धनतेरस 2022: शनि भी हो रहे हैं मार्गी, जानें सभी अद्भुत संयोग व चेतावनी
By: Future Point | 18-Oct-2022
Views : 2939
दिवाली का नाम सुनते ही चेरे पर एक मुस्कान झलक जाती है। दीपावली साल के सबसे शुभ त्योहारों में गिना जाता है। इस पर्व का सभी लोग साल भर इंतज़ार करते हैं। दिवाली के पर्व की शुरुआत धन तेरस से ही हो जाती है।
धन तेरस, को जीवन में अपार समृद्धि व यश की प्राप्ति करवाने वाला त्यौहार कहा गया। जैसा की नाम से ही विदित है धन तेरस का त्यौहार धन व वैभव से सम्बंधित है। जब धन की बात की जाये तो धन के देवता कुबेर और धन की देवी लक्ष्मी का नाम ध्यान में आता है।
धन तेरस व दिवाली, इन्हीं देव-देवी को प्रसन्न कर जीवन में सुख व वैभव को निश्चित करना है। इन दिनों में हमारे द्वारा बताये गए उपायों से आप अपार संपत्ति के मालिक बन सकते हैं। यहां हम आपको धन तेरस का शुभ मुहूर्त व अन्य ऐसे उपाय बताएँगे जिन्हें करने के पश्चात आपके जीवन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहेगी।
आखिर क्यों मनाते हैं धन तेरस ?
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की तेरहवीं या त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय, इस दिन धन्वंतरि देव, लक्ष्मी जी और कुबेर देव जी प्रकट हुए थे। धन्वंतरि जी अपने हाथों में अमूल्य रत्नों से भरा कलश लेकर प्रकट हुए व लक्ष्मी जी और कुबेर जी का धन से सम्बन्ध हम से छुपा नहीं हैं।
इस दिन कोई भी समान खरीदना बहुत ही शुभ माना गया। ऐसी मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई हर प्रकार की चल-अचल संपत्ति में तेरह गुणा तक वृद्धि होती है। यही वजह है कि लोग इस दिन बर्तन, सोना व चांदी जैसी बहुमूल्य चीज़ें खरीदते हैं। हम आपको बताएंगें कि सोना चांदी के अलावा क्या खरीदना आपको समृद्धशाली बनाएगा।
कब है धनतेरस 2022?
हिन्दू पंचांग के अनुसार, साल 2022 में धनतेरस 22 अक्टूबर को है। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर की पूजा के साथ-साथ सोना, चांदी या बर्तन खरीदना बेहद शुभ है।
धनतरेस 2022 शुभ मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ - 22 अक्टूबर 2022, सांय 6:02 मिनट से
त्रयोदशी तिथि का समापन- 23 अक्टूबर 2022, सांय 6 : 03 मिनट पर
धनतेरस पूजा मुहूर्त -सांय 7:01 से 8:17 मिनट
धनतेरस पूजा अवधि -1 घंटा 16 मिनट
यम दीपम- शनिवार, 22 अक्टूबर
धनतेरस 2022 पूजा विधि
- धनतेरस पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद साफ-सुथरे वस्त्र पहन लें। धन्वंतरि जी व कुबेर जी की पूजा शाम के समय शुभ मुहूर्त में ही करें। इस दिन पीतल और चांदी के बर्तन खरीदना शुभ है। इसलिए बाजार से कुछ न कुछ खरीदारी जरूर करें।
- शाम के समय घर के मुख्य द्वार और आंगन में दीपक जलाने चाहिए। क्योंकि धनतेरस से ही दीपावली के त्योहार की शुरुआत हो जाती है।
- धनतेरस के दिन शाम के समय ऊपर बताया गया शुभ मुहूर्त देखकर उत्तर की ओर कुबेर और धन्वंतरि जी को स्थापित करें।
- लक्ष्मी जी व गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर भी स्थापित करें।
- उसके बाद दीप जलाएं और विधिवत पूजन आरंभ करें।
- मूर्तियों का तिलक करें और पुष्प, फल आदि चीजें अर्पित करें।
- कुबेर देवता को सफेद मिठाई और धन्वंतरि देव जी को पीली मिठाई का भोग लगाएं।
- पूजा के दौरान 'ऊँ ह्रीं कुबेराय नमः' मंत्र का उच्चारण करें।
- भगवान धन्वंतरि जी के लिए धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।
धनतेरस का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि धनतेरस के दिन अपने हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन उनकी पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से पूजा करने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती। मान्यता है जो व्यक्ति इस दिन भगवान धन्वंतरि और कुबेर देवता की पूजा करने से धन, यश और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है।
इस साल बन रहा है खास संयोग
साल 2022 में धनतेरस के दिन खास संयोग बन रहा है, इसी दिन शनि देव मार्गी हो रहे हैं। शनि का मार्गी होना एक अत्यंत विशेष ज्योतिषीय घटना है इसके साथ ही कई राशियों के भाग्य में फेर-बदल होने वाला है।
इस दिन से कई राशियों के जीवन में अत्यंत शुभ बदलाव आएंगे और कई राशियों के लोगों को खूब सारी खुशियां मिलेगी। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि नामक शुभ योग भी रहेंगें। साल 2022 के शनिवार 22 अक्टूबर को शाम में 6 बजकर 3 मिनट से कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ हो रही है जिसे धनतेरस कहते हैं।
इसी दिन यमदीप भी किया जाता है, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 23 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। इसलिए धनतेरस को 22 अक्टूबर की शाम से अगले दिन 23 अक्टूबर की शाम तक मना सकते हैं। यमदीप का मतलब एक दीपक जलाना है और दिवाली से पहले धनतेरस पर ऐसा किया जाता है।
धनतेरस पर क्या खरीदें ?
सोना-चांदी
धनतेरस के दिन धातुओं में सोना और चांदी खरीदना काफी शुभ माना जाता है। ऐसा कहा गया है कि अगर आप सोना या चांदी को इस दिन भगवान धन्वंतरि पर अर्पित करेंगे तो आप के धन में वृद्धि होगी , क्योंकि भगवान धनवंतरी अपने हाथ में सोने का कलश लिए हुए हैं।
यह परंपरा है कि अगर कोई भी व्यक्ति धनतेरस के दिन सोना चांदी खरीदता है तो उसके धन में 13 गुना वृद्धि होगी ।
झाड़ू
धनतेरस के दिन झाड़ू भी खरीदना अत्यंत शुभ है क्योंकि झाड़ू से हम घर की नकारात्मक व अवांछनीय चीज़ों को बाहर निकालते हैं। आपके जीवन की हर विपदा और तकलीफ का विवरण झाडूं खरीद लाने से मिलेगा। झाड़ू घर में लगाने से आपके घर के सभी नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है और घर में सुख शांति आती है।
बर्तन
इस दिन ताम्बे, पीतल, चांदी के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है I सबसे महत्वपूर्ण है कि पीतल के बर्तन खरीदें जाएँ क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि पीतल का बर्तन माँ लक्ष्मी और देवगुरु बृहस्पति का प्रतीक है।
नए कपड़े
धनतेरस पर नए कपड़े खरीद सकते हैं।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति
लोग इस दिन दीपावली पूजन के लिए लक्ष्मी और गणेशजी की मूर्ति या चित्र खरीद सकते हैं।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदने के लिए क्लिक करें
खिलौने
इस दिन बच्चों के खिलौने भी खरीदना काफी शुभ है अगर आप के बच्चें खुश रहेंगे तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहेगा।
इस धनतेरस व्यावसायिक प्रतिष्ठा और आर्थिक लाभ के लिए करायें धन कुबेर पूजा
धनतेरस में क्या न खरीदें ?
- स्टील और प्लास्टिक की चीजें नहीं खरीदी जानी चाहियें।
- धनतेरस पर लोहा और एलमुनियम ना खरीदें।
- धनतेरस पर कांच भी ना खरीदें क्योंकि कांच में राहु का प्रभाव है।
- काली रंग की कोई वस्तु ना खरीदें।
- नुकीली या धारदार चीज धनतेरस के दिन ना लाएं।