तांबे के बर्तन में पानी रखने के फायदे और जानिए इस्तेमाल का सही तरीका
By: Vinay Garg | 11-Nov-2017
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रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखना और सुबह उस पानी को पीना प्राचीन काल से ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। कई लोग पानी के लिए केवल तांबे के ही बर्तन का प्रयोग करते हैं, लेकिन वे इसे रखने का सही तरीका नहीं जानते। अगर आप भी तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखते हैं, और उसे रखने का तरीका आपको नहीं पता, तो आप इससे होने वाले लाभ से वंचित रह जाएंगे।
आयुर्वेद के अनुसार, तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से शरीर में वात, पित्त और कफ तीनों ही संतुलित रहते हैं और तांबे के बर्तन में रखा पानी हमेशा ताज़ा रहता है। रात के वक्त तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखने से तांबे के स्वास्थ्यप्रद गुण उस पानी में आ जाते हैं, जो पेट संबंधी रोगों से लेकर त्वचा को शुद्ध करने और कई तरह की बीमारियों से रक्षा करने में बहुत लाभदायक होता है। लेकिन इन गुणों का लाभ उठाने के लिए इसे सही तरीका से रखना आना चाहिए। इसलिए आज से आप भी तांबे के बर्तन में पानी रखना शुरू कर दीजिए।
इस्तेमाल का सही तरीका-
आप जब भी तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखें, तो हमेशा ध्यान रखें, कि उसे जमीन पर बिल्कुल न रखें। इसके बजाए आप उसे लकड़ी या धातु के किसी टेबल या अन्य स्थान पर रख सकते हैं। इसका प्रमुख कारण यह है कि धरती पर रखने से, पानी में तांबे के गुणों का पूर्ण अवशोषण न होकर गुरूत्वाकर्षण के कारण जमीन में होता है। जिससे हमें इसके गुणों का सही लाभ नहीं मिल पाता। इसलिए हमेशा इसे रखने का तरीका सही होना चाहिए।
तांबे के बर्तन में पानी रखने के फायदे-
- तांबे के वर्तन में रखा पानी पीने से आपकी सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचता है।
- यह शरीर में तांबे की कमी को पूरा करता है, क्योंकि यह प्राकृतिक कीटाणुनाशक होता है इसलिए यह शरीर में बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं को खत्म कर देता है।
- अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबे में कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते है यानी यह कैंसर की बीमारी को रोकने में कारगर हो सकता है।
- तांबा यानि कॉपर, सीधे तौर पर आपके शरीर में कॉपर की कमी को पूरा करता है और बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं से आपकी रक्षा कर आपको पूरी तरह से स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है।
- तांबे के बर्तन में रखा पानी पूरी तरह से शुद्ध माना जाता है। यह सभी प्रकार के बैक्टीरिया को खत्म कर देता है, जो डायरिया, पीलिया, डाइसैंट्री और अन्य प्रकार की बीमारियों को पैदा करते हैं।
- तंत्रिका कोशिकायें दिमाग तक संदेश पहुंचाने का काम करती हैं. ये तंत्रिका कोशिकाएं मायलिन के आवरण से ढंकी होती हैं, जो इनकी संदेश पहुंचाने के काम में मदद करता है. तांबा इस मायलिन आवरण के तैयार होने में मदद करता है. इससे दिमाग तेज होता है|
- तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होने के कारण शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन की समस्या नहीं होती। ऑर्थराइटिस की समस्या से निपटने में भी तांबे का पानी अत्यधिक फायदेमंद होता है।
- इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करते हैं। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबे कैंसर की शुरुआत को रोकने में मदद करता है और इसमें कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते है।
- तांबे के बर्तन में पानी रखने से सारे बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं. इसलिए दूषित पानी पीने से होने वाली बीमारियां जैसे डायरिया, पीलिया आदि नहीं होता.
- तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने से पूरे शरीर में रक्त का संचार ठीक रहता है. कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है और दिल की बीमारियां दूर रहती हैं
- पेट की सभी प्रकार की समस्याओं में तांबे का पानी बेहद फायदेमंद होता है। प्रतिदिन इसका प्रयोग करने से पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियों से निजात मिल सकती है।
- शरीर की आंतरिक सफाई के लिए तांबे का पानी कारगर होता है। इसके अलावा यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है और किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से निपटने में तांबे के बर्तन में रखा पानी लाभप्रद होता है।
- तांबा अपने एंटी-बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लेमेट्री गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह शरीर के आंतरिक व बाह्य घावों को जल्दी भरने के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।
- तांबे में भरपूर मात्रा में मौजूद मिनरल्स थॉयराइड की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं। थॉयराइड ग्रंथि के सही क्रियान्वयन के लिए तांबा बेहद उपयोगी है।
- तांबे में उपस्थित एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व असमय बढ़ती उम्र के निशान को कम कर आपको जवां बनाए रखता है। इसके अलावा यह फ्री रैडिकल में भी लाभदायक है, जो त्वचा को झुर्रियों, बारीक लाइनों और दाग-धब्बों से बचाकर स्वस्थ और जवां बनाए रखता है।
- त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाने के लिए मेलानिन के निर्माण में तांबा अहम भूमिका निभाता है। मेलानिन त्वचा, आंखों एवं बालों के रंग के लिए जिम्मेदार तत्व होता है।
- तांबे का पानी पाचनतंत्र को मजबूत कर बेहतर पाचन में सहायता करता है। रात के वक्त तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह पीने से पाचन क्रिया दुरूस्त होती है। इसके अलावा यह अतिरिक्त वसा को कम करने में भी बेहद मदददगार साबित होता है।
- दिल को स्वस्थ बनाए रखकर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके अलावा यह हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है। यह वात, पित्त और कफ की शिकायत को दूर करने में मदद करता है।
- एनीमिया की समस्या होने पर तांबे में रखा पानी काफी लाभदायक होता है। यह भोज्य पदार्थों से आयरन को आसानी से सोख लेता है। जो एनीमिया से निपटने के लिए बेहद जरूरी है।
- शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में भी तांबे का पानी मदद करता है। साथ ही यह आपकी किडनी और लिवर को भी स्वस्थ रखता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह किसी भी तरह के संक्रमण से निपटने में लाभदायक है।
- मस्तिष्क को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। इसके प्रयोग से स्मरणशक्ति मजबूत होती है, और दिमाग तेज होता है।