शुक्र का कर्क राशि में गोचर, जानें 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव
By: Future Point | 01-Aug-2022
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शुक्र ग्रह को सौंदर्य, कला और रचनात्मकता का कारक माना जाता है। शुक्र ग्रह को शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है। जो सभी ग्रहों में से सबसे ज़्यादा चमकदार भी होता है और इसी कारण इसे पृथ्वी से बेहद आसानी से देखा जा सकता है।
इसे संध्या और भोर का तारा भी कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र की माने तो शुक्र ग्रह का प्रत्येक व्यक्ति पर विशेष महत्व होता है। जिसे स्त्री, विवाह, प्रमाद, वैभव, विलास, राग-रंग, कला, कल्चर, साहित्य, संतान आदि का कारक माना जाता है। शुक्र ग्रह प्रेम और रोमांस का ग्रह है इसलिए यह घर में मिठास और सौहार्द लाता है।
शुक्र हमारी कुंडली में हमारे रचनात्मक पक्षों का प्रतिनिधित्व करता है, हम दूसरों से किस तरह संबंध बनाते हैं, हम अपनी दोस्ती में कैसे रहेंगे और सौंदर्य को लेकर हमारी भावनाएं क्या हैं यह जानकारी शुक्र ग्रह से पता चलती है।
कुंडली में शुक्र ग्रह की अशुभ स्थिति के कारण व्यक्ति के जीवन में स्त्री, वाहन और धन सुख का आभाव रहता है। और शुभ होने पर भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। शुक्र ग्रह पुरुष की कुंडली में स्त्री का कारक माना जाता है।
स्वभाव से ये किसी राजा की तरह दिखाई देता इसलिए शुक्र को जातक की कुंडली में वैभव का कारक माना जाता है। शुभ रंगों में गुलाबी और चमकदार सफ़ेद इनके प्रिय होते हैं। इसके अलावा ये भी देखा गया है कि यदि किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में शुक्र अच्छी स्थिति में हो, यानी बली या प्रभावी हो तो, उस जातक को जीवन में वाहन सुख, वैवाहिक एवं तमाम भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। जबकि इसके विपरीत जातक की कुंडली में शुक्र के निर्बल या कमज़ोर होने पर जातक को जीवन में इन सभी सुखों के अभाव में रहना पड़ता है।
शुक्र देव एक राशि में लगभग 23 दिन का समय बिताते हैं और उसके बाद वो दूसरी राशि में गोचर करते हैं। अब यही प्रेम, सौंदर्य, कला और भौतिक सुखों का कारक शुक्र ग्रह एक बार फिर अपना स्थान परिवर्तन करते हुए 07 अगस्त 2022, रविवार प्रातःकाल 05:20 पर मिथुन राशि से निकलकर चंद्र देव की राशि कर्क में प्रवेश करेंगे और इस राशि में वो 31 अगस्त 2022, सांयकाल 16:18 बजे तक स्थित रहेंगे। आइये जानते हैं, कि आपकी राशि पर शुक्र के इस गोचर का क्या प्रभाव होगा, तथा यह प्रत्येक राशि के जातकों के जीवन में क्या बड़े बदलाव करेगा।
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मेष राशि (Aries)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से चतुर्थ भाव में स्थित होंगें। इस भाव से आपकी माता, परिवार, वाहन, सुख आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर काल के दौरान घर में शांतिपूर्ण वातावरण बना रहेगा। इस अवधि के दौरान सदस्यों के साथ, विशेषकर आपकी माँ के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे। आप अपने प्रियजनों की वजह से अपने निजी जीवन में सहायता और आराम प्राप्त करेंगे। आर्थिक रूप से इस दौरान आप अच्छा प्रदर्शन करेंगे घर के जरूरी कामों और चीजों पर धन खर्च हो सकता है। आप समाज में घुलने से ज्यादा अपने परिवार के लोगों के साथ वक्त बिताएंगे। जिन लोगों का ख़ुद का व्यवसाय है, उन्हें इस दौरान अपने व्यवसाय में उन्नति दिखाई देगी। जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें नौकरी के कुछ अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। आप इस अवधि में किसी तीर्थ स्थल की यात्रा भी कर सकते हैं।
उपाय-
- मंगलवार के दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।
- शुक्रवार के दिन संतोषी माता की पूजा करें।
वृषभ राशि (Taurus)
वृष राशि के जातकों के तृतीय भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से साहस-पराक्रम, छोटे भाई-बहनों और छोटी दूरी की यात्राओं आदि के बारे में विचार किया जाता है। आप इस अवधि के दौरान प्यार और करुणा से भरे रहेंगे और अपने परिवार को खुश रखने के प्रयास करेंगे। आप अपने छोटे भाई-बहनों के प्रति एक मजबूत झुकाव रखेंगे, वे भी बदले में आपके प्रति प्यार और सम्मान प्रकट करेंगे। उनकी मदद से आपको कुछ वित्तीय लाभ भी हो सकते हैं। इस दौरान आपको अच्छे अवसर प्राप्त होंगे और अपनी योग्यता का सही इस्तेमाल करके आप लाभ भी कमा सकते हैं। कारोबार से जुड़े इस राशि के लोग अपने कौशल के दम पर इस दौरान लाभ कमा सकते हैं। शुक्र का यह गोचर इस राशि के विद्यार्थियों के लिए भी अच्छा रहेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा और आप ऊर्जा से भरे रहेंगे।
उपाय-
- गौशाला में गाय के भोजन का दान करें।
- अपने पूजा स्थल पर स्फटिक श्रीयंत्र स्थापित करें।
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि के जातकों के द्वितीय भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा। शुक्र का ये गोचर आपके लिए खासतौर से बिज़नेस और कार्यक्षेत्र के लिहाज से विशेष फलदायी साबित हो सकता है। जो लोग विदेशी ग्राहकों के साथ व्यापार में हैं, उनके लिए लाभकारी अवधि होगी, आप अपनी आय में एक शक्तिशाली वृद्धि देखेंगे। विवाहित जातक अपने जीवनसाथी के साथ रोमांटिक संबंध साझा करेंगे, साथ ही आपका साथी इस अवधि के दौरान सभी घरेलू जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से पूरा करेगा। यह आपको अपने जीवनसाथी के प्रति अधिक झुकाव देगा। इसके अलावा, यदि आपका साथी काम कर रहा है तो वे इस अवधि के दौरान अपने निवेश से लाभ प्राप्त करेंगे। आपकी वाणी मधुर रहेगी, जो आपके आसपास के लोगों द्वारा सराही जाएगी।
उपाय-
- प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का जाप करें।
- द्विज, देव, ब्राह्मण, गुरु और मंदिर के पुजारी की सेवा करें।
कर्क राशि (Cancer)
शुक्र का गोचर कर्क राशि में ही होने की वजह से ये आपकी राशि से प्रथम भाव में स्थापित होंगे। यह भाव बुद्धिमत्ता, आत्मा और व्यक्तित्व का कारक माना जाता है। इस राशि के जातक अपनी रचनात्मकता से इस दौरान लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। यदि आप मीडिया या फिल्म उद्योग से जुड़े हुए हैं तो आपके काम को शुक्र के इस गोचर के दौरान सराहना मिल सकती है। जो लोग प्रेम संबंध में हैं, उनके बीच प्रेम व आपसी समझ में वृद्धि होगी। यदि आपके बीच पहले से कोई विवाद चल रहा है तो मुमकिन है कि इस दौरान सारे विवाद ख़त्म हो जाएंगे।पेशेवर मोर्चे पर व्यवसाय के मालिकों को अपने प्रतिस्पर्धियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग कार्यरत हैं, उनके लिए बेहतर समय होगा, क्योंकि आपके पास अपने कार्यस्थल पर एक अच्छा माहौल होगा। नौकरी की तलाश कर रहे फ्रेशर्स के पास जबरदस्त समय होगा, क्योंकि आपको नौकरी के अच्छे प्रस्ताव मिलेंगे।
उपाय-
- पारद शिवलिंग की स्थापना करें और प्रतिदिन उनकी पूजा करें।
सिंह राशि (Leo)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से बारहवें भाव में विराजमान होंगें। इस भाव से विदेश, व्यय, हानि आदि का विचार किया जाता है। इस गोचर के दौरान सिंह राशि के उन लोगों को फायदा होगा जो विदेशों से जुड़ा व्यापार करते हैं या विदेशी कंपनियों में काम करते हैं। विदेशों की यात्रा भी इस राशि के जातकों के लिए इस दौरान फायदेमंद रहेगी। जो लोग अपनी उच्च शिक्षा के लिए विदेश में अध्ययन करना चाहते हैं, उनकी इच्छा इस समय पूरी हो सकती है। आर्थिक मोर्चे पर, अपने धन पर ध्यान दें और कम से कम खर्च करने की कोशिश करें। आर्थिक रूप से लाभ की संभावना है लेकिन खर्च भी बढ़ेगा जिससे स्थिति को संतुलित करना मुश्किल होगा। आपको इस समय धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर झुकाव हो सकता है। इस समय आपको विदेश यात्रा और नौकरी के लिए बाहर जाने का मौका मिल सकता है।
उपाय-
- तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाएं।
- सूर्य को अर्घ्य दें और प्रतिदिन प्राणायाम करें।
कन्या राशि (Virgo)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में विराजमान होंगें। इस भाव से आय, लाभ और उपलब्धियों आदि का विचार किया जाता है। इस समय भाग्य आपके पक्ष में रहेगा। आपको अपनी माँ से सहयोग मिलेगा। यह एक अच्छा समय है यदि आप जमीन या संपत्ति में निवेश करना चाहते हैं तो सफलता मिलेगी। आपको इस समय धार्मिक कार्यों की ओर झुकाव होगा। इस गोचर की अवधि को विद्यार्थियों के लिए अच्छा माना जा सकता है; आपको अपने प्रयासों के परिणाम मिलेंगे। आप केंद्रित रहेंगे और अपनी पढ़ाई में नई चीजें सीखने के लिए तैयार रहेंगे। आर्थिक रूप से, इस राशि के लोगों को आय में लगातार वृद्धि मिल सकती है और कुछ लोगों को अन्य तरीकों से भी धन लाभ होगा। प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिहाज से यह समय अनुकूल होगा।
उपाय-
- सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें, प्रतिदिन "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
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तुला राशि (Libra)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से दसवें भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से करियर, नाम और प्रसिद्धि आदि का विचार किया जाता है। कार्यक्षेत्र में इस दौरान आप अपने वरिष्ठों से अच्छे सबंध स्थापित करने की कोशिश करेंगे। यदि बीते समय में आपने अच्छा काम किया है तो इस अवधि में आपको पदोन्नति मिल सकती है। इस राशि के जो जातक कारोबार करते हैं उनके लिए भी यह समय अच्छा है व्यापार में मुनाफा करने के लिए आप कोई नई योजना इस दौरान बना सकते हैं। इस समय, आप जमीन या संपत्ति में निवेश करने की योजना भी बना सकते हैं। आप पराक्रम और साहस से भरे होंगे और इस समय आपको समाज में प्रसिद्धि मिलेगी। यदि आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं या नौकरी बदलने की तलाश कर रहे हैं, तो इस समय आपकी ख्वाहिश पूरी हो सकती है। जो लोग अपनी नौकरी में स्थानांतरण के लिए उत्सुक हैं, उनके लिए अनुकूल समय होगा।
उपाय-
- अपने घर में श्रीयंत्र स्थापित करें और उसके सामने घी का दीपक जलाएं।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से नवम भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से धार्मिक प्रवृति, सौभाग्य, लंबी यात्राओं आदि का विचार किया जाता है। इस समय, यदि आप लेखन या संगीत से संबंधित कलात्मक नौकरी में काम कर रहे हैं, तो आप सफल रहेंगे। यदि आप आभूषणों से संबंधित व्यवसाय में हैं, तो आपको इस समय सफलता मिलेगी। एक व्यवसाय में होने के नाते, आप नए व्यापार की संभावनाएं प्राप्त कर सकते हैं और नए सौदे साइन-अप कर सकते हैं। आप अपनी वाणी में सौम्यता से सभी को प्रभावित करेंगे। इस राशि के जो जातक काम के संबंध में इस दौरान लंबी यात्राओं पर जाएंगे उन्हें लाभ की प्राप्ति होगी। वहीं अभिनय, गायन, नृत्य आदि की शिक्षा जो लोग ग्रहण कर रहे हैं उनको भी इस दौरान लाभ होगा।
उपाय-
- शनिवार के दिन लोहे का कोई बर्तन दान करें।
- मांसाहार और मद्यपान से दूर रहें और अनैतिक कार्यों से बचें।
धनु राशि (Sagittarius)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से अष्टम भाव में स्थित होंगें। इस भाव से आपके जीवन में आने वाली बाधाओं, आयु, दुर्घटना आदि का विचार किया जाता है। यह गोचर अवधि आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगी। आप इस समय स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं, साथ ही आप दुर्घटनाओं के शिकार होंगे। आप खांसी, सर्दी और बुखार से पीड़ित हो सकते हैं। आपको इस समय बहुत संघर्ष करना होगा, जिसके कारण आप बेचैन हो जाएंगे, और अनावश्यक रूप से तनावग्रस्त हो सकते हैं। इस दौरान किसी से भी धन उधार न लें अन्यथा आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके अलावा कुछ मामलों में आपको धन हानि भी हो सकती है। आपको अपने कार्यस्थल पर बहुत मेहनत करनी पड़ेगी, जिसे देखते हुए, आपका वरिष्ठ प्रबंधन आपके प्रयासों की सराहना करेगा।
उपाय-
- गुरुवार के दिन विष्णुसहस्रनाम का जाप करें।
मकर राशि (Capricorn)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से सप्तम भाव में स्थित होंगें। इस भाव से यात्रा, साझेदारी और वैवाहिक जीवन आदि का विचार किया जाता है। वे लोग जो गंभीरता के साथ किसी रिश्ते में पड़ना चाहते हैं उनके लिए समय अच्छा है। इसलिए, यदि आप किसी से प्यार करते हैं तो अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए समय अनुकूल है। प्यार उन लोगों के लिए फिजाओं में होगा जो एक रोमांटिक रिश्ते में हैं और आप अपने प्रिय व्यक्ति से सगाई करके अपने रिश्ते में एक कदम आगे बढ़ सकते हैं। आपके दांपत्य जीवन के लिए भी यह समय ठीकठाक रहेगा। आप इस दौरान लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं या अपने साथी के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं। जो लोग साझेदारी के व्यवसाय में हैं, वे इस दौरान कुछ चुनौतियों का सामना कर सकते हैं, क्योंकि आपके विचार आपके सहयोगी से मेल नहीं खाएंगे और इससे विसंगतियां पैदा होंगी।
उपाय-
- शनिवार के दिन लोहे का कोई बर्तन दान करें।
- पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं।
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कुंभ राशि (Aquarius)
इस गोचरकाल में शुक्र का प्रवेश कुम्भ राशि के छठे भाव में होगा। इस भाव से आपके शत्रु, अभाव, विवाद, ऋण आदि का विचार किया जाता है। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए लाभदायक समय होगा, क्योंकि आप आसानी से अपनी पढ़ाई के दबाव के अनुकूल प्रदर्शन कर पाएंगे। यह आपकी परीक्षा में आपके सीखने और प्रदर्शन को बेहतर बनाने में आपकी मदद करेगा। आप इस अवधि के दौरान वित्तीय दबाव या असुरक्षा महसूस कर सकते हैं और अपने प्रियजनों से अपने व्यय को पूरा करने के लिए पैसे उधार लेने के लिए मजबूर हो सकते हैं। यदि कोई संपत्ति या घर खरीदने के लिए ऋण लेने की योजना बना रहे हैं, तो समय आपके ऋण को स्वीकृत करने के लिए अनुकूल है। नौकरीपेशा जातक अपने कार्यस्थल पर एक अच्छे माहौल का आनंद लेंगे और अपने अधीनस्थों के साथ सहायक और सौहार्दपूर्ण रहेंगे। जो पेशेवर सेवाओं में हैं, उनके लिए भी अनुकूल अवधि होगी।
उपाय-
- प्रतिदिन पारद शिव लिंग की पूजा करें।
- 7 मुखी रुद्राक्ष की माला धारण करें।
मीन राशि (Pisces)
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से पांचवें भाव में स्थापित होंगें। इस भाव से आपके शत्रु, अभाव, विवाद, ऋण आदि का विचार किया जाता है। जो लोग डिजाइनिंग और रचनात्मक उद्योग में हैं, उनके लिए अनुकूल अवधि होगी, आप उत्पादों और सेवाओं का सबसे अच्छा वितरण करने में सक्षम होंगे, साथ ही आपको अपने अच्छे काम के लिए वेतन वृद्धि मिल सकती है। जो लोग अपने शौक और हितों को अपने पेशे में बदलने की योजना बना रहे हैं, उन्हें अच्छे अवसर मिलेंगे। मीन राशि के छात्र शुक्र के इस गोचर काल के दौरान अच्छी तरह से अपनी पढ़ाई की ओर केंद्रित रहेंगे। पढ़ाई के प्रति उनकी एकाग्रता में वृद्धि होगी तथा वे अपने विषयों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे व याद रख सकेंगे। कला, संगीत और नाटक आदि में रुचि रखने वाले अभ्यर्थियों को भी लाभ प्राप्त होगा।
उपाय-
- सोमवार के दिन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
- गुरुवार के दिन पीले रंग की वस्तु का दान करें।