गुरु करने वाले हैं वृश्चिक राशि में गोचर, क्या हलचल होगी आपके जीवन में
By: Future Point | 28-Sep-2018
Views : 9042
गुरु को वैदिक ज्योतिष में अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। ये जीवन में उन्नति प्रदान करते हैं। गुरु यानि बृहस्पति को ज्ञान, कर्म, धन, पुत्र एवं विवाह का कारक भी माना गया है। इससे प्रभावित व्यक्ति धार्मिक एवं आध्यात्मिक कार्यों में अधिक रुझान रखता है।
बृहस्पति गोचर 2018
11 अक्टूबर, 2018 को गुरुवार के दिन बृहस्पति रात्रि को 8 बजकर 39 मिनट पर तुला राशि से वृश्चिक राशि में गोचर करेगा। गुरु इस राशि में 30 मार्च, 2019 तक शनिवार को रात्रि 3 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। तो चलिए जानते हैं कि गुरु के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा।
मेष राशि
गुरु आपके नवम और द्वादश भाव का स्वामी है और ये आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर कर रहा है। भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। असफलता का साथ रहेगा। धन हानि की भी संभावना है। आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। पैसों के मामले में किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा ना करें। यात्रा के कारण थकान हो सकती है।
उपाय : बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करें – ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।।
वृषभ राशि
बृहस्पति आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहा है। जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। साझेदारी में व्यापार करते हैं तो लाभ हो सकता है। नौकरी, व्यापार और पैसों से जुड़े मामलों पर निर्णय सोच-विचार कर लें। बुद्धिमानी से लिए गए फैसले आपको लाभ देंगें।
उपाय : गुरुवार के दिन हल्दी और चने की दाल का दान करें। गाय को रोटी खिलाएं।
मिथुन राशि
गुरु आपकी राशि के षष्ठम भाव में गोचर करेंगें। ये एक अच्छा संकेत नहीं है। शत्रु आपको परेशान कर सकते हैं। भाई-बहनों के साथ मतभेद हो सकता है। सेहत को लेकर लापरवाही ना बरतें। सफलता के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है।
उपाय : ब्राह्मण को शक्कर का दान करें।
कर्क राशि
गुरु आपके पंचम भाव में स्थित है। संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है। परिवार में खुशियां आएंगीं। सरकारी विभाग से लाभ मिलने की संभावना है। अच्छे लोगों का साथ मिलेगा। समाज में ऊंचे वर्ग के लोगों से अच्छे संबंध बनेंगें जिससे आपको फायदा होगा।
उपाय : बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करें – ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।।
सिंह राशि
गुरु आपकी राशि के चौथे भाव में गोचर कर रहा है। गुरु का चतुर्थ भाव में स्थित होना आपके लिए कष्टकारी हो सकता है। दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं। मां की सेहत का ध्यान रखें। मानसिक तनाव हो सकता है।
उपाय : गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करें।
कन्या राशि
बृहस्पति आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेगा। व्यापार में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार में निवेश के लिए भी अच्छा समय नहीं है। नौकरी करने वाले जातकों के लिए अच्छा समय नहीं है। सेहत का ध्यान रखें।
उपाय : घर में रोज़ कपूर का दीया जलाएं।
तुला राशि
बृहस्पति आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगें। धन लाभ के योग बन रहे हैं। जल्दबाजी में कोई ऐसा निर्णय ना लें जिससे हानि हो। पारिवारिक जीवन में शांति बनी रहेगी। लोग आपके काम की प्रशंसा करेंगें। प्रमोशन मिलने की भी संभावना है।
उपाय : गुरुवार के दिन शुद्ध घी का दान करने से लाभ होगा।
वृश्चिक राशि
गुरु आपकी ही राशि में गोचर करेंगें। ये समय आपके लिए कष्टकारी हो सकता है। घर बदलने की सोच सकते हैं। मानसिक तनाव बढ़ेगा। धन की बचत पर ध्यान दें। आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति में वृद्धि होगी। पैसों के लेन-देन में सावधानी बरतें।
उपाय : भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें।
धनु राशि
बृहस्पति आपकी राशि से द्वादश भाव में गोचर करेगा। मानसिक तनाव बढ़ सकता है। मुश्किल समय में धैर्य और संयम से काम लें। धन हानि के योग बन रहे हैं। आर्थिक नुकसान हो सकता है। पारिवारिक मतभेद की भी संभावना है।
उपाय : बृहस्पति यंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा करें।
मकर राशि
गुरु आपके एकादश भाव में गोचर करेगा। कार्यक्षेत्र में उन्नति के योग बन रहे हैं। व्यापारियों को भी लाभ होगा। कोई नया व्यवसाय शुरु कर सकते हैं। घर में कोई नया मेहमान आ सकता है। धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी।
उपाय : गुरुवार के दिन सुबह के समय पीपल के पेड़ को बिना स्पर्श करे जल अर्पित करें।
कुंभ राशि
गुरु आपके दशम भाव में गोचर करेगा। ऑफिस में सहकर्मियों के साथ मतभेद हो सकते हैं। सेहत का ख्याल रखें। इच्छाशक्ति में कमी आएगी और मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है। बेवजह तनाव ना लें। मेहनत के बाद ही सफलता मिलेगी।
उपाय : जेब में पीले रंग का रूमाल रखें।
मीन राशि
गुरु आपके नवम भाव में स्थित होगा। इस दौरान कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलेगी। ऑफिस में प्रमोशन और सैलरी में बढ़ोत्तरी हो सकती है। धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। पिता का सुझाव लेकर कार्य करें।
उपाय : सोने की अंगूठी में पुखराज रत्न