शुक्र का कुंभ राशि में गोचर - 9 जनवरी, 2020
By: Future Point | 07-Jan-2020
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वैदिक ज्योतिष में शुक्र को भी बृहस्पति की तरह ही शुभ ग्रह माना जाता है| शुक्र जिसे भोर का तारा भी कहा जाता है| वैदिक ज्योतिष में शुक्र को काल पुरूष के सौंदर्य का प्रतीक माना गया है| शुक्र को कला, प्रेम, रोमांस, सौंदर्य, लाभ, वैवाहिक सुख, वैभव, ऐश्वर्य, भोग-विलासिता रिलेशनशिप और भौतिक सुखों का कारक माना गया है, इसलिए कुंडली में इनकी शुभ स्थिति होने से व्यक्ति को समस्त सांसारिक सुख प्राप्त होते हैं| वहीं शुक्र के अशुभ होने से वैवाहिक जीवन में तनाव, सांसारिक सुखों में कमी, आर्थिक स्थिति में गिरावट और मधुमेय रोग समेत कई परेशानियां आती हैं| शुक्र ग्रह को वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है| वहीं मीन राशि में वह उच्च का होता है और कन्या राशि में नीच का होता है| शनि, बुध और राहु-केतु शुक्र के मित्र ग्रह हैं| वहीं सूर्य, चन्द्रमा, और बृहस्पति के साथ शुक्र शत्रुता रखते हैं, और बुध के साथ सम भाव रखतें है| शुक्र का गोचर जन्मकालीन राशि से पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पाँचवें, आठवें, नौवें, ग्यारहवें और बारहवें भाव में शुभ फल देता है, जबकि शेष भावों में यह अशुभ फल देता है|
जिस जातक की कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत होती है उसका भौतिक जीवन सुखमय होता है और उसकी लाइफ में प्रेम और सुख की भी कोई कमी नहीं होती| शुक्र की प्रत्येक गतिविधि काफी अहमियत रखती है| 9 जनवरी 2020 को 4 बजकर 23 मिनट पर शुक्र कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| इस गोचर में शुक्र के कुम्भ राशि परिवर्तन से प्रत्येक राशि के जातकों पर भिन्न-भिन्न प्रभाव देखे जायेंगे| ऐसे में सभी 12 राशियों पर शुक्र के इस परिवर्तन का क्या असर होगा, आइये जानते हैं कि कैसा रहेगा आपके लिए शुक्र का कुम्भ राशि परिवर्तन|
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मेष राशि (Aries)
मेष राशि वालों के लिए शुक्रदेव दूसरे एवं सातवें भाव के स्वामी होकर इस गोचर के दौरान ग्याहरवें भाव में प्रवेश करेंगे| यह भाव लाभ का माना जाता है, जो हमारी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति करता है| शुक्र ग्रह को भोग विलास और दांपत्य जीवन का प्रतीक माना गया है| कुंभ में शुक्र गोचर होने से मेष राशि के जातकों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा| इस दौरान आप करियर, आर्थिक, व्यापार-व्यवसाय, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रेम व वैवाहिक जीवन में अधिक बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे| आप अपने बिजनेस को विस्तार दे पाएंगे| यदि पहले से कोई व्यापार कर रहे हैं, तो उसमें नई साझेदारी करेंगे| व्यापार-व्यवसाय में दिन-प्रतिदिन के लाभ में बढ़ोत्तरी होगी, और दीर्घ समयावधि में ये छोटे-छोटे लाभ बड़े आर्थिक लाभ के रूप में नजर आएंगे| इस दारौन व्यापार विस्तार के लिए की गई आपकी यात्राओं के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे, और आप स्वयं को आर्थिक तौर पर अधिक मजबूत महसूस करेंगे|
उपाय-
- शुक्र ग्रह की कृपा प्राप्ति के लिए अपने भोजन का कुछ हिस्सा गाय के लिए निकाल कर रखें| ऐसा करने से विशेष लाभ होगा|
- तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें|
वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि व छठे भाव के स्वामी होकर दशवें भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| कर्म भाव में शुक्र का गोचर आपके व्यवसाय की वृद्धि करने वाला होगा| पद व पैसे में वृद्धि होने के आसार हैं| नया कार्य आरंभ करने या फिर किसी नई योजना में पैसे लगाना चाहते हैं तो समय अनुकूल है| हालांकि निवेश से पहले अच्छे से विचार विमर्श कर लें| प्रेम व वैवाहिक जीवन में साथी का पूरा सहयोग मिलेगा| सेहत के मामले में थोड़ी उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी| इस गोचर के दौरान शारीरिक कष्ट और मानसिक चिंता में वृद्धि होगी| शुक्र के इस गोचर में आपको किसी भी प्रकार के ऋण अथवा लोन लेने से बचना चाहिए|
उपाय-
- शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं,
- प्रत्येक शुक्रवार को लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें|
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से पांचवें व बाहरवें भाव के स्वामी होकर नवमें भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| इस गोचर के दौरान आपका भाग्य आपको पूर्ण सहयोग करेगा| जो भी कार्य लंबे समय से रुके हुए थे, वह पूरे होने लगेंगे| आपको आर्थिक तौर पर लाभ होगा और व्यापार में उन्नति होगी| यह समय विद्यार्थीवर्ग के लिए अनुकूल रहने वाला है| उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी सफलता मिल सकती है और मनचाहे कोर्स में दाखिला भी मिल सकता है| प्रेम संबंधों के लिए यह समय उत्तम रहेगा, पार्टनर से पूर्ण सहयोग मिलेगा जिससे आपके सम्बन्ध और भी मधुर होंगे| इस समयाब्धि में आपकी रुचि आध्यात्मिक क्रियाओं की ओर भी होगी और धार्मिक यात्राएं भी हो सकती हैं|
उपाय-
- हर शुक्रवार गाय को हरी घास खिलाएं|
- अच्छे फलों की प्राप्ति के लिए चार मुखी रुद्राक्ष शुक्रवार को धारण करें|
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कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से चौथे व ग्याहरवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| इस भाव की गिनती त्रिक भावों में की जाती है, यहाँ गया हुआ शुक्र अपना शुभत्त्व खो देता है| यह समय आपके लिए विशेष संभल कर रहने का है, विशेषकर स्वास्थ्य के मामले में सचेत रहें, क्योंकि इस दौरान आपका स्वास्थ्य अधिक बिगड़ सकता है| व्यवसाय में कार्यरत लोग भी लेन-देन व धन निवेश करने को लेकर थोड़ा अलर्ट रहें, इस समय अब्धि में आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है| कोई बड़ा व महत्वपूर्ण निर्णय इस समय के दौरान न लें| इस दौरान कुछ बेवजह की यात्राएं होने से आपका धन खर्च होगा, आमदनी में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनेंगी, मकान व वाहन न खरीदें, माताजी के साथ संबंधों में मतभेद हो सकता है|
उपाय-
- दक्षिणावर्ती शंख की पूजा करें, और “ॐ नमः शिवाय” का नित्य जप करें|
- दो मुखी रुद्राक्ष पहनना श्रेष्ठ रहेगा|
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से तीसरे व दशवें भाव के स्वामी होकर सातवें भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| सप्तम भाव से वैवाहिक सुख और व्यापार का विचार किया जाता है| यह गोचर आपके लिए बेहद खास रहने वाला है| आप अपने वैवाहिक जीवन के सुखों का आनंद उठाएंगे और आपके अच्छे प्रयासों से व्यापार में भी लाभ होगा, और कार्यक्षेत्र में आप को प्रगति मिलेगी| इस दौरान विपरीत लिंगियों के प्रति आपका रुझान बहुत अधिक बढ़ेगा और कामेच्छा भी प्रबल रहेगी, जिसके कारण आपके मान-सम्मान में कमी आ सकती है, इसलिए प्रत्येक निर्णय सोच समझ लें|
उपाय-
- शुक्रवार के दिन शिवलिंग का शहद से अभिषेक करें|
- लक्ष्मी यंत्र की स्थापना अपने पूजा स्थान पर करें|
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से दूसरे व नवमें भाव के स्वामी होकर छठे भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| धनेश और भाग्येश शुक्र का छठे भाव में गोचर संघर्ष की स्थिति को दर्शाता है, इस भाव से शत्रु, कर्ज और रोग का विचार किया जाता है| यह समय आपके लिए थोड़ा परेशानियों से भरा रह सकता है| कामयाबी प्राप्त करने के लिए अत्यंत परिश्रम करना पड़ेगा| इस दौरान आपके खर्चे भी बढ़ेंगे, जिसके कारण आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है| किसी भी प्रकार का झगड़ा आपको परेशानी में डाल सकता है, विरोधी इस दौरान अधिक मजबूत स्थिति में होंगे, इसलिए आपको उनसे सतर्कता बरतनी होगी, किसी सुदूर यात्रा पर जाने से आपको कोई परेशानि हो सकती है, इसलिए जहाँ तक संभव हो सके इस समय अब्धि में किसी भी लम्बी यात्रा का त्याग करें|
उपाय-
- चार मुखी रुद्राक्ष धारण करें|
- किसी गरीब या जरूरतमंद को सफेद चीजों का जैसे- सफेद कपड़ा, चावल, दूध, दहीं आदि का दान करें|
तुला राशि (Libra)
तुला राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि व आठवें भाव के स्वामी होकर पांचवें भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| इस समय अब्धि में संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है| शिक्षा के क्षेत्र में आपका प्रदर्शन काफी अच्छा रहेगा| कार्यक्षेत्र में भी अच्छी सफलता प्राप्त होगी, अविवाहित प्रेमी जातकों के लिए समय अच्छा रहेगा, इस दौरान आप अपने प्रेमी के साथ अधिक से अधिक समय बिताना पसंद करेंगे, और रोमांटिक मूड में रहेंगे| शादीशुदा जातकों की मैरिड लाइफ भी अच्छी रहेगी| आर्थिक दृष्टि से हालात अच्छे बने रहने की उम्मीद है| सोच इस समय सकारात्मक दिशा में कार्य करेगी|
उपाय-
- शुक्रवार के दिन किसी विवाहित महिला को श्रृंगार की सामग्री भेंट करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा|
- दही से स्नान करना चाहिए।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से सातवें और बाहरवें भाव के स्वामी होकर चौथे भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| चौथा भाव हमारी सुख सुविधाओं का भाव है, और शुक्र का गोचर इस भाव में होना आपके जीवन में सुखों की वृद्धि करने वाला होगा| इस दौरान आपकी माताजी का स्वास्थ्य भी अनुकूल रहेगा, घर में सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी, परिवार के लोगों में एक दूसरे के प्रति प्रेम की भावना बढ़ेगी जिससे पारिवारिक तालमेल बेहतर बनेगा| नए वाहन की खरीदारी के लिए भी समय अनुकूल है| पारिवारिक जीवन काफी बेहतर रहेगा, बिजनेस की दृष्टि से देखा जाए तो शुक्र का यह गोचर आपके लिए अच्छा साबित होगा| माता की ओर से आपको पूर्ण सहयोग व प्रेम मिलने के आसार हैं|
उपाय-
- आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करें|
- लक्ष्मी माता की उपासना करें|
धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से छठे और ग्याहरवें भाव के स्वामी होकर तीसरे भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| तीसरे भाव से हमारा पराक्रम, हमारे भाई-बहन, छोटी यात्राएं आदि का विचार किया जाता है| इस दौरान आपकी लघु यात्रा यात्रायें हो सकती है, जिससे आपको लाभ और आनंद की अनुभूति होगी| छोटे भाई-बहनों से किसी बात को लेकर मन-मुटाव हो सकता है| लेकिन सम्बन्ध जल्दी ही बेहतर हो जायेंगे| भाग्य का पूर्ण साथ रहेगा, आप अपनी मेहनत से व्यवसाय में सफलता प्राप्त करेंगे, इस दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि आपको पेट से सम्बंधित परेशानी हो सकती है|
उपाय-
- लक्ष्मी यंत्र की स्थापना अपने पूजा स्थान पर करें|
- नहाने के पानी में एक चम्मच दहीं मिलकर स्नान करें|
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से पांचवें व दशवें भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव कुम्भ राशि में गोचर करेंगे| इस प्रकार केन्द्र और त्रिकोण का स्वामी होकर शुक्र का धन भाव में बैठना आपके लिए अत्यंत शुभ है, इस दौरान आपको अच्छे धन की प्राप्ति होगी| आपकी कला और संवाद शैली विकसित होगी| आप अपनी वाणी में आकर्षण महसूस करेंगे जिससे लोग आपकी बातों के प्रभाव में आएंगे और आपके काम बनने लगेंगे| परिवार में सुख-समृद्धि आएगी, कोई शुभ कार्य परिवार में इस समय हो सकता है, जिससे आपसी संबंधों में मधुरता आएगी| आप धन संचित कर पाने में भी इस दौरान सफल होंगे, और कार्यक्षेत्र में धन लाभ की प्राप्ति होगी, जिससे आपको जीवन में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा|
उपाय-
- एक बड़ी इलायची को उबाल कर नहाने के पानी में डालकर उससे नहाएं|
- सरसों का तेल दान करें।
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कुंभ राशि (Aquarius)
कुम्भ राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से चौथे व नवमें भाव के स्वामी होकर आपकी ही राशि में गोचर करेंगे| इस दौरान शुक्र योगकारक ग्रह के रूप में आपकी राशि में गोचर करेंगे| जो आपके लिए सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा| इस दौरान अपने आप को मानसिक रूप से काफी स्थिर महशुस करेंगे, हर कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे| और आपका व्यक्तित्त्व निखरकर सबके सामने आएगा| सुखों में वृद्धि होगी, भाग्य का पूर्ण सहयोग मिलेगा| इस समय अवधि में मकान या वाहन का सुख भी प्राप्त हो सकता है| जीवन साथी के साथ प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी| यह समय कार्यक्षेत्र में सफलता दिलाने वाला रहेगा| घर हो या ओफिस महिला सहयोगियों का आपको पूरा साथ मिलने के आसार हैं|
उपाय-
- सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें|
- काले रंग की गाय की सेवा करें।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए शुक्र देव आपकी राशि से तीसरे व आठवें भाव के स्वामी होकर कुम्भ राशि बारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस समय अवधि में आपके खर्चों में अचानक से वृद्धि होगी, लेकिन यह खर्चे आप अपनी सुख-सुविधाओं की पूर्ति हेतु खर्च करेंगे, अचानक से किसी यात्रा की संभावना बन सकती है| जिसमे आपका पैसा और समय दोनों ख़राब हो सकते हैं क्योंकि इस दौरान आपका स्वास्थ्य विगड़ सकता है इसलिए अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें, और जहाँ तक हो सके किसी लम्बी यात्रा पर ना जाएँ| इस दौरान आपको अपने विरोधियों से भी सतर्क रहना होगा क्योंकि वह आपको कोई नुकसान पहुंचा सकते हैं|
उपाय-
- शुक्रवार को चावल की खीर बनाएं और उसमें मिश्री का उपयोग करें, यह खीर 7 कन्याओं को खिलाएं और उन्हें अपनी क्षमता के अनुसार दक्षिणा दान करें|
- सफेद वस्त्र दान करें।