सूर्य का धनु राशि में गोचर, इन 4 राशियों को मिलेगा फायदा
By: Future Point | 26-Nov-2022
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आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि में सूर्य एक महत्वपूर्ण ग्रह है। भागवत गीता में सूर्य को सूर्य नारायण के नाम से सम्बिधित किया गया है। ज्योतिष (Astrology) में इसे राजा की संज्ञा दी जाती है, यह आत्मविश्वास और पिता का कारक माना जाता है। हिन्दू धर्म में सूर्य को ईश्वरस्वरुप पूज जाता है। इसलिए सूर्य देव की पूजा अर्चना का हिन्दू धर्म में भी विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि यदि रोज सुबह उठकर सूर्य देव को नियमित रूप से जल अर्पित किया जाए तो इससे कुंडली में उपस्थित सूर्य के हानिकारक प्रभावों से बचा जा सकता है। इसके साथ ही साथ व्यक्ति के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है।
फलित ज्योतिष में सूर्य ग्रह को विशेष रूप से जीवन में मान, सम्मान और कार्यक्षेत्र में सरकारी सेवाओं में कार्यरत होने का कारक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ होती है तो इससे उन्हें राजनीतिक जीवन में सफलता प्राप्त होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। हालांकि दूसरी तरफ यदि किसी कुंडली (Kundali) में सूर्य की स्थिति कमजोर हो तो इससे जातक को समाज में मिलने वाले मान सम्मान में कमी, सरकारी नौकरी में असफलता, परिवार में पिता के साथ मतभेद और आँख से जुड़ी कोई समस्या उत्पन्न होने की संभावना रहती है।
यह आरोग्य के कारक हैं, जो समस्त संसार को अपने प्रकाश से जीवन ऊर्जा प्रदान करते हैं। सूर्य लगभग 1 दिन में 1 डिग्री चलता है और महीने में एक राशि का भोग करते हुए दूसरी राशि में प्रवेश करता है सूर्य के इस गोचर को संक्रांति कहा जाता है। सूर्य के इस गोचर के बारे में बात करें तो सूर्य ग्रह 16 दिसंबर 2022 को सुबह 09 बजकर 58 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेगा, और यह ग्रह 14 जनवरी 2023 तक मकर राशि में गोचर करेगा, इसके बाद यह मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा।
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मेष राशि (Aries)
सूर्य का यह गोचर आपकी राशि से नवम भाव में हो रहा है। गोचर की यह अवधि आपके लिए आर्थिक रूप से अच्छी साबित होगी। इस दौरान आपको आर्थिक स्तर पर बड़े फायदे मिल सकते हैं। संभव है कि इस गोचर काल में आपकी आय में भी बढ़ोतरी हो, इसके अलावा किसी अनजान स्रोत से भी लाभ की संभावना बन सकती है। इस गोचरीय अवधि में छात्र विशेष रूप से उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए ख़ास योजना बना सकते हैं। कुछ छात्रों की पढ़ाई के लिए विदेश जाने की योजना भी सफल होगी। इस समय आपका ध्यान धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों की तरफ ज्यादा होगा।
उपायः- सूर्य देव के मंत्र “ॐ घृणि सूर्याय नमः’’ का जाप करना हितकर रहेगा।
वृषभ राशि (Taurus)
सूर्य इस गोचर के दौरान आपकी राशि से आठवें भाव में स्थापित होंगें। यह गोचरीय अवधि आपके लिए कार्य क्षेत्र में कुछ मुसीबतें पैदा कर सकती है। कार्य स्थल पर आप किसी विवाद में फँस सकते हैं इसलिए इस दौरान विशेष रूप से अपने आँख और कान खुले रखें। पारिवारिक रूप से देखें तो इस गोचर काल में माता पिता की सेहत आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती है। इस भाव में गोचर के प्रभाव से आपके स्वास्थ्य में समस्याएं आ सकती हैं। आपको अचानक बुखार, पित्त रोग में वृद्धि, और त्वचा संबंधित परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं, इसीलिए आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
उपायः- आपको प्रतिदिन श्रद्धा पूर्वक भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए।
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मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि से सूर्य का परिवर्तन सातवें भाव में हो रहा है। साझेदारी और विवाह के भाव में विराजमान होगा। इस भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। लेकिन व्यापार में उत्तम लाभ की प्राप्ति होगी। केवल इतना ही नहीं, यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको अच्छी पदोन्नति तथा तनख्वाह में वृद्धि होने के भी योग बनेंगे। आप पूरी लगन और मेहनत से अपने काम करेंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति अच्छी होगी तथा आपको मान सम्मान मिलेगा। समाज में आपकी स्थिति बढ़िया हो जाएगी। लेकिन दांपत्य जीवन के लिहाज से यह गोचर अनुकूल नहीं कहा जा सकता क्योंकि इससे आपके जीवन साथी और आपके मध्य अहम का टकराव होगा तथा रिश्ते में झगड़े की नौबत आ सकती है।
उपाय:- प्रतिदिन हरिवंश पुराण का पाठ करें।
कर्क राशि (Cancer)
सूर्य का यह गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होने वाला है। इस गोचर काल के दौरान आप खुद को पहले से ज्यादा ऊर्जावान महसूस करेंगे। इसके साथ ही साथ आपके दुश्मन इस समय आपके सामने नहीं टिक पाएंगे तथा आप अपने कार्यों में सफलता प्राप्त कर सकेंगे। आर्थिक रूप से देखें तो गोचर का समय आपके लिए पिछले कर्जों से मुक्त होने के लिए बेहद उत्तम है। यदि आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं तो यह गोचर आपके लिए सफलता का मार्ग खोलेगा। आपके खर्चे जरूर बढ़ेंगे लेकिन वे किसी गलत काम पर नहीं होंगे बल्कि सही समय पर और सही कार्य के लिए व्यवस्थित रूप से खर्च होगा।
उपायः- अपने पिता का सम्मान करें तथा प्रातः काल जल्दी उठने की आदत डालें।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि से पांचवें भाव में सूर्य का गोचर होने जा रहा है। पंचम भाव विशेष रूप से बुद्धि, ज्ञान, संतान और प्रेम संबंधों का भाव माना गया है। सूर्य के गोचर के प्रभाव से विशेष रूप से बच्चों की तबियत में गिरावट हो सकती है। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र में लाभ मिलेगा, इस अवधि में आपकी आमदनी में वृद्धि हो सकती है। यह गोचर काल आपको अचानक से धन प्रदान करने में भी सक्षम है। आपको शेयर बाजार, लॉटरी अथवा सट्टेबाजी आदि से धन लाभ होने के योग बन सकते हैं लेकिन धन का निवेश बहुत ही सोच समझकर किसी अच्छे विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही करना उचित होगा। छात्रों के लिए यह समय थोड़ा कठिन होगा, पढ़ाई से इस दौरान आपका ध्यान बार-बार भटकेगा।
उपायः- नित्य आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
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कन्या राशि (Virgo)
सूर्य का यह गोचर आपकी राशि से चौथे भाव में हो रहा है। इस भाव से माता, वाहन सुख और गृह निर्माण आदि के बारे में विचार करते हैं। सूर्य के इस गोचर में आपको मिले-जुले परिणाम मिलेंगे। अपने माता-पिता का इस दौरान आपको विशेष ख्याल रखने की जरूरत है उनकी सेहत में गिरावट आ सकती है। इस दौरान आर्थिक स्तर पर आपको विशेष लाभ की प्राप्ति भी हो सकती है। इसके साथ ही साथ आप आर्थिक लाभ प्राप्ति के लिए लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं। यदि आप विवाहित हैं तो, इस गोचरीय अवधि में आपके जीवनसाथी को कार्य क्षेत्र में अपार सफलता मिल सकती है। लेकिन इस दौरान आपको थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ सकती है, दूसरों के ऊपर हावी रहने की आपकी प्रवृत्ति आपको परेशानी में डाल सकती है।
उपायः- नित्य 108 की संख्या में गायत्री मंत्र का जाप करें।
तुला राशि (Libra)
तुला राशि वालों के लिए सूर्य का यह गोचर तीसरे भाव में होने जा रहा है। इस गोचर के दौरान आपके निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी और आपका आत्मबल मजबूत रहेगा। इसके साथ ही आपके स्वभाव में उग्रता आ सकती है जिसका विपरीत प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र पर भी पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन की बात करें तो परिवार में पिता के साथ वैचारिक मतभेद होने की संभावना भी है। इसके साथ ही छोटे भाई बहनों को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या आ सकती है। इस दौरान आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे। हालांकि आपको बेवजह के विवादों में इस समय नहीं पड़ना चाहिए।
उपायः- आप रविवार के दिन गेहूँ, तांबा और गुड़ का दान करें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि से सूर्य का परिवर्तन आपके दूसरे भाव में हो रहा है। यह भाव धन परिवार और वाणी का है। इस भाव में सूर्य के गोचर के चलते आपकी वाणी में कर्कशता आ सकती है। अगर आप शादीशुदा हैं तो आपका जीवनसाथी आपकी बातों से इस दौरान आहत हो सकता है। गोचर की इस अवधि में आपकी आय के स्रोत में वृद्धि हो सकती है और इसके साथ ही साथ ज़मीन जायदाद के मामलों में भी आपको मुनाफ़ा प्राप्त हो सकता है। इसके साथ ही आप अपनी प्रॉपर्टी को किराए पर देकर भी अच्छा ख़ासा लाभ उठा सकते हैं। सूर्य का ये गोचर आपके अहम् में वृद्धि कर सकता है, लिहाज़ा गोचर काल के दौरान विशेष सावधानी बरतें।
उपायः- लाल चन्दन को घिस कर स्नान के जल में मिलाएँ और उसी जल से स्नान करें।
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धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि से सूर्य का परिवर्तन आपकी ही राशि में हो रहा है। सूर्य का गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा और आपकी सोचने समझने की शक्ति मजबूत होगी। आप मुश्किल से मुश्किल समस्या का हल निकालेंगे और उस पर विजय प्राप्त करेंगे लेकिन आपके अंदर अभिमान भी जाग सकता है, जिसका असर आपके रिश्तों को खराब कर सकता है। जीवनसाथी के साथ बात करते समय शब्दों का सोच-समझकर इस्तेमाल करें आपकी कोई बात झगड़े का कारण बन सकती है। यदि आप किसी नए बिज़नेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो उसके लिए भी सूर्य के गोचर की ये अवधि फलदायी साबित हो सकती है। इस दौरान आपको भाग्य का साथ भी मिलता रहेगा।
उपायः- लाल गाय को रविवार के दिन दोपहर के समय गेहूँ और गुड़ खिलाएँ।
मकर राशि (Capricorn)
सूर्य मकर राशि में गोचर के दौरान आपकी राशि से बारहवें भाव में विराजमान होंगें। इस समय आपको विदेश यात्रा का सुख प्राप्त हो सकता है। सूर्य के गोचर की इस अवधि में आप अपने शत्रुओं पर विशेष रूप से विजय प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान आपको कुछ मामलों में जहाँ सकारात्मक लाभ प्राप्त होंगें वहीं कुछ मामलों में नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान यदि आपका कोर्ट कचहरी में कोई मामला चल रहा है तो उसमे फैसला आपके पक्ष में हो सकता है। आर्थिक पक्ष थोड़ा कमजोर रह सकता है इस समय आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है जिसकी वजह से आपको मानसिक परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है।
उपाय:- विशेष लाभ के लिए रविवार के दिन किसी जरुतमंद व्यक्ति को दवाई बांटें।
कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि से सूर्य का परिवर्तन ग्यारहवें भाव में हो रहा है। सूर्य के गोचर की ये स्थिति विशेष रूप से लाभदायक साबित होने वाली है। इस दौरान जहाँ एक तरफ समाज में आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं दूसरी तरफ आप अपने दोस्तों के बीच भी आकर्षण का केंद्र बने रहेंगे। आप यदि शादीशुदा हैं तो सूर्य का गोचर आपकी संतान के लिए अच्छा रहने वाला है और उनकी योजनाएं सफलता प्राप्त करेंगी। इससे उन्हें कामयाबी मिलेगी। इस गोचर काल में आप की महत्वाकांक्षाओं को भी पंख लगेंगे और इस समय में लंबे समय से अटकी हुई कोई इच्छा पूरी हो सकती है, जिससे आप काफी प्रसन्न रहेंगे।
उपाय- ब्राह्मण अथवा गरीब व्यक्ति को गुड़ की खीर खिलाएं।
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मीन राशि (Pisces)
मीन राशि से सूर्य का परिवर्तन दशवें भाव में हो रहा है। दशवें भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। पारिवारिक मोर्चे पर आपको इस दौरान संभलकर चलने की जरूरत है। इस गोचर के दौरान घर में किसी बात को लेकर वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है। इस गोचर काल में जहाँ एक तरफ आपको बिज़नेस में मुनाफ़ा होगा वहीं दूसरी तरफ कार्यक्षेत्र में भी पदोन्नति की संभावना है। कार्यक्षेत्र में आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और आपकी मेहनत की भी सराहना होगी। व्यापार से जुड़े जातकों को इस अवधि में सूझ बूझ के साथ काम लेना होगा, आपके द्वारा लिया गया एक गलत फैसला आपके लिए बेहद नुकसान देह साबित हो सकता है।
उपायः- अपने हाथ में मौली अर्थात कलावा छह बार लपेट कर बाँधे।
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