अनंग त्रयोदशी (Anang Trayodashi) 2024 - प्यार में सफलता का अकाट्य दिवस | Future Point

अनंग त्रयोदशी (Anang Trayodashi) 2024 - प्यार में सफलता का अकाट्य दिवस

By: Acharya Rekha Kalpdev | 01-Apr-2024
Views : 796अनंग त्रयोदशी (Anang Trayodashi) 2024 - प्यार में सफलता का अकाट्य दिवस

अनंग त्रयोदशी (Anang Trayodashi) व्रत पर्व को सनातन हिन्दू धर्म का प्रेम दिवस कहा जा सकता है। लाखों युवक-युवतियां फरवरी माह में प्यार का इजहार करते है और वैलेंटाइन डे (Valentine's Day) मनाते है। वो सभी अनंग त्रयोदशी दिवस के अद्भुत दिन की महिमा से अनजान है। उन्हें नहीं मालूम की सनातन धर्म में प्यार का आशीर्वाद देने वाले देव भगवान काम देव का आशीर्वाद प्राप्त अनंग त्रयोदशी के दिन प्राप्त किया जा सकता है। अनंग त्रयोदशी भगवान शिव, देवी पार्वती, देवी रति और भगवान कामदेव जी को समर्पित दिन है। अनंग भगवान् कामदेव जी का ही एक अन्य नाम है। साल 2024 में अनंग त्रयोदशी पर्व/व्रत 21 अप्रैल का रहेगा। प्यार की सफलता के लिए प्रेमी वर्ग इस दिन व्रत कर भगवान कामदेव से अपना प्यार मांग सकते है।

अनंग त्रयोदशी का दिन प्यार में सफलता देने के लिए अतिशुभ दिन है। इस दिन जो प्रेमी अपना प्यार पाने के लिए अनंग त्रयोदशी का व्रत कर, भगवान् शिव, देवी पार्वती, देवी रति और भगवान कामदेव की उपासना करता है। उसे प्यार में सफलता मिलती है। अनंग त्रयोदशी का दिन उन लोगों के लिए भी विशेष महत्त्व रखता है, जिनके वैवाहिक जीवन में आपसी स्नेह की कमी हो।

इस दिन का व्रत, उपवास दाम्पत्य जीवन के बाधाओं को दूर करता है। प्यार की कमी महसूस कर रहे, लोगों के लिए अनंग त्रयोदशी शुभदायक है। आप किसी से स्नेह करते है और उसमें अनेक प्रकार की बाधाएं आ रही हों तो अनंग त्रयोदशी का दिन आपके लिए ही है। आप इस व्रत को विधि-विधान और नियम से कर अपने प्यार में सफलता हासिल कर सकते है। दाम्पत्य जीवन में आजीवन स्नेह बना रहे, इसके लिए भी इस व्रत का पालन किया जा सकता है।

यह व्रत पर्व आपसी स्नेह, सहयोग, सामंजस्य और प्रेम वृद्धि एक साथ साथ प्यार में सफलता का अचूक दिवस है। अनंग त्रयोदशी के पर्व की यह विशेषता है कि इस पर्व/व्रत को युवक और युवती दोनों कर सकते है। साथ ही यह दिन जीवन साथी कि आयु कामना से भी किया जाता है।

Also Read In English: Anang Trayodashi 2024- Enhance Your Magnetism

अनंग त्रयोदशी का पर्व / व्रत करने की विधि

प्रेम संबंधों को मजबूत करने, सुधार करने, और बाधाओं को दूर करने के लिए अनंग त्रयोदशी तिथि का व्रत करना चाहिए। महाराष्ट्र और गुजरात में अनंग त्रयोदशी पर्व/व्रत विशेष रूप से बहुत प्रसिद्द है।

अनंग त्रयोदशी के दिन प्रात:काल में जल्दी उठकर, नित्यकर्मों से निवृत होकर, अपने इष्ट के सामने व्रत का संकल्प लें। सबसे पहले भगवान श्री गणेश जी का पूजन करें। पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें। भगवान् शिव का पूजन धूप, दीप और फूल से करें। भगवान शिव को भोग के रूप में दूध से निर्मित मिठाई का प्रयोग करें। माता देवी को श्रृंगार अर्पित करें। भगवान कामदेव से अपनी मनोकामना पूर्ती के लिए विनती करें। व्रत के दिन एक बार फिर से सांयकाल में आरती, कथा और पूजन करें और भोग लगाए।

अनंग त्रयोदशी पर करें ये उपाय- मिलेगी सफलता

अनंग त्रयोदशी पर्व/व्रत का दिन हिन्दू सनातन धर्म में प्यार बढ़ाने और प्यार में सफलता का सबसे शुभ दिन है। सभी विवाहित स्त्रियों को अनंग त्रयोदशी के दिन का व्रत का पालन अवश्य करना चाहिए। हिन्दू धर्म में यह प्रेम दिवस है। विवाहित स्त्रियां इस दिन व्रत कर अपने पति की लम्बी आयु और स्नेह के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करनी चाहिए।

प्रेम विवाह में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने का यह एक सबसे कारगर उपाय है। प्यार बढ़ाने का अचूक उपाय है। अनंग त्रयोदशी के दिन शिवलिंग पर सफ़ेद रंग के फूल अर्पित करें। सायंकाल में शिव पूजन कर ब्राह्मण को भोजन करा कर दान दक्षिणा देनी चाहिए।

स्वास्थ्य में सुधार के लिए उपाय

अनंग त्रयोदशी के दिन एक ताम्बे के लोटे में दही, घी, गुड, दूध और शहद लेकर शिवलिंग पर अर्पित करें। साथ ही 13 ताम्बे के या चांदी के सिक्के, सफ़ेद फूल, मावा मिठाई और बेलपत्र चढ़ाएं। साथ में 108 बार ॐ नम: शिवाय मन्त्र का जप करें। इससे जल्द ही रोगी की सेहत में सुधार होना शुरू होगा।

गृहस्थ जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए भी इस शुभ दिन का प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए इस दिन देवी रति और कामदेव का दर्शन पूजन कर उन्हें भोग लगाएं।

अविवाहितों के लिए उपाय

विवाह की प्रतीक्षा कर रहे अविवाहितों को अनंग त्रयोदशी के दिन शिवलिंग पर सिन्दूर अर्पित करना चाहिए। और भगवान शिव, देवी पार्वती से विवाह की कामना करनी चाहिए। साथ ही शिवलिंग के सामने ‘ॐ उमा महेश्वराय नमः मन्त्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
धन प्राप्ति के लिए इस दिन शिवलिंग पर केला, अमरुद, सफ़ेद मिठाई और बेलपत्र चढ़ाना चाहिए।