सिंह राशि में मंगल गोचर - किसके लिए, कैसा रहेगा? | Future Point

सिंह राशि में मंगल गोचर - किसके लिए, कैसा रहेगा?

By: Future Point | 01-Aug-2019
Views : 6762सिंह राशि में मंगल गोचर - किसके लिए, कैसा रहेगा?

मंगल 09 अगस्त 2019 से सिंह राशि में गोचर करने वाले है। इससे पूर्व मंगल कर्क राशि अपनी नीच राशि में विचरण कर रहे थे। मंगल का नीच राशि से बाहर आना व्यर्थ के क्रोध और आवेश में कमी लाएगा। सिंह राशि में मंगल शक्ति और संप्रभुता का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल ग्रह को ज्योतिष में सेनापति और युद्ध के देवता का स्थान दिया गया है। एक सेनापति तभी शांत होता है जब उसकी युद्ध में विजय होती है। लेकिन मंगल ऐसा योद्धा है जो शांति स्थापित करने के लिए युद्ध करता हैं परन्तु सिंह राशि में मंगल की स्थिति सिंह राशि के लिए अंहम की लड़ाई हो सकती है। इसलिए सिंह राशि में मंगल ग्रह अशुभ और अधिक उत्साही हो सकता है। सिंह राशि में मंगल नैतिक नियमों का पालन करा सकता है। यह हमारी ऊर्जा, प्रेरक शक्ति और महत्वाकांक्षाओं को आकार देता है। हमें अपने अधिकारी के प्रति वफादार बनाता है। आपके लिए यह कैसा रहेगा ? आईये जानें-

आइये जाने मंगल का सिंह राशिस्थ होने का सभी राशियों के लिए परिणाम-

मेष राशि

इस अवधि में मान सम्मान में वृद्धि होगी हो सकती है। संतान की प्रगति के योग बनेंगे। प्रभावशाली व्यक्तियों के संपर्क में आने के अवसर बनेंगे। रुके हुए प्रशासनिक कार्यों में सफलता मिल सकती है। धन हानि से बचने के लिए समझदारी के साथ धन उपयोग करें। संतान के स्वास्थ्य के लिए यह समय कष्टकारी सिद्ध हो सकता है। सामान्य से अधिक अप्रत्याशित घटनाएं घटित होने से परेशानियां बढ़ सकती है। संतान का सुख सहयोग कम मिल पाएगा। कार्यक्षेत्र में नेतॄत्व कार्यों में सफलता मिलेगी।

वृष राशि

भूमि क्रय-विक्रय से संबंधित योजनाएं सहजता से पूर्ण हो सकती है। भूमि भवन विषयों में लाभ की स्थिति बनी हुई है। माता का सहयोग समय पर नहीं मिल पाएगा। परिवार के विषयों को हल करने के अवसर प्राप्त होंगे। शत्रुओं में भी वृद्धि के योग बने हुए है। स्वजनों से विरोध का सामना आपको करना पड़ सकता है। मान-सम्मान के प्रति सतर्क रहेंगे। जीवन साथी पर क्रोध करने से बचें। वैवाहिक जीवन में व्यर्थ का तनाव बढ़ाना सही नहीं होगा। सरकारी कार्यों में असफलता एवं आय में कमी महसूस होगी।

मिथुन राशि

पुरषार्थ से रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे। कार्यक्षेत्र के कार्यों में सफलता हासिल होगी। प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले छात्रों को सफलता हासिल हो सकती है। सरकारी क्षेत्रों से जुड़े कार्य सहजता से पूर्ण होंगे। सम्मान प्राप्ति के योग बनेंगे। विरोधियों को परास्त करने में सफलता हासिल होगी। छोटे भाई बहन और मित्रों के सहयोग से कार्य पूरे होंगे। पराक्रम से काम लेना इस अवधि में लाभप्रद रहेगा। स्वजनों से रिश्ते मजबूत बनाए रखने के लिए क्रोध पर पूर्ण नियंत्रण बनाए रखें। भाग्य का सहयोग आपके साथ बना हुआ है।

कर्क राशि

धन में वृद्धि के योग बने हुए है। विधा एवं संतान का पूर्ण सुख प्राप्त होगा। संतान की प्रगति और उन्नति संभावित है। प्रशासनिक कार्य सहजता से पूरे होंगे। वाणी में ओज और जोश से धन प्राप्ति हो सकती है इसके विपरीत वाणी में क्रोध धन हानि का कारण बनेगा। पंचम, अष्टम एवं नवम भाव पर पूर्ण दृष्टि के कारण आकस्मिक घटना घटित हो सकती है। भाग्य से अधिक सहयोग की अपेक्षा ना करें। अविवेकपूर्ण निर्णय के कारण संतान को कष्ट एवं राजकीय कार्य में असफलता की स्थिति इस अवधि के उत्साह में कमी कर सकती है।

सिंह राशि

उत्साह, जोश और ऊर्जा से युक्त रहेंगे। मनोबल उच्च रहने से सभी विचारित कार्य शीघ्र पूर्ण होंगे। भूमि लेन-देन की योजनाओं को पूर्ण करने के लिए समय की अनुकूलता है। प्रशासनिक क्षेत्र में पूर्ण सफलता एवं भूमि से लाभ मिलेगा। सुख समृद्धि में वृद्धि होगी। सरकारी क्षेत्रों से जुड़े कार्य सहजता से पूरे किए जा सकते है। उच्च पद प्रप्ति के लिए प्रयासरत रहेंगे। जीवन साथी पर क्रोध करने से बचें। जहां तक संभव हो तनाव की स्थितियों का त्याग करें। जीवन साथी को शारीरिक कष्ट एवं मतभेद की स्थिति बनी हुई है। माता को शारीरिक कष्ट का योग है।

कन्या राशि

मंगल की व्यय भाव में उपस्थिति के कारण विवाद के द्वारा धन का अपव्यय हो सकता है। इस अवधि में स्थान परिवर्तन के विचारों का त्याग करें। यह लाभकारी नहीं रहेगा। भाई बंधुओं के विरोध का सामना करना पड़ सकता है। व्यय और हानियों के प्रति सतर्कता आवश्यक है। विरोधी मान-सम्मान को हानि पहुंचा सकते है। यह समय सावधानी रखने और तनाव से बचने का है। सुख-शांति की कमी के योग भी बन रहे है। जीवन साथी के साथ मतभेद की स्थिति बन सकती है। यात्राओं को जहां तक संभव को टाल दें। साझेदारी में कोई नहीं व्यवसाय शुरु करने का सोच रहे हैं तो भी समय इस कार्य के अनुकूल नहीं है।

तुला राशि

मंगल की आय स्थान में उपस्थिति के कारण भूमि से सम्बंधित रोजगार से आय में वृद्धि होगी। नया व्यापार शुरु करना लाभकारी रहेगा। साझेदारी कार्यों से लाभ प्राप्ति के योग बने हुए है। पुरषार्थ, मेहनत और पराक्रम से किए गए कार्यॊं में उत्तम लाभ प्राप्ति के योग है। परिवार के सदस्यों के साथ मेल मिलाप के योग बने हुए है। आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और धन संचय में वृद्धि होगी। आरोग्य एवं धन धान्य की प्राप्ति होगी। मित्र एवं कुटुंब का सहयोग प्राप्त होगा। राजकीय कार्य में सफलता मिलेगी। दाम्पत्य जीवन सुखमय रहेगा। संतान को शारीरिक कष्ट एवं शत्रुओं से कष्ट प्राप्त हो सकता है।

वृश्चिक राशि

मंगल की दशम भाव में उपस्थिति राजकीय क्षेत्र में सफलता देगी। इसके साथ ही मान-सम्मन में वॄद्धि और उच्च पद की प्राप्ति भी संभावित है। कामनाओं की पूर्ति होने से मन को प्रसन्नता एवं शरीर को आरोग्यता की प्राप्ति होगी। माता के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें। संतान का सुख समय पर प्राप्त नहीं हो पाएगा और शैक्षिक क्षेत्रों से जुड़े छात्रों को सफलता प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। नेतॄत्व शक्ति के बल पर आपको जीवन में आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होंगे। क्रोध, आवेश और अत्यधिक जोश से बचना होगा। रोग, ॠण में कमी के योग बने हुए है।

धनु राशि

मंगल की भाग्य भाव में स्थिति आपके भाग्य को बेहतर करेगी। उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए प्रयासरत छात्रों को अपने उद्देश्य में सफलता मिल सकती है। संतान, शिक्षा और कुछ नया सीखने के लिए यह समय उत्तम है। समय की अनुकूलता का लाभ उठाएं। इस समय खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा। कर्मशीलता से काम लेना होगा, भाग्यवादी बनने से अनुकूल समय हाथ से निकल सकता है। भाई बंधुओं से किसी भी प्रकार का विवाद करने से बचें। भूमि लेन-देने की योजनाओं पर कार्य सहजता से पूर्ण होगा और माता के साथ रिश्ते मजबूत बनाए रखें।

मकर राशि

मंगल का गोचर अष्टम भाव पर होने की अवधि में अत्यधिक पराक्रम का लाभ नहीं मिल पाएगा। जोखिमपूर्ण क्षेत्रों में धन विनियोजन करने से बचें। दुर्घट्नाओं के प्रति भी अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी। कार्यक्षेत्र में असफलता का योग है। भाइयों से मतभेद एवं शत्रुओं से भय रहेगा। कुटुंबजनों के भूमि-भवन से जुड़े विवाद परेशानियां खड़ी कर सकते है। परिवार में वाद-विवाद के कारण सुख-शांति भंग हो सकती है। धन संचय करना इस समय सहज नहीं होगा। यात्राएं सावधानी के साथ करें और यात्राओं का पूर्व नियोजन करना उपयुक्त रहेगा। आकस्मिक धन लाभ मिलेगा।

कुम्भ राशि

मंगल की सप्तम भाव मे उपस्थिति के कारण रोजगार के माध्यम से आय में वृद्धि होगी। पराक्रम के द्वारा मान सम्मान की प्राप्ति। सरकारी क्षेत्रों से जुड़े उद्यमियों को लाभ प्राप्ति के योग बन रहे है। जीवन साथी के साथ सहयोग बनाए रखें। इस अवधि में जोश, उत्साह और उर्जा शक्ति अधिक होने से रुके हुए कार्यों को पूर्ण करने में सफलता मिलेगी। नेतॄत्व शक्ति से आप अपनी टीम को लक्ष्य प्राप्त कराने में सफल रहेंगे। अपना कार्य शुरु करने का सोच रहें है तो आप सहजता से योजनाओं को पूर्ण कर सकते है। एक से अधिक योजनाओं पर एक साथ कार्य करने के अवसर प्राप्त होंगे। कार्यभार की अधिकता भी इस समय रहेगी।

मीन राशि

मंगल की छठवे भाव में उपस्थिति के कारण शत्रु पराजित होंगे। भाग्य के सहयोग से रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे। व्ययों पर नियंत्रण बनाए रखने में सफलता हासिल होगी। लम्बी दूरी की यात्राओं की योजनाएं लाभ के साथ पूर्ण होंगी। निद्रा में कमी के योग है। कुछ व्यर्थ की चिंताएं आपके निद्रा में कमी का कारण बन सकती है। अपने क्रोध पर नियंत्रण बनाए रखना होगा और आवेश में आकर किसी को जवाब देने से बचें। उदर विकार प्रभावी हो सकते है। रोग विषयों पर व्यय संभावित है। पराक्रम, साहस और जोखिम लेने की प्रवृत्ति अधिक रहेगी। मन में अशांति की स्थिति रहेगी।