जॉव में प्रमोशन प्राप्ति के अचूक उपाय-
By: Future Point | 19-Mar-2020
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अच्छी नौकरी पाना आज के समय की सबसे बड़ी समस्या है, और यदि किसी के पास अच्छी नौकरी है तो उसे समय पर अच्छा प्रमोशन या वेतन वृद्धि नहीं मिल पाता। नौकरी में प्रमोशन पाने के लिए दिन-रात हर एम्प्लॉई मेहनत करता है। जिसके बाद प्रमोशन की उम्मीद रखता है। नौकरी में लगातार मेहनत करने के बाद प्रमोशन और सैलरी इंक्रीमेंट से नौकरी करने वाला कर्मचारी खुश होता है, लेकिन कई बार ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती है कि जॉब कर रहे एम्प्लोई को उनके परिश्रम का फल नहीं मिलता है। कभी-कभी नौकरी के प्रमोशन में किसी न किसी प्रकार की रुकावट आती है। ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए आपको मेहनत तो करनी ही है पर साथ-साथ अगर यह उपाय भी किये जाएँ तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। ऐसे में उनकी मेहनत का फल उनको मिले इसके लिए ज्योतिषीय उपायों का सहारा लिया जाता है आइए जानें कुछ अचूक उपायों के बारे में जो आपका लक चमका सकते हैं|
ज्योतिषीय दृष्टिकोण-
भारतीय ज्योतिष में दशम भाव कर्म का भाव कहा जाता है। इस भाव से जातक की आजीविका अर्थात नौकरी और व्यवसाय का विचार किया जाता है। इस भाव में यदि ग्रह बलवान है, तो उसी के आधार पर व्यवसाय का आंकलन किया जाता है, अगर दशम भाव रिक्त है तो दशमेश नवमांश कुण्डली में जिस राशि में होता है उस राशि का जो स्वामी ग्रह होता है उस ग्रह के स्वभाव और कर्म के अनुसार व्यक्ति का रोजगार होता है, दशम भाव का स्वामी जिस राशि में स्थित है उस राशि के स्वामी के आधार पर भी रोजगार का विचार किया जाता है| सभी ग्रह दशम भाव में शुभ एवं लाभकारी फल देने वाले होते हैं। शनिदेव जिन्हें कर्म अधिकारी कहा जाता है। वे हर मनुष्य को उसके कर्म के आधार पर शुभ फल और दंड देते हैं। काल पुरुष राशि चक्र में शनि स्वयं दशम भाव के स्वामी हैं। इस वजह से शनि देव कर्म और कार्य क्षेत्र में मनुष्य को अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए प्रेरित करते हैं और गुरु की कृपा से नौकरी और व्यवसाय में कई अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं, साथ ही करियर के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होती है।
कुंडली में सर्वप्रथम यह निर्णय करना चाहिए कि लग्न व चंद्रमा में से कौन बली है और जो बली हो उससे दशम भाव में बैठे ग्रह द्वारा धन के स्रोत का पता चलता है। यदि दशम भाव में दो या अधिक ग्रह हों तो इन ग्रहों की दशा अंतर्दशा में ये ग्रह जिन वस्तुओं के कारक होते हैं उनके द्वारा धन आता है। यदि दशम में कोई ग्रह न हो तो सूर्य से दशमस्थ ग्रह से आजीविका विचार करें। यदि यहां भी कोई ग्रह न हो तो दशमेश नवांश कुंडली में जिस ग्रह की राशि में हो उस ग्रह से धनागमन का विचार करना चाहिए। कुंडली में दशम भाव के स्वामी और दशम भाव के पीड़ित होने से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में परेशानियां आती हैं। जब कोई क्रूर ग्रह दशम भाव में स्थित रहकर अशुभ फल देता है तो इसके कारण नौकरी और व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जॉब मिलने में देरी, नौकरी से निकाला जाना, पदोन्नति नहीं होना, जॉब को लेकर असंतुष्ट रहना और करियर में तमाम तरह की परेशानियां देखने को मिलती हैं। जन्म कुंडली के सूक्ष्म अध्ययन से इस बात का पता लगाया जा सकता है।
उपाय-
कुण्डली में दशम भाव तथा दशमेश को मज़बूत करें। घर से निकलते समय पहले दाहिना पैर निकालें। मनचाहा स्थानांतरण के लिए अपने तकिये के नीचे अनंतमूल की जड़ को रखकर सोएं।
- कुंडली में दशम भाव के स्वामी से संबंधित मंत्रों का जप करना चाहिए।
- यदि जातक पाप ग्रहों के दुष्प्रभाव से पीड़ित रहता है तो भी नौकरी में परेशानी आती है। इसके निराकरण के लिए घर पर नवग्रह हवन या मंदिर में रूद्राभिषेक करवाना चाहिए। इसके प्रभाव से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- हर रविवार को गाय को किसी बर्तन में गुड़ व गेहूं रखकर स्नेहपूर्वक खिलाएं। इसके साथ ही मंदिर में पीली वस्तुओं का दान करें।
- शुक्ल पक्ष के सोमवार को तीन गोमती चक्र चांदी के तार से बांध कर हमेशा अपने पास रखें।
- हनुमानजी का आकाश में उड़ता हुआ एक चित्र लगाएं और प्रतिदिन उसके समक्ष बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। प्रति मंगलवार या शनिवार को बट वृक्ष के पत्ते पर आटे का दीया जलाकर उसे हनुमानजी के मंदिर में रख आएं। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार या शनिवार करें।
- सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र या सूर्य मंत्र का जप करें। ऐसा करने से व्यावसायिक जीवन में उन्नति होती है। और वरिष्ठ सहकर्मियों और अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर चलने में मदद मिलती है।
- सात तरह के अनाज समान मात्रा में लेकर सुबह आप अपने घर की छत पर या किसी पार्क में खुले स्थान पर फैला दें। जिससे पक्षी अनाज के ये दाने चुग लेंगे। उनके लिए जल की व्यवस्था भी करें। यह उपाय कम से कम 43 दिन तक करें, विशेष लाभ मिलेगा|
- अगर लाख मेहनत करने पर भी मनचाहा वेतन या प्रमोशन नहीं मिल रहा है तो आज से ही रोज रात में एक हरे कपड़े में एक इलायची को बांधकर तकिए के नीचे रखकर सो जाएं और प्रात: उसे घर के किसी बाहरी व्यक्ति को दे दीजिए।
- व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए व्यापार वृद्धि यंत्र एक वरदान है। इस यंत्र को अपने कार्य स्थल या ऑफिस में स्थापित करें। इस यंत्र के सकारात्मक प्रभाव से धन लाभ, व्यापार वृद्धि व आर्थिक हानि का संकट दूर होता है।
- 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करें, और नित्य सूर्योदय से पूर्व उठकर सूर्यदेव को अर्घ्य प्रदान करके आदित्यहृदयस्तोत्र का पाठ करें|
- सोमवार को कनिष्ठिका उंगुली में चांदी की अंगूठी में मोती धारण करें।
कुछ अन्य उपाय-
- माता पिता की सेवा करें और गरीबों की मदत करें।
- सात प्रकार के अनाजों को एक साथ मिलाकर पक्षियों को खिलाएं।
- किसी गरीब को काले कंबल का दान करें और पिसी हुई हल्दी को बहते पानी में डालने से जल्द लाभ मिलेगा।
- रविवार और मंगलवार के दिन पदोन्नति की कामना से लाल कपड़े में जटा वाला नारियल बांधकर पूर्व दिशा की ओर बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
- ब्रह्ममुहूर्त में पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं और पदोन्नति की कामना करें।
- घर से निकलते समय एक नींबू को अपने सिर से 7 बार घुमाएं और चार लौंग इसमे दबा दें। अब इस नींबू को अपने पास रखें और शाम को बहते पानी में या किसी सुनसान जगह छोड़ आएं।
- शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाकर 7 परिक्रमा करें।
- पीपल के 11 साबुत पत्ते लेकर उन पर लाल सिन्दूर से राम-राम लिखकर मौली से पत्तों की माला बनाकर हनुमान जी से अपनी नौकरी की प्रार्थना करते हुए उन्हें ये माला पहनाएं। ऐसा लगातार 7 शनिवार तक करें।
- इंटरव्यू के समय एक नींबू में 4 लौंग गाढ़कर ॐ हं हनुमंते नमः मंत्र का 21 बार जाप करके नींबू को अपने पास रखें, और वापिस आकर, किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख दें।
- पिता की सेवा करें और उन्हें उपहार दें।
- यदि आपकी नौकरी या प्रमोशन में किसी भी तरह की बाधा आ रही है तो आप रोज़ाना पक्षियों को बाजरा और मक्का मिश्रित अनाज खिलाएं।
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