ओपल रत्न के लाभ, इसके प्रभाव से कैसे आता है आपकी पर्सनैलिटी में निखार
By: Future Point | 07-Apr-2020
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ओपल शुक्र ग्रह का उपरत्न है शुक्र के मूलतः दो उपरत्न हैं, जर्कन और ओपल, जर्कन का स्वभाव गर्म होता है, जबकि ओपल का स्वभाव ठंडा| यह कामुकता को बढ़ाता है, जबकि ओपल हमारे सुख, समृद्धि, प्रेम, माधुर्य एवं आपसी संबंधों को सुधरता है| जब व्यक्ति युवावस्था और वृद्धावस्था के बीच अर्थात ४५ वर्ष के लगभग होता है, उस समय हीरे के स्थान पर जर्कन की सलाह न देकर ओपल रत्न पहनने की सलाह दी जाती है, जो हीरे के समान ही कार्य करता है, परन्तु व्यक्ति की कामशक्ति सामान्य ही रहती है| जब पति-पत्नी-पत्नी के बीच संबंधों में कड़वाहट या दरार आने लगे, तो ओपल रत्न धारण कर संबंधों को पुनर्जीवित करके आपसी माधुर्य को बढ़ाया जा सकता है| इसके अतिरिक्त यह रत्न मानसिक स्तर की भी वृद्धि करता है|
इसे धारण करने से व्यक्ति मानसिक अवसाद की स्थिति से बच सकता है| ओपल पहनने से जीवन में प्यार और खुशियां आती हैं। ओपल रत्न के कई लाभ हैं। यह सभी रत्नों में से सबसे रंगीन है और इंद्रधनुषी रंगों का रंग सभी रत्नों से इसे और अधिक सुंदर बनाता है। ओपल कई रंगों में पाया जाता है, लेकिन सबसे आम हैं सफेद, गुलाबी, जैतून का भूरा और काले ओपल ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय रत्न है ओपल उन लोगों के लिए जन्म का रत्न है जिनके शुक्र मजबूत होते हैं। ओपल उन लोगों को लाभ देता है शुक्र प्यार तथा रोमांस का कारक है, रिश्तों में एकता लाने के लिए ओपल रत्न बहुत ही लाभदायक होता है। इस रत्न के प्रभाव से आपकी पर्सनैलिटी में निखार आता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार ये रत्न उद्योग, मॉडलिंग, आकर्षण, ग्लैमर, रोमांस, ललित कला, फैशन उद्योग, डेयरी उत्पादों, पर्यटन, होटल, और सिनेमा का प्रतिनिधित्व करता है और विशेष लाभ देता है।
ओपल रत्न और ज्योतिष-
ओपल शुक्र ग्रह का उपरत्न है और शुक्र ग्रह वृषभ व तुला राशि का अधिपति ग्रह है, इसलिए वृषभ राशि के जातकों के लिए ओपल रत्न धारण करना सबसे लाभकारक माना गया है। अगर कुंडली में शुक्र कमजोर है तो शुक्र को मजबूत करने के लिए ही ओपल रत्न धारण किया जाता है। जन्म कुंडली के लग्न भाव में बैठा शुक्र कमजोर हो तो व्यक्ति अपने आप को अधिक बेहतर समझने वाला और भाग्य के भरोसे रहने वाला होता है। शुक्र के कमजोर होने पर व्यक्ति का गलत चीजों की ओर झुकाव भी जल्दी ही हो जाता है, व्यक्ति बुरी आदतों का आदि हो सकता है। लेकिन इस रत्न के प्रभाव से प्रत्येक सुख की प्राप्ति होती है|
ओपल रत्न को पहनने की विधि-
यह सफेद रंग का हल्का रत्न होता है| इसकी सतह से सतरंगी प्रकाश निकलते रहते हैं, देखने से ऐसा प्रतीत होता है, मानो इसकी सतह पर जगह-जगह से आग की चिंगारियां निकल रही हों| इस उपरत्न को चांदी की अंगूठी और लॉकेट में धारण किया जा सकता है, इसे शुक्रवार को शुक्र की होरा में शुक्र के बीज मन्त्र से अभिमंत्रित करके सीधे हाथ की अनामिका उंगुली में धारण करना चाहिए| पहनने से पूर्व इसे पंचामृत और गंगाजल से शुद्ध अवश्य कर लेना चाहिए|
ओपल रत्न के लाभ-
वैवाहिक सुख में वृद्धि-
जिस जातक की कुंडली में सातवें भाव का स्वामी शुक्र यदि कमजोर अवस्था में है तो उस स्थिति में जातक को वैवाहिक जीवन का सुख, शैय्या सुख की कमी हो सकती है, एक से ज्यादा प्रेम संबंधों के कारण वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल मच जाती है, जीवन में रिश्तों का सुख नहीं मिल पाता, ऐसे में अगर आप ओपल रत्न धारण करते हैं तो आपको वैवाहिक सुख का आनन्द जरुर मिलता है। ओपल रत्न किसी भी व्यक्ति के प्रेम सम्बन्ध या दाम्पत्य जीवन में जोश और शक्ति लाता है, यह रत्न परेशान दाम्पत्य जीवन में रस घोलने तथा जीवन में स्थिरता लाने का काम करता है।
पर्सनैलिटी में निखार-
ओपल रत्न बहुत ही प्रभावशाली रत्न है, इसके प्रभाव से आपके व्यक्तित्व का विकास होता है, आपके व्यक्तित्व अर्थात पर्सनैलिटी में निखार आता है। यह रत्न आपको किसी प्रकार की स्थिति में अपने आप को ढालने की क्षमता प्रदान करने में मदद करता है। व्यक्ति जीवन में कभी भी हार का सामना नहीं करता। दूसरों के सामने आप अपने आपको बेहतर ढंग से स्थापित करने में सफल हो जाते है।
प्रसिद्धि दिलाता है ओपल रत्न-
जो लोग कलाकृति, कपड़े, फैशन, गहने, महंगी कारें आदि से सम्बंधित कार्य से जुड़े हुए हैं या इनसे सम्बंधित व्यापार करते हैं, उन लोगों के लिए ओपल धारण करना बहुत ही लाभप्रद होता है। इसके धारण करने के बाद नाम और फेम मिलता है। जो लोग किसी भी फिल्ड में हैं और अपना नाम और शौहरत हासिल करना चाहते हैं उनको बिना संकोच ओपल रत्न को धारण करना चाहिए। ओपल के प्रभाव से थिएटर, नृत्य, संगीत, कला, चित्रकला, टीवी, आदि जैसे कलात्मक क्षेत्रों में शामिल लोगों को लाभ के साथ-साथ प्रसिद्धि भी मिलती है।
लाइफ को रोमांटिक बनता है यह रत्न-
जो जातक अपने प्यार को पाना चाहता है या जिस प्रेमी जोड़ों के बीच किसी भी कारण कोई अनबन या गलतफहमियाँ उत्पन्न हो रही हो, जिसका नकारात्मक असर प्रेम संबंधों पर पड रहा हो, ऐसे लोगों को ओपल जरुर धारण करना चाहिए। महिलाओं तथा पुरुषों के निजी जीवन में प्यार और रोमांस को पुनर्जीवित करने का काम ओपल रत्न करता है। इस रत्न के प्रभाव से जीवन में एकता, संतुष्टी और रिश्तों में मजबूती आती है।
सामाज में मान-सम्मान की प्राप्ति-
अगर आपके समाज में किसी से रिश्ते ख़राब हैं या आप भी सामाजिक संबंधों में सुधार चाहते हैं तो ओपल आपके लिए ही है। ओपल के प्रभाव से लोगों के बीच आपका प्रभाव बना रहता है। आप अपनी बात समाज के आगे रखने में कामयाब होते हैं। आपके सामाजिक सम्बन्ध और अधिक मजबूत हो जाते हैं। लोगों का भरपूर सहयोग आपको मिलता है। आपकी वाणी में मिठास देखने को मिलती है। आपके अंदर दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता में वृद्धि होती है, इसलिए आपको बिना संकोच ओपल रत्न धारण करने की सलाह यहाँ दी जाती है।
- चिकित्सकीय रूप से, ओपल पत्थर को एंडोक्राइन सिस्टम के लाभ और हार्मोनल स्राव के संतुलन को बनाए रखने के लिए कहा जाता है।
- संगीत, पेंटिंग, नृत्य और थिएटर जैसे कलात्मक क्षेत्रों में शामिल लोगों को ओपल पत्थर के असंख्य लाभ प्राप्त होते हैं।
- ओपल रत्न लाभ लोगों को, जो कपड़े, फैशन, गहने, कलाकृतियों, महंगी कारों आदि जैसे अच्छे जीवन से संबंधित वस्तुओं का काम करते हैं।
- ओपल वफादारी, सच्चाई और सहजता लाता है यह चंचल दिमाग को भी हटा देता है
- ओपल आपके अतीत की भावनात्मक स्थिति को दर्शाता है और यह भी ठीक करता है।
- ओपल मौलिकता लाता है और गतिशीलता को बढ़ाता है।
- ओपल एक मोहक पत्थर है जो भावनात्मक स्थिति को बढ़ाता है और बाधाओं को दूर करता है।
- ओपल आँखों के लिए फायदेमंद है, खासकर अमृत के रूप में यह आंख की समस्याओं का इलाज करता है।
फ्यूचर पॉइंट के माध्यम से अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाकर ओपल रत्न से सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर के इस रत्न को धारण करें|