सूर्य का धनु राशि में गोचर, इन 5 राशियों के लिए रहेगा शुभ
By: Future Point | 01-Dec-2020
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वैदिक ज्योतिष में सूर्य को यश-प्रसिद्धि तथा पिता का कारक ग्रह माना गया है। इसे वेदों के अनुसार जगत की आत्मा माना गया है। इसलिए एक राशि से दूसरी राशि में इसका गमन सभी के लिए सफलता तथा सामाजिक सम्मान पाने की दृष्टि से मह्त्वपूर्ण होता है।
कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में हो तो इंसान को समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। सूर्य स्वयं राजा है व राजपुरूष है इसलिए जब सूर्य से संबंधित व्यवसाय के बारे में विचार किया जाता है तो उन कार्यों का संबंध राज्य से अवश्य आता है।
अगर सूर्य बलवान है तो सरकार से अच्छे लाभ की प्राप्ति में सहायक बनता है। सूर्य आत्मा के कारक ग्रह है, व्यक्ति की आजीविका में सूर्य सरकारी पद का प्रतिनिधित्व करता है। व्यक्ति को सिद्धान्तवादी बनाता है। इसके अतिरिक्त सूर्य कार्यक्षेत्र में कठोर अनुशासन अधिकारी, उच्च पद पर आसीन अधिकारी, प्रशासक, कार्यो का निरिक्षण करने वाला बनाता है।
कुण्डली में सूर्य के बल के मुताबिक जीवन में शक्ति होती है, लेकिन अगर कुंडली में सूर्य के अशुभ होने पर पेट, आंख ह्रदय का रोग हो सकता है, साथ ही इससे सरकारी काम में बाधा भी उत्पन्न होती है। जिस कुंडली में सूर्य कमजोर रहता है वह जातक शारीरिक रूप से भी कमजोर होता है।
सूर्य ग्रहों में सबसे प्रमुख हैं। यह आध्यात्मिक विद्या, अग्नि एवं तेज है, किसी की अधीनता स्वीकार नहीं करता, वह आदेश देता है, अपने महत्व एवं मर्यादा को समझता हैं, जिसका सूर्य बलवान होता है, वह उन्नति, वृद्धि, निर्माण करने वाला होता है। व्यक्ति भावनाओं को नियंत्रण में रखना जानता है।
कोई भी निर्णय सोच विचार कर ही लेता है। सूर्य नेतृत्व और प्रभुत्व का भाव दर्शाता है, इसलिए यह उन लोगों से जुडा़ हो सकता है जो उच्चाधिकारी, नेता, प्रतिष्ठित व्यक्ति हों।
सूर्य से सरकारी नौकरी, सरकारी सेवा, उच्च स्तरीय प्रशासनिक सेवा, राजनीति, पिता का व्यवसाय, लीडरशिप, सोने का काम करने वाले, आभूषण खरीदना-बेचना, चिकित्सक, सरकारी नौकरी, दवाइयों से संबंधी मैनेजमेंट, दिल के डॉक्टर, चिकित्सा क्षेत्र, माणिक, खेती बाड़ी, धन विनियोग, बीमा एजेंट, ओषधि, चिकित्सा, ऊन व ऊनी वस्त्र, इत्यादि का विचार किया जाता है।
15 दिसम्बर, मंगलवार को रात्रि 21 बजकर 31 मिनट पर सूर्य का प्रवेश धनु राशि में होगा, सूर्यदेव अपने परम मित्र बृहस्पति के स्वामित्व वाली धनु राशि में प्रवेश करेंगे। यह एक अग्नि तत्व की राशि है और सूर्य भी अग्नि तत्व प्रधान ग्रह है।
इस प्रकार एक अग्नि तत्त्व प्रधान सूर्य ग्रह का प्रवेश अग्नि तत्व प्रधान धनु राशि में होगा, जिसके कई शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे, और जीवन में खुशहाली और तरक्की आएगी। आईये अब जानते हैं कि सूर्य के धनु राशि में गोचर का सभी राशियों के लोगों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा,
मेष राशि (Aries)
मेष राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से नवमें भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से भाग्य और पिता का विचार किया जाता है, और इसे धर्म भाव भी कहा जाता है। यह समय आपके लिए अत्यंत शुभ साबित होगा। यदि आप नौकरी करते हैं तो नौकरी में स्थानांतरण के योग बनेंगे और कुछ लोगों की नौकरी बदलने की भी संभावना प्रबल हो जाएगी। नौकरी में उतार-चढ़ाव के योग जरूर बनेंगे लेकिन यह आपके पक्ष में ही रहेंगे। आपके पिताजी का स्वास्थ्य पीड़ित हो सकता है और वे बीमार पड़ सकते हैं, इसलिए उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना परम आवश्यक होगा। इसके अतिरिक्त आप के मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी या लंबे समय से प्रतीक्षित कोई कार्य पूरा होगा। धर्म, अध्यात्म आदि कार्यों में विशेष रुचि जागृत होगी। माता-पिता का अपमान ना करें, वरना विपरीत फल मिलेंगे। माणिक पहनना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
वृषभराशि (Taurus)
आपकी राशि से सूर्य का परिवर्तन आठवें भाव में हो रहा है। जो न तो बहुत अच्छा न ही बहुत बुरा कहा जा सकता है। मेहनत का फल मिलेगा लेकिन आपकी उम्मीद से कम। यदि आप नौकरी करते हैं तो इस दौरान आपको और अधिक मेहनत करनी पड़ेगी तथा किसी भी प्रकार के षड्यंत्र में पड़ने से बचना होगा। क्योंकि कार्यक्षेत्र में स्थितियां आपके अनुकूल नहीं रहेंगी। किसी वरिष्ठ अधिकारी से व्यर्थ उलझने का प्रयास न करें। इस अवधि में आपके सामने कुछ खर्चे अचानक से उपस्थित हो जाएंगे, जो आपको परेशानी में डाल सकते हैं। पारिवारिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। क्रोध पर नियंत्रण रखें तथा विवादों से बचने का प्रयास करें। वाहन दुर्घटना के योग बन रहे हैं, इसलिए सावधानी बरतें। अपना तथा माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आपका अपने शत्रुओं से झगड़ा हो सकता है तथा खांसी आदि शारीरिक व्याधि आपको परेशान कर सकती है। जीवनसाथी से रिश्ते में तनाव की वृद्धि हो सकती है और लोगों द्वारा किसी प्रकार निंदा की जा सकती है। रिसर्च से जुड़े लोगों को इस दौरान अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। किसी गुप्त विद्या को सीखने की आपकी इच्छा बलवती होगी और आप उसे प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपके दांपत्य जीवन में परेशानी आ सकती हैं, कलह-क्लेश हो सकता है। जीवन साथी के विरोध से आपको बचना होगा अन्यथा छोटी सी समस्या आपकी चिंता का बडा कारण बन सकता है। अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखना होगा। प्रेम सम्बन्धों में भी आपको किसी न किसी प्रकार की समस्या आ सकती है। सूर्य का धनु प्रवेश आपके लिये कानूनी विवाद उत्पन्न कर सकता है। इस समय अग्नि या ज्वलनशील पदार्थो से दूर रहना होगा। आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य भी पीड़ित हो सकता है। हालांकि इस दौरान आपको धन संबंधी कोई परेशानी नहीं आएगी। इसके अतिरिक्त अपने परिवार वालों एवं मित्रों से मतभेद होने की भी संभावना रहेगी। विभिन्न कार्यों में असफलता मिलने से आपका मन उदास रह सकता है। इस दौरान यात्रा होने की भी संभावना रहेगी। इस दौरान आप अपने जीवन साथी पर धन खर्च करेंगे। जो लोग साझेदारी में व्यवसाय करते हैं उन्हें अपने साझीदार को प्रसन्न रखने का प्रयास करना चाहिए। धन अर्जन करने की इच्छा के कारण आप किसी नए कार्य को शुरू करने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन संभलकर यह समय अधिक अनुकूल नहीं है।
कर्कराशि (Cancer)
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव में होगा। इस भाव में सूर्य का गोचर आमतौर पर लाभदायक साबित होता है, सूर्य के गोचर की यह अवधि आपके लिए बेहतरीन सिद्ध होगी। सरकारी नौकरी हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों को अच्छी सफलता प्राप्त होगी। आपको इस गोचर के दौरान कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में सफलता हासिल होगी। यदि आप किसी पर मुकदमा दाखिल करना चाहते हैं तो उसमें भी आपको सफलता मिलेगी। आमदनी में इस दौरान थोड़ी कमी जरूर हो सकती है लेकिन आने वाले समय में आर्थिक तौर पर मजबूती के लिए कुछ कठिन निर्णय आप लेंगे। थोड़े खर्चे भी होंगे लेकिन शासन-प्रशासन का आपको सहयोग मिलेगा। सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान आप अपना कर्ज या बैंक लोन चुकाने में सफल हो जाएंगे, जिससे आपको काफी अच्छा महसूस होगा। मामा पक्ष के लोगों से धन को लेकर कोई कहासुनी हो सकती है। आपको हल्का फुल्का बुखार हो सकता है लेकिन आमतौर पर स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
सिंह राशि (Leo)
सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में होगा। इस गोचर के दौरान आपको मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे। सूर्य का गोचर आपकी इनकम में बढ़ोतरी का रास्ता दिखाएगा, आपके पिताजी को इस समय में अपने काम में कुछ गिरावट महसूस हो सकती है। नौकरी में अच्छे नतीजे प्राप्त करने के लिए आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाकर रखने होंगे। जो छात्र विदेश में उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, उनकी यह इच्छा इस गोचर में पूर्ण होगी। विद्यार्थियो को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता मिलने के योग हैं। प्रेम सम्बंधो में असफलता रहेगी। इस समय आपको अपने कार्य तथा व्यवहार पर नियंत्रण रखना होगा। अन्यथा सम्बंधो में खासकर पुत्र पिता के प्रेम से दूर होना पड सकता है। इस समय कार्य में विलम्ब तथा हानि हो सकती है। पेट या पेट से निचले हिस्सो मे दिक्क्त हो सकती है।
कन्या राशि (Virgo)
आपकी राशि से सूर्य का परिवर्तन चौथे भाव में हो रहा है। इस गोचर के दौरान आपके पारिवारिक जीवन में कुछ अशांति का वातावरण रहेगा। आपकी माताजी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है तथा घर में स्वयं को सबसे ऊपर सिद्ध करने की आपकी प्रवृत्ति के कारण लड़ाई झगड़ा हो सकता है। इस दौरान प्रॉपर्टी रेंटल के माध्यम से आप अच्छा धन अर्जित कर सकते हैं। साथ ही ऐसी संभावना बनेगी की वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग से आप कोई प्रॉपर्टी अथवा वाहन खरीद पाएं। आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। कोई पुरानी चली आ रही बीमारी अथवा कोई लंबी बीमारी आपको कष्ट दे सकती है इसलिए स्वास्थ्य संबंधित किसी भी परेशानी को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें।
तुला राशि (Libra)
सूर्य देव इस गोचर में तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे। इस भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए शुभ समाचार लेकर आएगा और आपको जीवन में सफलता प्रदान करेगा। आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी तथा कोई पुराना रोग अगर अभी भी चल रहा है तो उससे निजात मिलेगी। अपनी मित्र मंडली में आप की प्रशंसा होगी तथा संतान के माध्यम से लाभ और सुख की प्राप्ति होगी। इस दौरान अपने कार्य में स्वयं के अलावा अन्य किसी पर भरोसा ना करें और ना ही किसी पर निर्भर रहें। आप जहां काम करते हैं वहां आपके सहकर्मी आपको अपेक्षित सहयोग नहीं देंगे इसलिए उनके प्रति सचेत रहें। छोटी दूरी की यात्राओं से आपको लाभ होगा और यदि आप एक व्यापारी हैं तो ये यात्राएं आपके लिए काफी लाभदायक सिद्ध होंगी।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
आपकी राशि से सूर्यदेव का परिवर्तन दूसरे भाव में हो रहा है। व्यापार के सिलसिले में आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे और इस गोचर के दौरान आप धन संचित कर पाने में सफल होंगे अर्थात आपका बैंक बैलेंस भी बढ़ेगा और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, इस समय किसी प्रकार की मानसिक समास्या आपको परेशान करेंगी। नैत्र पीडा सम्भव है। इस समय बिना योजना के कार्य न करें अन्यथा खर्चो के कारण परेशान हो सकते हो। इस समय आपके बातचीत के लहज़े में अभिमान की गंध आ सकती है। ऐसी स्थिति से बचने का प्रयास आपको अवश्य करना चाहिए, अन्यथा आपके रिश्ते बिगड़ सकते हैं और बनते हुए कार्यों में विघ्न आ सकते हैं। यदि आप राजनीति के क्षेत्र से हैं तो इस दौरान आपकी पब्लिक इमेज अच्छी बनेगी और आपको जनता की नजर में सम्मान प्राप्त होगा। लेकिन वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी।
धनु राशि (Sagittarius)
सूर्य आपकी ही राशि अर्थात आप के प्रथम भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का यह गोचर आपके लिए कार्य क्षेत्र में शुभ फलदायी सिद्ध हो सकता है। यदि आप किसी सरकारी पद पर आसीन हैं तो इस दौरान आपको सरकार की तरफ से विशेष लाभ मिल सकता है। कामकाजी लोगों को कार्यक्षेत्र में उम्मीद से ज्यादा सफलता मिल सकती है। इस गोचरीय अवधि में कामकाजी लोगों के ऊपर काम का दवाब कम रहेगा। कामकाजी लोगों के लिए ये एक स्वर्णिम समय होगा। सूर्य के शुभ प्रभाव से आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी और आप एक राजशाही जीवन व्यतीत कर पाएंगे। हालाँकि इस गोचरीय अवधि में आपके अंदर अहंकार की भावना जागृत हो सकती है, जो कि आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती है। यदि आप विवाहित हैं तो आपका ये अहंकारी स्वभाव खासतौर से आपके वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। गोचर की इस अवधि में आपको अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखना होगा।
मकर राशि (Capricorn)
आपकी राशि से सूर्य का परिवर्तन बारहवें भाव में हो रहा है। इस भाव में सूर्य का गोचर अधिक अनुकूल फल देने वाला नहीं माना जाता है। इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपकी आमदनी में भी गिरावट देखने को मिल सकती है, जिसका असर आपकी आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा और वह कमजोर हो सकती है। इस अवधि में आपको अनचाही यात्रा करने का अवसर मिलेगा। कुछ लोगों को इस समय में विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है और वहां जाकर उनका मान सम्मान बढ़ेगा। बिज़नेस से जुड़े लोगों को कामकाज के सिलसिले में किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है। इससे आपको परेशानी तो होगी ही लेकिन भविष्य में आपको लाभ भी मिलेगा। कोर्ट व कचहरी से संबंधित मामलों में यह गोचर आपके लिए फ़ायदेमंद साबित होगा और आपको विजय मिलेगी लेकिन आपके खर्चों में अत्यधिक वृद्धि हो जाएगी, जो आपको परेशानी दे सकती है।
कुंभ राशि (Aquarius)
सूर्य का यह गोचर आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है। इस समय आपके घर में कोई मान्गलिक कार्य हो सकता है। पिता, गुरु या बडे भाई से लाभ प्राप्त होने के योग है। आपको आर्थिक तौर पर काफी लाभ होंगे, जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में आपकी मदद करेंगे। समाज में भी आपका स्तर ऊंचा उठेगा और आपको समाज के गणमान्य लोगों से मिलने जुलने का मौका मिलेगा। इस समय अधिक यात्रा और अधिक धन की प्राप्ती होगी। आपको अपने अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। सरकारी नौकरी प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्ति के प्रयास इस समय सफल हो सकते है। व्यवसाय में इस समय विस्तार होता है तथा ससुराल पक्ष से कुछ लाभ या खुशखबरी प्राप्त हो सकती है।
मीन राशि (Pisces)
सूर्य का यह गोचर आपकी राशि से दशवें भाव में होने जा रहा है। दशम भाव में सूर्य को दिग बल प्राप्त होता है और वह अधिक बलशाली माने जाते हैं। ऐसी स्थिति में आपको अपने कार्यस्थल पर बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे। आप के पद और अधिकार में वृद्धि होगी। आपका यश और सम्मान बढ़ेगा तथा आपके आत्मबल में भी बढ़ोतरी होगी। आपको सरकार अथवा राज्य पक्ष से लाभ हो सकता है। जो लोग सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उन्हें विशेष रूप से इस दौरान लाभ की प्राप्ति होगी। इस समय कमर या पिछले हिस्सो में पिडा हो सकती है, और घर, वाहन आदि के सुखों में वृद्धि हो सकती है। इस समय आपकी प्रतिभा का विस्तार होगा। आपकी मेहनत आप को सफल बनाने में पूर्ण योगदान निभाएगी और प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी समय काफी अच्छा रहेगा। आपके पिताजी का स्वास्थ्य कुछ कमजोर होने की संभावना रहेगी, इसलिए उनका विशेष रुप से ध्यान रखें।