दिल्ली विधान सभा चुनाव - 2025
By: Dr. Arun Bansal | 15-Jan-2025
Views : 26
Delhi Vidhan Sabha Election 2025: 5 फरवरी 2025 को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं एवं 8 फरवरी 2025 को चुनाव के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। पिछले वर्षों की तरह केजरीवाल की आप पार्टी मुख्य पार्टी के रूप में उभरती नजर आ रही है। भाजपा भी पूरी कोशिश में है कि किसी प्रकार से वह दिल्ली को जीत ले। क्या भाजपा आप पार्टी को हराकर जीत हासिल करेगी, आइए देखते हैं ज्योतिष के आइने में:-
दिल्ली के चुनावों का अतीत: दिल्ली में पहली विधान सभा का गठन 1952 में हुआ था। विधानसभा में 48 सदस्य थे। पहले चुनाव में कांग्रेस विजयी रही थी और कांग्रेस ने श्री ब्रह्म प्रकाश यादव को मुख्यमंत्री बनाया था। 1955 में सत्ता श्री गुरुमुख निहाल सिंह को दे दी गई। 1956 में राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिशों पर दिल्ली का राज्य का दर्जा समाप्त कर दिया गया और इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। करीब 37 साल पश्चात 1993 में दिल्ली में 70 सीटों के साथ विधान सभा की फिर स्थापना हुई और भाजपा ने जीत हासिल की श्री मदन लाल खुराना को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद श्री साहिब सिंह वर्मा को यह सीट दे दी गई।
1998 के चुनाव से ठीक पहले श्रीमती सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाया। 1998 के चुनाव में दिल्ली की राजनीति बिल्कुल बदल गई। कांग्रेस की जीत हुई और श्रीमती शीला दीक्षित मुंख्यमंत्री बनी। इसके बाद वे लगातार 2003 व 2008 में दो बार और दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। इनके कार्यकाल में दिल्ली मेट्रो परियोजना का सफल प्रारंभ हुआ। 2010 में कामनवेल्थ खेलों से जुड़े घोटालों के आरोपों ने शीला की सरकार को आगे नहीं चलने दिया और 2013 में अन्ना हजारे के आंदोलन से शुरू हुई अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने विधान सभा में बड़ी सफलता हासिल की।
आप ने पहले ही चुनाव में 28 सीटे जीतीं, कांग्रेस 8 पर और भाजपा 32 पर सिमट गई। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार नहीं बना पाई और केजरीवाल कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाने में सफल रहे। यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई और 2 वर्ष बाद ही 2015 में पुनः चुनाव घोषित कर दिए गए। 2015 के विधान सभा चुनाव में आप पार्टी ने 67 सीटें जीतकर रिकार्ड कायम किया, कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई और भाजपा 3 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। 2020 में एक बार फिर आप की आंधी चली। आप पार्टी 62 सीटें जीती, कांग्रेस शून्य पर ही रह गई, भाजपा 8 पर सिमट गई।
दिल्ली विधान सभा के इतिहास में मुख्यमंत्री के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल कांग्रेस की श्रीमती शीला दीक्षित का रहा वे 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। अरविन्द केजरीवाल करीब 10 वर्ष मुख्यमंत्री रहे। सबसे कम श्रीमती सुषमा स्वराज का कार्यकाल रहा।
2025 के दिल्ली विधान सभा चुनाव में मुख्य रूप से 3 पार्टियां भाग ले रही हैं वे हैं आम आदमी पार्टी, भाजपा एवं कांग्रेस (आई)। आइए देखते हैं कैसी है उनकी ग्रह स्थिति।
आम आदमी पार्टी:
2013 में आम आदमी ने पहले चुनाव लड़े। चुनाव 1 दिसंबर 2013 को हुए जब वक्री गुरु मिथुन राशि में व शनि तुला राशि से गोचर कर रहे थे। राहु भी शनि के साथ तुला राशि में थे। आम आदमी पार्टी की राशि से गुरु दुसरे भाव में व शनि एवं राहु षष्ठ भाव से गोचर कर रहे थे। शनि लग्न से अष्टम भाव में थे अतः जीत हुई लेकिन पूर्ण बहुमत नहीं मिला।
दूसरे चुनावों में 7 फरवरी 2015 को गुरु उच्च राशि में एवं शनि वृश्चिक राशि में थे। लग्न से गुरु पंचम एवं शनि नवम भाव से गोचर करे रहे थे। शुभ स्थिति के कारण पूर्ण बहुमत से जीत हुई और सरकार बनी।
तीसरे चुनावों में 8 फरवरी 2020 को गुरु धनु राशि में एवं शनि मकर राशि से गोचर करे रहे थे। केतु गुरु के साथ विद्यमान थे। चंद्र से गुरु अष्टम में थे एवं शनि नवम भाव में गोचर कर रहे थे। गुरु के अष्टम होने से कुछ सीटों की हानि हुई लेकिन शनि ने पूर्ण जीत दिलाई और आपकी सरकार बनी।
दिल्ली में हुए चुनाव समय का ग्रह-गोचर
चुनाव तिथि
|
गुरु
|
शनि
|
राहु
|
06 नवंबर 1993
|
तुला
|
मकर
|
वृश्चिक
|
25 नवंबर 1998
|
कुंभ
|
मेष
|
सिंह
|
01 दिसंबर 2003
|
सिंह
|
मिथुन
|
मेष
|
29 नवंबर 2008
|
धनु
|
सिंह
|
मकर
|
04 दिसंबर 2013
|
मिथुन
|
तुला
|
तुला
|
07 फरवरी 2015
|
कर्क
|
वृश्चिक
|
कन्या
|
08 फरवरी 2020
|
धनु
|
मकर
|
मिथुन
|
05 फरवरी 2025
|
वृषभ
|
कुंभ
|
मीन
|
2025 में 5 फरवरी को चुनाव होंगे। इस दिन गुरु वृषभ राशि में एवं शनि कुंभ राशि से गोचर करेंगे। पुनः गुरु चंद्रमा के ऊपर से एवं शनि चंद्र से दशम भाव में गोचर करेंगे। पिछले चुनावों की तरह से इस बार भी पूर्ण जीत की आशा है लेकिन कुछ सीटें कम अवश्य होंगी।
यदि अरविंद केजरीवाल की जन्मपत्री देखें तो आप पार्टी की और केजरीवाल जी की एक ही राशि है-वृष। उनकी पत्री पार्टी के भविष्य पर विशेष रूप से अलग प्रकार से फल दिखाने में सक्षम नहीं है। या कहिए की दोनों की पत्री एक जैसे ही फलों को निर्दिष्ट करते हैं। अतः पार्टी की पत्री अनुसार ही विजय उनके खाते में आने वाली है। लेकिन पहले से कुछ घटकर।
भाजपा:
दिल्ली में सबसे पहले चुनाव 6 नवंबर 1993 को हुए थे। उस समय शनि मकर राशि से एवं गुरु तुला राशि से गोचर कर रहे थे। राहु वृश्चिक राशि में थे। भाजपा की चंद्र राशि से गुरु द्वादश एवं शनि तृतीय भाव में गोचर कर रहे थे। शनि की तीसरे भाव से गोचर शुभ होने के कारण उनकी जीत हुई। दूसरे चुनाव में शनि छठे भाव में थे, तीसरे चुनाव में शनि अष्टम, चतुर्थ चुनाव में शनि दशम में, जिसने जीत में रूकावट पैदा की।
दिसंबर 2013 चुनावों में शनि बारहवें स्थान में थे जिसने जीत दिलाकर भी सरकार नहीं बनने दी। और राहु गुरु की चंद्र से अष्टम में थे जिसने पावर से दूर रखा। 2015 व 2020 में शनि राशि के ऊपर व तीसरे भाव में थे लेकिन आप पार्टी की ग्रह स्थिति अधिक बलवान होने के कारण वह विजयी रही और भाजपा कुछ प्राप्त नहीं कर पाई। 2025 चुनाव की स्थिति देखें तो शनि राशि से चैथे, राहु राशि से पांचवें व गुरु राशि से सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। स्थिति शुभ होते हुए भी आप पार्टी से स्थिति कमजोर दिखाई दे रही है। अतः 2025 चुनाव भी आप पार्टी जीत सकती है लेकिन भाजपा के ग्रह खराब न होने के कारण यह मुकाबला कठिन रहेगा और भाजपा बहुत सारी सीटें लेने में समर्थ होगी।
यदि नरेंद्र मोदी जी की कुंडली देखें तो उनकी भी वृश्चिक राशि है जो भाजपा की पार्टी की राशि है, अतः उनकी कुंडली भाजपा के लिए कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं ला सकेगी। लेकिन जैसे-जैसे 5 फरवरी 2025 आएगी शनि भाजपा के चंद्रमा के अंश 260 पर पहुंचेगा। इस कारण भाजपा पहले बहुत अच्छा नहीं करेगी लेकिन जैसे चुनावों की तारीख पास आएगी, यह अच्छा प्रदर्शन करेगी और चुनाव के समय बहुत अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब होगी। इस प्रकर यह आप पार्टी को बड़ा झटका देकर अनेक सीट लेने में समर्थ होगी। ग्रहों का झोंका थोड़ा सा तेज हो गया तो भाजपा जीत भी दर्ज कर सकती है।
कांग्रेस:
कांग्रेस (आई) की चंद्र राशि मेष है। जब शनि चंद्र के ऊपर, तीसरे व पांचवे स्थान से गोचर कर रहे थे एवं गुरु एकादश, पंचम व नवम स्थानों से गोचर कर रहे थे तब कांग्रेस ने अपनी सरकार बनाई। जब शनि अष्टम या दशम भाव में थे तो सरकार नहीं बनी। इस बार शनि एकादश में, गुरु दूसरे भाव में व राहु बारहवें भाव में रहेंगे। इस शुभ योग में कांग्रेस कुछ सीट लेने में सक्षम होगी लेकिन यह बहुत कुछ कर पाएगी, इसकी आशंका है।
यदि राहुल गांधी की पत्री देखी जाए तो शनि राशि से चतुर्थ स्थान में गोचर करेंगे और गुरु सप्तम में गोचर करेंगे। यह स्थिति भी जीतने के लिए पूर्ण नही है। अतः कांग्रेस (आई) पिछले वर्षों से बेहतर प्रदर्शन दिखाते हुए कुछ सीट लेने में सक्षम होगी।
निष्कर्ष:
दिल्ली के आगामी चुनावों की समीक्षा करने के लिए तीनों मुख्य पार्टी व पिछले सभी चुनावों की जीत हार का व्यौरा लेेते हुए आशा करते हैं कि आम आदमी पार्टी सरकार बनायेगी, भाजपा पहले से अधिक सीटें लेगी। भाजपा कड़ी टक्कर देगी और जीत की ओर अग्रसर होगी। कांग्रेस (आई) अपना खाता खोलेगी। शेष 8 फरवरी 2025 को।