राता, उपलब्धियों आदि का विचार किया जाता है। आपके जो कार्य लम्बे समय से रुके हुए हैं, वो कार्य इस गोचर में पुरे हो सकते हैं| यह गोचर आपके लिए अच्छा रहने वाला है, बिजनेस में परिश्रम के अनुरूप आपको फल मिलेगा| इस गोचर में अपने क्रोध पर नियन्त्रण रखें, अन्यथा बेकार की परेशानियां आपको घेरे रखेंगी| लाभ स्थान में बुधादित्ययोग और लक्ष्मीनारायण योग होने से व्यापार, व्यवसाय, नौकरी में बड़ी सफलता मिलने के संकेत बन रहे है| यह योग आपको व्यापार-व्यवसाय और नौकरी में खूब तरक्की दिलाने वाले हैं| कार्यक्षेत्र में सफलता की राह और भी अधिक आसान्न होगी। इस दौरान आपको अपनी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। धन लाभ के भी प्रबल योग हैं| इस दौरान बड़े भाई-बहन का सहयोग भी प्राप्त होगा, और वहीं प्रेम जीवन में भी सम्बन्ध अच्छे रहेंगे।
उपाय-
- मां लक्ष्मी की पूजा करें। चंदन या गुलाब की खुशबू वाले इत्र का रोज इस्तेमाल करें।
- शुक्र यंत्र की स्थापना पूजा स्थान पर करना लाभदायक होगा|
वृश्चिक राशि (Scorpio)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से दशवें भाव में होने जा रहा है। इस दौरान नौकरी और बिजनेस में लाभ के योग बन रहे हैं| कार्यस्थल पर उन्नति की उम्मीद कर सकते हैं। यदि लंबे समय से पदोन्नति या वेतन वृद्धि की अपेक्षा है तो इस समय पूरी संभावनाएं हैं, हालांकि खर्च भी अधिक होंगे, लेकिन यदि आपका बिजनेस विदेश से जुड़ा है, तो अधिक लाभ होने के आसार हैं| इस समय कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों को लेने के मामले में आप असमंजस की स्थिति में भी रह सकते हैं। हमारी सलाह है कि वरिष्ठ सहयोगियों की सलाह आपका उचित मार्गदर्शन कर सकती है। आपको अपनी मेहनत का फल इस समय मिल सकता है। व्यक्तिगत जीवन भी सौहार्दपूर्ण रहने के आसार हैं। परिजनों के साथ अच्छा समय व्यतीत करने के अवसर मिलेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख-सुविधाओं की वृद्धि होगी और समाज में भी आपका दायरा बढ़ेगा। दाम्पत्य जीवन भी सुखमय रहने के आसार हैं|
उपाय-
- इस दौरान नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करें|
- अच्छे फलों की प्राप्ति के लिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करें|
धनु राशि (Sagittarius)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से नवमें भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक के भाग्य, धर्म , उच्च शिक्षा आदि का विचार किया जाता है। यह गोचर आपके लिए मिला-जुला रहने वाला है, इस समय व्यक्तिगत रूप से आप निराश रह सकते हैं। आपकी निराशा का कारण आपकी अपेक्षानुसार कार्यों का न होना हो सकता है। इस दौरान नौकरी और बिजनेस करने वालों को लाभ तो होगा, लेकिन कुछ कार्यों में बाधाएं होने से आप काफी बेचैन रह सकते हैं। हालांकि जीवनसाथी एवं परिजनों के साथ संबंध अनुकूल होने से आप थोड़ी राहत महसूस करेंगे। इस समय आप आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के प्रयास करते नजर आएँगे, लेकिन बहुत ज्यादा धन संचित करने में आप इस दौरान कामयाब नहीं हो पाएंगे। धन से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सोच विचार अवश्य करें। इस समय अपने भाई-बहनों से संबंध मजबूत करने की कोशिश करें। अविवाहित जातक अपने विवाह को लेकर चिंतित रह सकते हैं, और संपत्ति संबंधी कोई विवाद भी इस समय बढ़ सकता है। कुल मिलाकर यह समय आपके लिए थोड़ा सचेत रहने का है।
उपाय-
- लक्ष्मी यंत्र की स्थापना अपने पूजा स्थान पर करें|
- माता को खुश रखें और उनका आशीर्वाद लें।
मकर राशि (Capricorn)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से आठवें भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक की आयु, मृत्यु का कारण, दु:ख-संकट, आर्थिक क्षति, आकस्मिक धन लाभ, आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान बिजनेस करने वालों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है| आपको अपने आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के अधिक प्रयास करने होंगे। किसी को उधार देने से बचें नहीं तो दूसरे की आर्थिक स्थिति तो अच्छी हो जाएगी लेकिन आप परेशानियों में फंस जाएंगे। किसी भी कार्य को करने में कोई हड़बड़ी न दिखाएं। जल्दबाजी में लिया गया निर्णय आपके लिये परेशानी का कारण बन सकता है| नौकरी करने वालों के लिए यह समय कुछ बेहतर रह सकता है| रोमांटिक जीवन आपका सुखमय बने रहने के आसार हैं। अपनी सेहत के प्रति इस समय सचेत रहें। क्योंकि आपकी सेहत गड़बड़ा सकती है| पेट से सम्बंधित परेशानी होने के आसार हैं।
उपाय-
- श्रद्धाभाव से मां दुर्गा की पूजा करें व खीर का प्रसाद चढ़ाएं।
- आप अपने घर एवं बाहर हर स्त्री का सम्मान करें। पत्नी को खुश रखने का प्रयास करें|
कुंभ राशि (Aquarius)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से सातवें भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से पति अथवा पत्नी, विवाह संबंध, विषय-वासना, सांझेदारी में व्यापार आदि का विचार किया जाता है। कार्यक्षेत्र की दृष्टि से देखा जाये तो यह गोचर आपके लिए लाभदायक रहेगा। नौकरी करने वाले लोगों को इस दौरान प्रमोशन मिल सकती है, वेतन में वृद्धि हो सकती है, और साझेदारी में व्यापार कर रहे लोगों को इस समय लाभ हो सकता है| यह गोचर आपके दाम्पत्य जीवन को खुशाल बनाने का काम करेगा, और आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिता पाने में कामयाब होंगे। आपका जीवनसाथी इस दौरान बिना कुछ कहे भी आपके मनोभावों को समझ जाएगा। शुक्र के इस गोचर के चलते आपके जीवन में रोमांस की भी अधिकता रहेगी। इस राशि के जो लोग प्रेम में पड़े हैं वो इस दौरान शादी के बंधन में भी बंध सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय मिलाजुला रहने वाला है|
उपाय-
- शुभ फलों की प्राप्ति के लिए सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें|
- काली चींटियों को चावल में चीनी मिलाकर खिलाएं।
मीन राशि (Pisces)
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होने जा रहा है। कुंडली के इस भाव से जातक के शत्रु, रोग, मामा पक्ष, जय-पराजय आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान किसी भी क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी| आर्थिक पक्ष भी सामान्य रहने की उम्मीद है| इस अवधि में अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो इसमें सफल होने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी| ननिहाल पक्ष से रिश्ते खराब हो सकते हैं। अधिक कर्ज के लेन-देन और गुप्त शत्रुओं से बचते हुए कार्य संपन्न करें। बिजनेस करने वालों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है, अचानक कोई हानि हो सकती है, इस दौरान आपको सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी| वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं दुर्घटना से बचें। इस समय आपको पेट से जुड़ी हुई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं| इसलिए आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा|
उपाय-
- रोजाना विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत्र का पाठ करें|
- शुक्रवार के दिन व्रत रखें और घर में तुलसी का पौधा लगाएं।