जानिये कब से शुरू है पितृ पक्ष 2018, क्या होगा श्राद्ध का सही समय
By: Future Point | 06-Sep-2018
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हिंदू धर्म में अनेक रीति-रिवाज़, व्रत एवं त्योहार मनाए जाते हैं। व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक कई तरह के संस्कार किए जाते हैं। वैसे तो व्यक्ति की मृत्यु पर अंत्येष्टि की जाती है किंतु अंत्येष्टि के बाद भी कुछ ऐसे कर्म होते हैा जिन्हें मृतक से संबंधित विशेषकर संतान द्वारा किये जाते हैं।
इन्हीं में से एक हैं श्राद्ध कर्म। वैसे तो हर माह की अमावस्या तिथि को श्राद्ध कर्म किया जा सकता है लेकिन भाद्रपद मास की पूर्णिमा से लेकर आश्विन मास की अमावस्या तक पूरा पखवाड़ा श्राद्ध कर्म करने का विधान है। अपने पूर्वजों के प्रति आदर एवं श्रद्धा प्रकट करने के इस पर्व को श्राद्ध कहा जाता है।
पितृ पक्ष 2018
इस साल पितृ पक्ष 24 सितंबर से आरंभ हो जाएंगें और इनका समापन 8 अक्टूबर को होगा। 24 सितंबर को पूर्णिमा श्राद्ध है और 8 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या है। सर्वपितृ अमावस्या को महालय अमावस्या भी कहा जाता है। इसी के साथ पितृ पक्ष की समाप्ति हो जाती है। महालय अमावस्या के दिन वह लोग तर्पण करते हैं जिन्हें अपने मृत पूर्वजों की तिथि ज्ञात नहीं होती है। अगर आपको भी अपने पूर्वजों की तिथि ज्ञात नहीं है तो आप सर्वपितृ अमावस्या के दिन अपने पूर्वजों का श्राद्ध कर सकते हैं।
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2018 में कौन-सा श्राद्ध किस दिन है
प्रथम श्राद्ध
24 सितंबर, 2018 को सोमवार
तिथि – पूर्णिमा
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.48 से 12.36 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.64 से 13.24 तक
अपराह्न काल : 13.24 से 15.48 तक
दूसरा श्राद्ध
25 सितंबर यानि मंगलवार के दिन
तिथि – प्रतिपदा
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.48 से 12.36 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.36 से 13.24 तक
अपराह्न काल : 13.24 से 15.47 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु प्रतिपदा तिथि को हुई हो।
तीसरा श्राद्ध
26 सितंबर को बुधवार के दिन
तिथि – द्वितीय
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.48 से 12.36 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.36 से 13.23 तक
अपराह्न काल : 13.23 से 15.46 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु द्वितीय तिथि को हुई हो।
चौथा श्राद्ध
27 सितंबर को गुरुवार के दिन
तिथि – तृतीया
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.48 से 12.35 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.35 से 13.23 तक
अपराह्न काल : 13.23 से 15.45 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु तृतीय तिथि को हुई हो।
पाँचवाँ श्राद्ध
28 सितंबर को शुक्रवार के दिन
तिथि – चतुर्थी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.47 से 12.35 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.35 से 13.22 तक
अपराह्न काल : 13.22 से 15.44 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु चतुर्थी तिथि को हुई हो।
छठावाँ श्राद्ध
29 सितंबर को शनिवार के दिन
तिथि – पंचमी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.47 से 12.34 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.34 से 13.22 तक
अपराह्न काल : 13.22 से 15.43 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु कुंवारेपन में हुई हो।
सातवां श्राद्ध
30 सितंबर को रविवार के दिन
तिथि – षष्ठी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.47 से 12.34 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.34 से 13.21 तक
अपराह्न काल : 13.21 से 15.43 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु षष्ठी तिथि को हुई हो।
आठवां श्राद्ध
1 अक्टूबर को सोमवार के दिन
तिथि – सप्तमी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.47 से 12.34 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.34 से 13.21 तक
अपराह्न काल : 13.21 से 15.42 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु सप्तमी तिथि को हुई हो।
नौवां श्राद्ध
2 अक्टूबर को मंगलवार के दिन
तिथि – अष्टमी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.46 से 12.33 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.33 से 13.20 तक
अपराह्न काल : 13.20 से 15.41 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु अष्टमी तिथि को हुई हो।
दसवां श्राद्ध
3 अक्टूबर को बुधवार के दिन
तिथि – नवमी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.46 से 12.33 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.33 से 13.20 तक
अपराह्न काल : 13.20 से 15.40 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु नवमी तिथि को हुई हो।
ग्यारहवां श्राद्ध
4 अक्टूबर को गुरुवार के दिन
तिथि – दशमी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.46 से 12.32 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.32 से 13.19 तक
अपराह्न काल : 13.19 से 15.39 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु दशमी तिथि को हुई हो।
बारहवां श्राद्ध
5 अक्टूबर को शुक्रवार के दिन
तिथि – एकादशी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.45 से 12.32 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.32 से 13.19 तक
अपराह्न काल : 13.19 से 15.39 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु एकादशी तिथि को हुई हो।
तेरहवां श्राद्ध
6 अक्टूबर को शनिवार के दिन
तिथि – द्वादश
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.45 से 12.32 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.32 से 13.18 तक
अपराह्न काल : 13.18 से 15.38 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु द्वादशी तिथि को हुई हो।
चौदहवां श्राद्ध
7 अक्टूबर को शनिवार के दिन
तिथि – त्रयोदशी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.45 से 12.31 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.31 से 13.18 तक
अपराह्न काल : 13.18 से 15.37 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु त्रयोदशी तिथि को हुई हो।
पंद्रहवा श्राद्ध
7 अक्टूबर को रविवार के दिन
तिथि – चतुर्दशी
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.45 से 12.31 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.31 से 13.18 तक
अपराह्न काल : 13.18 से 15.37 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु चर्तुदशी तिथि को हुई हो।
सोलहवां श्राद्ध
8 अक्टूबर को सोमवार के दिन
तिथि – अमावस्या
श्राद्ध करने का सही समय
कुतुप मुहूर्त : 11.45 से 12.31 तक
रौहिण मुहूर्त : 12.31 से 13.17 तक
अपराह्न काल : 13.17 से 15.36 तक
किसके लिए : जिनकी मृत्यु अमावस्या तिथि, पूर्णिमा तिथि और चर्तुदशी तिथि को हुई हो।