सूर्य ग्रहण राशिफल (16 फरवरी 2018) | Future Point

सूर्य ग्रहण राशिफल (16 फरवरी 2018)

By: Future Point | 22-Feb-2018
Views : 7887सूर्य ग्रहण राशिफल (16 फरवरी 2018)

जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है। इसके बाद धरती के कुछ हिस्सों पर सूर्य नजर नहीं आता है। जब सूर्य पूर्ण या आंशिक रूप से चंद्रमा द्वारा ढक लिया जाता है तो उसे पूर्ण एवं आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है। सूर्य ग्रहण का निर्माण तीन प्रकार से हो सकता है। प्रथम प्रकार का सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी को अपनी छाया में ले लेता है। तब इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है। ऐसा होने पर सूर्य की किरणें पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है और पृथ्वी पर अंधकार छा जाता है। दूसरे प्रकार का सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ढक लेता है और कुछ हिस्से पर सूर्य दिखाई देता है। तीसरा है वलयाकार सूर्य ग्रहण। इसमें चंद्रमा, सूर्य को इस प्रकार से ढकता है कि सूरज का मध्य हिस्सा ही इससे कवर हो पाता है और सूर्य का बाहरी हिस्सा दिख रहा होता है। ऐसी स्थिति में वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं।

ज्योतिष के मुताबिक सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन होता है। इसके अलावा चन्दमा का रेखांश राहू या केतु के पास होने और चन्द्रमा का अक्षांश शून्य के निकट होना पर सूर्य ग्रहण होता है। वर्ष 2018 में तीन सूर्य ग्रहण होंगे और 16 फरवरी 2018 को पहला सूर्य ग्रहण होगा। यह सूर्य ग्रहण कुम्भ राशि, धनिष्ठा नक्षत्र में होने वाला है। इस सूर्य ग्रहण के विषय में अन्य जानकारी इस प्रकार है-

ग्रहण का समय - 00:25 रात्रि से 04:17 मिनट प्रात: तक, कुल 3 घंटे 52 मिनट का ग्रहण रहेगा।

ग्रहण किन स्थानों में दिखाई देगा - दक्षिणी अमेरिका, अंटार्कटिका।

ग्रहण के दिन शनि-मंगल में द्विद्वादश योग, शनि-राहु का षडाष्टक योग और कुम्भ राशि में सूर्य, चंद्र, बुध और शुक्र चार ग्रहों का जमावड़ा लग रहा है। कुम्भ राशि पर तुला के गुरु व स्वराशि के मंगल की चतुर्थ दृष्टि आ रही है। इस प्रकार ग्रह स्थिति सुखद फल प्राप्त न होने और देश में अशांति के साथ-साथ, प्राकृतिक आपदाओं जैसे- भूकंप, आगजनी, समुद्री तूफान जैसी घटनाएं होने का संकेत दे रही है। इसके अतिरिक्त राशि के अनुसार भी व्यक्तियों पर इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव रहने वाला है। विभिन्न राशियों के लिए यह सूर्य ग्रहण किस प्रकार का रहेगा आईये जानते हैं-

मेष राशि

आय, लाभ क्षेत्र प्रभावित होंगे। बड़े भाई-बहनों से रिश्ते बिगड़ सकते हैं। साथ ही जीवनसाथी को या जीवनसाथी से कष्ट प्राप्त हो सकता है। वाद-विवाद से बचें।

वृष राशि

यह समय कार्यक्षेत्र से जुड़ी कोई शुभ सूचना लेकर आ सकता है। सुखों की प्राप्ति होगी। कोई शुभ समाचार मिलेगा। अवसर का लाभ उठाएं। सरकारी क्षेत्रों के सहयोग से लाभ मिलने के संयोग बन रहे हैं।

मिथुन राशि

मानसिक तनाव एवं चिंता में वृद्धि होगी। जोखिम न लें। निवेश से बचें। वाणी पर संयम रखें। अपनों का हृदय दुखाना हानिकारक सिद्ध हो सकता है। दूरस्थ यात्राओं में दुर्घटना की संभावनाएं बन रही हैं। अचानक से कोई सूचना आपको परेशान कर सकती है।

कर्क राशि

मन बेचैन रहेगा। पुराने विवाद सिर उठा सकते हैं। बहस से बचें। यात्रा न करें। जोखिम न लें। शेयर बाजार में निवेश करने में सावधानी रखें। जहां तक संभव हो शांति और धैर्य से काम लें।

सिंह राशि

लाभ के योग निर्मित हो रहे हैं। धन की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्राप्ति हो सकती है। मित्रों या संबंधियों से करियर में लाभ हो सकता है। अवसर का लाभ उठाएं। वैवाहिक जीवन में वाद-विवाद से बचना होगा।

कन्या राशि

निवेश से बचें। किसी प्रकार का जोखिम न लें। यात्रा यथासंभव स्थगित करें। वाद-विवाद से दूर रहें। व्यापारिक विस्तार की योजनाओं को अभी स्थगित करना ही सही रहेगा।

तुला राशि

सावधानी बरतें। धैर्य से समस्त कार्य सिद्ध होंगे। कटु वचन से हानि हो सकती है। विरोधियों से यथासंभव मधुर व्यवहार करें। दिमाग से काम लें। जोखिम हर्गिज न लें। अपने पुरुषार्थ पर भरोसा रखें, भाग्यवादी न बनें।

वृश्चिक राशि

खर्च में वृद्धि होगी। निवेश को कुछ समय के लिए टालें। वाणी पर नियंत्रण रखें। भावनाओं पर काबू रखें। भूमि-भवन की योजनाओं पर कार्य शुरु करने के लिए समय अभी अनुकूल नहीं है।

धनु राशि

श्रेष्ठ समय का लाभ उठाएं। शुभ फलों की प्राप्ति होगी। मुस्कुराहट से आप ढेरों कार्य सिद्ध कर लेंगे। मेहनत के अनुरुप फल प्राप्त न होने पर निराश न हों। अभी की गई मेहनत के फल कुछ देरी से प्राप्त हो सकते हैं।

मकर राशि

सुखों की प्रप्ति का योग निर्मित हो रहा है। आनंद की प्रप्ति होगी। रुके हुए कार्यों में प्रगति होगी। व्यर्थ के व्यय होंगे। अनिद्रा की स्थिति बनी रहेगी। इस समय की गई विदेश यात्राएं लाभ नहीं दे पायेंगी।

कुंभ राशि

किसी से व्यर्थ में न उलझें। कटु वचन के प्रयोग से बचें। प्रतिष्ठा पर प्रश्न चिंह लगना संभव हैं, लेकिन मुस्कुरा कर मधुर वचनों के प्रयोग से आप संकट को टाल सकते हैं। जोड़ों का दर्द कष्ट देगा।

मीन राशि

स्वास्थ्य का ध्यान रखें। व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें। यथासंभव यात्रा न करें। खान-पान पर ध्यान दें। जोखिम न लें। संचित धन में किसी भी प्रकार की कमी न होने दें। वाणी में मधुरता बनाए रखें। पारिवारिक विवादों को तूल न दें।

ग्रहण काल में अनुकूल फल प्राप्ति के लिए निम्न उपय करने लाभकारी रहेंगे। इससे इस अवधि में मिलने वाले फलों में शुभता बनी रहेगी।

सूर्य ग्रहण योग होने पर अमावस्या के दिन गंगा स्नान कर अन्न, गेहूं का दान जरुरत मंद व्यक्ति को करें तथा शिव मंत्र "ॐ नमः शिवाय" का जप प्रतिदिन करे।