सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, जानें क्या होगा 12 राशियों पर असर, | Future Point

सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, जानें क्या होगा 12 राशियों पर असर,

By: Future Point | 06-Feb-2020
Views : 5317सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, जानें क्या होगा 12 राशियों पर असर,

ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को राजा की पदवी प्रदान की गई है| सूर्य आत्मा एवं पिता का प्रतिनिधित्व करता है, सूर्य द्वारा ही सभी ग्रहों को प्रकाश प्राप्त होता है और कुंडली में ग्रहों की इनके साथ नज़दीकी उन्हें अस्त भी कर देती है| सूर्य सृष्टि को चलाने वाले प्रत्यक्ष देवता हैं| कुंडली में सूर्य को पूर्वजों का प्रतिनिधि भी माना जाता है| किसी भी कुंडली में सूर्य पर एक या एक से अधिक पाप ग्रहों का प्रभाव होने पर उस कुंडली में पितृ दोष का निर्माण हो जाता है| जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य अच्छा होता है, वे व्यक्ति पूर्ण सम्मानित जीवन व्यतीत करते हैं। व्यक्ति की आजीविका में सूर्य सरकारी पद का प्रतिनिधित्व करता है, यह व्यक्ति को सिद्धान्तवादी बनाता है, इसके अतिरिक्त सूर्य कार्यक्षेत्र में कठोर अनुशासन अधिकारी, उच्च पद पर आसीन अधिकारी, प्रशासक, समय के साथ उन्नति करने वाला, निर्माता, कार्यो का निरिक्षण करने वाला बनाता है| सूर्य ज्योतिष में पिता, पुत्र, हृदय और सत्ता का कारक ग्रह है| मान-सम्मान, यश-अपयश, कीर्ति, प्रसिद्धि, ज्ञान, आयु, आरोग्य, नेत्र रोग, पिता, आत्मा, शारीरिक बनावट और लक्ष्मी का विचार सूर्य से किया जाता है|

जिन जातकों की जन्मकुंडली में सूर्य अच्छी स्थिति में होता है, उनका रहन-सहन, तौर तरीके राजसी होते हैं| ऐसे लोगों को स्वभाव से कई बार अहंकारी समझा जाता है, क्योंकि वे आसानी से किसी से घुल मिल नहीं पाते, ना ही स्थिति-परिस्थितियों में आसानी से समझौता कर पाते हैं| सूर्य को पिता का कारक माना गया है, तो इनका स्वभाव भी उस पिता की तरह ही होता है, जो भले ही बच्चों को गलती होने पर डांटता-फटकारता है, लेकिन मौन रूप से उनके लिए समर्पित होता है, साथ ही बच्चों के वर्तमान और भविष्य का पूरा ख्याल रखता है| कुंडली में सूर्य की अच्छी स्थिति पिता के साथ मधुर संबंधों का सूचक है, वहीं यह भी देखा गया है कि जिन जातकों की कुंडली में सूर्य दोषपूर्ण होता है, उन्हें पिता का सामान्य सुख नहीं मिल पाता| सूर्य को आत्मा का कारक भी माना गया है, अत: कुंडली में सूर्य की अच्छी स्थ‍िति आत्मिक ढृढ़ता को दर्शाती है| ऐसे जातकों में भरपूर आत्मविश्वास होता है, और सूर्य के कमजोर होने पर जातक में आत्मविश्वास की कमी होती है|

सूर्य का वृषभ राशि में प्रवेश 14 मई 2020 को गुरुवार के दिन होने जा रहा है| इस दिन रात 17 बजकर 16 मिनट पर सूर्यदेव वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे| वृषभ राशि में सूर्य 14 जून 2020 तक रहेंगे| सूर्य के इस राशि परिवर्तन को वृषभ 'संक्रांति' कहा जाता है और इस दिन को स्नान-दान-तर्पण आदि के लिए बहुत शुभ माना जाता है| वृषभ राशि में सूर्य का यह परिवर्तन सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव डालेगा, आइये जानते हैं|

मेष राशि (Aries)

मेष राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से दूसरे भाव में गोचर करेंगे| इस दौरान व्यापार और मान-सम्मान में वृद्धि होगी, सामाजिक दायरा बढेगा, कार्य क्षमता और बौद्धिक क्षमता अद्भुत रहेगी, आप धन संपत्ति में वृद्धि के लिए भरपूर मेहनत करेंगे| अतः बहुत से मामलों में सफलता मिलेगी| लेकिन वाणी पर नियंत्रण रखने की आपको सलाह दी जाती है| इस दौरान आपके स्वभाव में क्रोध व अहंकार की वृद्धि हो सकती है| आप थोड़े कटु भाषी भी हो सकते हैं| जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ख़्याल रखना होगा| घर में किसी से आपका वाद-विवाद भी संभव है| आर्थिक दृष्टि से गोचर आपके लिए शुभ संकेत दे रहा है| इस दौरान आप धन की बचत करने में सफल रहेंगे| सरकार और उच्च अधिकारियों से भी लाभ मिलने के योग हैं| छात्रों के लिए यह गोचर लाभदायक सिद्ध होगा| शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे|

उपाय-

शुभ फलों की प्राप्ति के लिए “वैदिक सूर्य शांति” कराएँ|
नियमित सूर्य देव को जल चढ़ाएं|

वृषभ राशि (Taurus)

वृषभ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी ही राशि में गोचर करेंगे| नौकरी और बिजनेस की दृष्टि से यह गोचर आपके लिए नए अवसर लेकर आएगा, रूके हुए कार्य पूरे होंगे| महत्वाकांक्षाओं की प्राप्ति होगी, यदि आप राजनीति में हैं तो लाभ रहेगा| इस गोचर के दौरान आपकी मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, बौद्धिक क्षमताओं में बृद्धि होगी| पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे| समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा, आप ख़ुद को पहले से अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे, आपके स्वभाव में जोश व उत्साह दिखाई देगा, इस दौरान आपके व्यक्तित्व से सभी प्रभावित होंगे| पारिवारिक सहयोग के साथ शुभ कार्य भी हो सकते हैं और आर्थिक स्थिति में भी लाभ होगा, यदि कुंडली में शुक्र कमजोर है तो स्वास्थ्य की समस्या विशेष कर बुखार होने की संभावना रहेगी|

उपाय-

माँ लक्ष्मी जी की आराधना करें और उन्हें शुक्रवार के दिन कमल का पुष्प चढ़ाएँ।
स्फटिक की माला धारण करें|

मिथुन राशि (Gemini)

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस दौरान यदि आपकी विदेश जाने की इच्छा है तो वह पूर्ण हो सकती है| नौकरी में स्थानांतरण होने की संभावना है| गोचर के दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि संभव है, इस समय अकारण धन खर्च होगा, इसलिए पैसों की बचत पर ध्यान दें| नहीं तो आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है, आप अपने दुश्मनों पर हावी रहेंगे| यदि कोर्ट-कचहरी में आपका कोई मामला चल रहा है, तो उसका फ़ैसला आपके हक़ में आ सकता है| अपने ग़ुस्से पर क़ाबू रखें, अन्यथा किसी से आपका विवाद हो सकता है| स्वास्थ की दृष्टि से सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि इस दौरान सिर दर्द और बुखार जैसी तकलीफ से गुजरना पड़ सकता है| इसलिए इस गोचर के दौरान आप अपनी सेहत का खास ख्याल रखें, थोड़ी भी लापरवाही महंगी पड़ सकती है,

उपाय-

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः" इस मन्त्र का 108 की संख्या में जाप करें|
रविवार के दिन सूर्य मंदिर में अन्न दान करें|

कर्क राशि (Cancer)

कर्क राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस अवधि में आपको आर्थिक दृष्टि से लाभ मिलने की प्रबल संभावना है| सरकारी उच्च पदों पर आसीन लोगों से आपके संबंध अच्छे बनेंगे और समय आने पर आपको उनसे लाभ भी प्राप्त होगा| कार्यक्षेत्र में वरिष्ठ कर्मियों का सहयोग मिलेगा| जीवनसाथी को नई जॉब मिल सकती है| नया व्यवसाय प्रारंभ करने के बारे में सोच रहे हैं तो समय अनुकूल है| आर्थिक लाभ होने से मन प्रसन्न बना रहेगा| समाज में आपका क़द और भी ऊँचा होगा| जो लोग प्रतियोगिता परीक्षा में भाग ले रहे हैं या कोई नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं उन्हें सफलता मिल सकती है| वहीं प्रेम जीवन में किसी प्रकार का विवाद हो सकता है, इससे बचने के लिए पार्टनर की भावनाओं की पूरी क़द्र करें| बच्चों की सेहत कुछ कमज़ोर रह सकती है| अतः बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना अति आवश्यक होगा| प्रेम संबंधों में कुछ समस्याएं पैदा हो सकती हैं|

उपाय-

शुभ फलों की प्राप्ति के लिए “रुद्राभिषेक” का पाठ करवाएं|
शिवलिंग का शहद से अभिषेक करना श्रेयकर रहेगा|

सिंह राशि (Leo)

सिंह राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि के स्वामी होकर दशवें भाव में गोचर करेंगे| आपके दशम भाव में सूर्य का गोचर होने से आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी| इस समय आप कार्यक्षेत्र में कुछ ऐसे साहसिक फैसले ले सकते हैं| जिनसे आपको कार्यक्षेत्र में लाभ प्राप्त होगा| इस दौरान उच्च अधिकारी आपके लिए सहायक सिद्ध हो सकते हैं, इस अवधि में आप पूरी लग्न के साथ अपना काम करेंगे| बिजनेस करने वालों को इस दौरान अच्छा मुनाफ़ा हो सकता है| यह ऐसा समय है जब आपको उन्नति के कई अवसर प्राप्त होंगे| इस अवधि में किसी काफी समय से रूके हुए सरकारी कामकाज में संतोषजनक परिणाम प्राप्त होगा| पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा, माता पिता के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा|

उपाय-

प्रातः काल नियम पूर्वक “आदित्य ह्रदय स्तोत्र” का पाठ करें|
तांबा, लाल वस्त्र, मसूर दाल, गुड़, आदि का दान करना शुभ रहेगा|

कन्या राशि (Virgo)

कन्या राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से बारहवें भाव के स्वामी होकर नवमें भाव में गोचर करेंगे, इस गोचर के दौरान आपकी इच्छाशक्ति में बढोतरी होगी, और आपका शरीर ऊर्जा से भरपूर रहेगा, आपको भाग्य का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा| बिजनेस के लिए की गई यात्रा फलदायी सावित होगी| दान-धर्म के कार्यों में आपका मन लगेगा और आप धार्मिक पुस्तकों का इस दौरान अध्ययन कर सकते हैं| कोई लम्बी दुरी की यात्रा आपके लिए अनुकूल रह सकती है| पिताजी की सेहत में कुछ कमी देखी जा सकती है| उनके साथ आपका मतभेद भी संभव है| भाई-बहनों को थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है|

उपाय-

भगवान शिव की आराधना करें|
रविवार के दिन गुड़ अथवा गेहूं का दान करें|

तुला राशि (Libra)

तुला राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर करेंगे| सूर्य का इस भाव होना शुभ सूचक नहीं है, कार्यों में कुछ असफलता मिलेगी या बहुत विलम्ब से सफलता मिलेगी, इस समय व्यय अधिक होगा तथा स्वास्थ्य भी परेशान कर सकता है, कार्यक्षेत्र में इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं| अपने मान-सम्मान को लेकर भी सचेत रहें, तुला राशि वाले इस गोचर के दौरान कोई भी नया कार्य प्रारंभ न करें| जीवन साथी के स्वास्थ्य से सम्बंधित कुछ समस्या भी परेशान कर सकती है, इसके कारण अचानक धन हानि हो सकती है| आमदनी में भी गिरावट होने के संकेत हैं| परिजनों के साथ मनमुटाव हो सकता है| आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर उधार लेना पड़ सकता है| जीवन साथी के साथ भी कलह के संकेत हैं| इस दौरान अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें और विवाद से बचें|

उपाय-

सूर्योदय से पूर्व सूर्य मंत्र का जाप करें|
पानी में थोड़ा गुड़ डालकर भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान करें|

वृश्चिक राशि (Scorpio)

वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे| जिससे आपकी वाणी प्रखर होगी, और आपकी व्यवहार कुशलता बढ़ेगी, परन्तु पिता और जीवन साथी से वैचारिक मतभेद रह सकता है| यह समय बिजनेस की दृष्टि से काफी अच्छा रहने वाला है| अपने कार्य स्थल पर आपका वर्चस्व बढेगा, इस समय नौकरी छोड़कर दूसरी नौकरी का खतरा न लें नही तो नुकसान हो सकता है क्योकि ज्यादा जोश व ऊर्जा के कारण आप नौकरी छोड़ सकते है| पहले दूसरी नौकरी को अपने हाथ में लें तभी नौकरी छोड़े या गोचर परिवर्तन की प्रतीक्षा करें| कुल मिलाकर यह सूर्य आपके लिए बेहतर परिणाम देने वाला होगा, कार्यक्षेत्र में उन्नति के योग हैं| बिजनेस में कोई शुभ समाचार प्राप्त होगा, सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी| वैवाहिक जीवन में आने वाले मतभेदों को दूर कर आपसी रिश्ते को मधुर बनाने का प्रयास करें|

उपाय-

सूर्य यंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा अर्चना करें|
सूर्य को प्रसन्न करने के लिए तांबे का आभूषण पहनें|

धनु राशि (Sagittarius)

धनु राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेंगे| प्रॉपर्टी खरीदने के लिए लोन ले सकते है। प्रॉपर्टी को लेकर कोई विवाद चल रहा है तो आपकी जीत हो सकती है। यदि आप किसी से ऋण लिए हुए है तो वापसी कर सकते है। योजनाओं को किसी से शेयर करने से बचें, संभव है आपके कार्यों का लाभ कोई और ले जाए। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में आपको सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है। आर्थिक पक्ष थोड़ा कमजोर रह सकता है इस दौरान कुछ अप्रत्याशित ख़र्चें हो सकते हैं। जीवनसाथी को भी इस दौरान स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है| कोई अप्रत्याशित व्यय हो सकता है| इस दौरान बिजनेस में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है, जीवन साथी के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है, उनकी सेहत का ख्याल रखें|

उपाय-

विष्णुसहस्रनाम स्त्रोत्र का पाठ करें|
लाल रंग की गाय को रोटी में गुड़ डालकर खिलायें|

मकर राशि (Capricorn)

मकर राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से पांचवें भाव में गोचर करेंगे| आपके व्यवसाय व यश में वृद्धि करेंगे| किसी नए बिज़नेस की शुरुआत करने जा रहें हैं, तो अच्छी तरह से विचार-विमर्श ज़रुर कर लें| जो जातक सरकारी नौकरी से जुड़े हुए हैं उन्हें लाभ प्राप्त होना सम्भव है| यदि आप डटकर मेहनत करते हैं तो इस समय में मनचाहा परिणाम पा सकते हैं| इस गोचर अवधि में छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, इस दौरान आपकी एकाग्रता भंग हो सकती है| अगर आप अपनी नौकरी बदलना चाह रहे हैं तो यह समय आपके पक्ष में है| अवसर का लाभ उठायें| प्रेम जीवन में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है| आध्यात्मिक अथवा धार्मिक कार्यों में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं| इस दौरान पेट से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ सकता है| ऐसी स्थिति से बचने के लिए अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें|

उपाय-

सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें,
शनिवार के दिन ज़रूरतमंद मरीज़ों को दवा वितरित करें|

कुंभ राशि (Aquarius)

कुम्भ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करेंगे| इस दौरान आर्थिक मामलों में सफलता मिलेगी, सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी, बिजनेस करने वालों को भी लाभ होगा तथा नए अवसर प्राप्त होंगे, सरकारी क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के लिए कुछ नए अवसर उत्पन्न होंगे, आपकी कार्यक्षमता में बढ़ोत्तरी होगी| सहकर्मियों का सहयोग भी आपको प्राप्त होगा| यदि आप लंबे समय से किसी जमीन या घर को लेने की सोच रहे हैं तो अब समय सही है| सूर्य का यह स्थानांतरण आपके लिए लाभदायक होगा| कुछ जातकों को नौकरी में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है| माता-पिता का सेहत खराब हो सकता है, साथ ही यह पिता के साथ सम्बन्ध में भी कड़वाहट उत्पन्न कर सकता है| विवाहित जातकों के लिए यह गोचर अनुकूल है, कार्यक्षेत्र में एक नई पहचान मिल सकती है|

उपाय-

एक मुखी रूद्राक्ष को लाल धागे में डालकर, रविवार के दिन गले में धारण करें, या पूजा स्थान में स्थापित करें|
बंदरो को चने और गुड़ खिलाना आपके लिए हितकारी रहेगा|

मीन राशि (Pisces)

मीन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेंगे| इस भाव में सूर्य के गोचर से आपके अंदर आत्मबल और पराक्रम का उदय होगा| कार्यक्षेत्र में आप इस दौरान अच्छा प्रदर्शन करेंगे| पारिवारिक जीवन में भी आनंद की अनुभूति होगी और आपके व्यक्तिगत संबंध सुधरेंगे| हालांकि छोटे भाई-बहनों से किसी बात को लेकर मनमुटाव हो सकता है| धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी इस दौरान आप दान-पुण्य के काम कर सकते हैं| इस दौरान आपकी कोई छोटी दूरी की यात्रा भी हो सकती है| आपके पिता के लिए यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा उनको इस अवधि में लाभ होगा| इस समय मित्रों से खूब सहयोग मिलेगा, परन्तु निकट परिजनों और नौकरों से सावधान रहें वे हानि पहुंचा सकते हैं|

उपाय-

शिवलिंग पर प्रतिदिन जल चढ़ाएं और ब्राह्मण को दान दें।
वटवृक्ष की जड़ में मीठा दूध चढ़ाएं|