सूर्य का कन्या राशि परिवर्तन, क्या लाएगा आपके जीवन में बदलाव?
By: Future Point | 04-Mar-2020
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सूर्य ग्रहों में प्रधान है, यह आत्मा का कारक ग्रह है, व्यक्ति की आजीविका में सूर्य सरकारी पद का प्रतिनिधित्व करता है। व्यक्ति को सिद्धान्तवादी बनाता है। सूर्य स्वयं अधिकार प्राप्त है अर्थात राजा है, सूर्य कार्यक्षेत्र में कठोर अनुशासन अधिकारी, उच्च पद पर आसीन अधिकारी, प्रशासक, समय के साथ उन्नति करने वाला, निर्माता, कार्यो का निरीक्षण करने वाला बनाता है| इसे हमारे आत्मबल और हमारे आरोग्य का कारक कहा जाता है। यही कारण है कि जब भी कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर पड़ती है तो व्यक्ति का आत्मबल कमजोर पड़ जाता है और उसे विभिन्न प्रकार के शारीरिक कष्ट परेशान करने लगते हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो सूर्योदय के समय जहाँ सूर्य के दर्शन करना आँखों के लिए बेहद फ़ायदेमंद माना जाता है। तो वहीं उसकी किरणे हमारे शरीर पर पड़ने से हमे विटामिन-D की प्राप्ति भी होती है, जो हमारी हड्डियों को मज़बूती देती है। समाज में उच्च पदस्थ नौकरी पाने अथवा मान सम्मान प्राप्ति के लिए भी सूर्य का अच्छी स्थिति में होना आवश्यक है। यह हमारे कुल का द्योतक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्री राम का जन्म भी सूर्य वंश में ही हुआ था। तभी इन्हें हनुमान जी के गुरु बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
सूर्य जब एक राशि से गोचर कर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो इस ज्योतिषीय घटना को सक्रांति कहा जाता है। इस बार सूर्य सिंह राशि से गोचर कर कन्या राशि में जा रहे हैं, जिसे कन्या सक्रांति कहा जाता है। सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश 16 सितम्बर 2020 को बुधवार के दिन होने जा रहा है। इस दिन रात 19 बजकर 07 मिनट पर सूर्यदेव कन्या राशि में प्रवेश करेंगे| कन्या राशि में सूर्य 17 अक्टूबर 2020 तक रहेंगे। सूर्य के इस राशि परिवर्तन को 'संक्रांति' कहा जाता है और इस दिन को स्नान-दान-तर्पण आदि के लिए बहुत शुभ माना जाता है। आइये जानते हैं सूर्य का कन्या राशि में जाना आपके लिए कितना शुभ होगा।
मेष राशि (Aries)
मेष राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेंगे| इस दौरान आपको कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी। आप सामाजिक रूप से ज्यादा सक्रिय होंगें और समाज के प्रभावी लोगों के संपर्क में आएँगे। इस गोचरकाल में आप अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे और हर क्षेत्र में आपको सफलता मिल सकती है। नौकरी कर रहे लोगों के लिए तो यह अवधि बेहद लाभप्रद रहने वाली है, जो लोग सरकारी सेवा में हैं, उन्हें इस दौरान कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है| परिश्रम का उचित लाभ मिलेगा, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। रोगों से मुक्ति मिलेगी। राज्य से लाभ प्राप्त होगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। इस अवधि में पैसों के लेन-देन में आपको ख़ासा सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी, इस दौरान हो सकता है कि किसी को उधार दिए पैसे आपको वापिस न मिलें।
उपाय-
- भगवान सूर्य के 21 नामों का पाठ सूर्योदय और सूर्यास्त के समय करना श्रेयकर रहेगा|
- हाथ में मोली (कलावा) छः बार लपेटकर बाँधने से लाभ होगा।
वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से पांचवें भाव में गोचर करेंगे| इस दौरान आपको आर्थिक स्तर पर किसी अज्ञात स्रोत से अच्छी ख़ासी आमदनी प्राप्त हो सकती है। बच्चे के सेहत व शिक्षा को लेकर आप परेशान रह सकते हैं। इनके भविष्य की चिंता आपको सता सकती है। मन उलझन में पड़ सकता है। कार्यालय में किसी कार्य की योजना बनाते समय आपको कुछ परेशानियां महसूस हो सकती हैं। इस समय आपको दूसरों की सलाह सुननी चाहिए। आर्थिक समस्या भी हो सकती है। लेकिन जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचें। व्यवहार पर नियंत्रण रखना होगा। अन्यथा सम्बंधो में खासकर पुत्र-पिता के प्रेम में दूरियां बढ़ सकती हैं। इस समय कार्य में विलम्ब तथा हानि हो सकती है। पेट या पेट से निचले हिस्सों मे दिक्क्त हो सकती है। इस समय आपका आत्मविश्वास उत्तम रहेगा। विधार्थी वर्ग तथा शिक्षा से जुडे लोग लाभंवित होंगे।
उपाय-
- शुभ फलों की प्राप्ति के लिए छः मुखी रुद्राक्ष को गले में धारण करें|
- लाल चन्दन को घिसकर स्नान के जल में डाल कर स्नान करें।
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करेंगे| इस दौरान आपके सुख भाव में सूर्य के होने से आपके आत्मबल में वृद्धि होगी| जनता का सहयोग मिलेगा, और कार्यक्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त होगी| आपको इस गोचरकाल में धन प्राप्ति के बहुत से ऐसे स्रोत मिल सकते हैं जो आने वाले समय में आपके लिए लाभकारी साबित होंगे। यदि आप विवाहित हैं तो, इस गोचरीय अवधि में आपके जीवनसाथी को कार्य क्षेत्र में अपार सफलता मिल सकती है। लेकिन इस दौरान आपको थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ सकती है, दूसरों के ऊपर हावी रहने की आपकी प्रवृत्ति आपको परेशानी में डाल सकती है। जीवनसाथी के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार रखें और उनका सम्मान करें। इस दौरान आपकी माता जी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है, और आप भी मानसिक रूप से परेशान रह सकते हैं|
उपाय-
- गणेश जी का पूजन करें व उन्हें दूर्वा अर्पण करें|
- नित्य सूर्योदय से पहले उठें और सूर्यदेव को नमस्कार करें|
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेंगे| इस गोचरकाल के दौरान आपकी इच्छाशक्ति और साहस में ख़ासा इज़ाफा होगा। यदि आप किसी बिज़नेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो, उसके लिए ये समय सबसे ज्यादा उत्तम है। आपके लिए ये गोचरकाल फलदायी साबित हो सकता है। इस गोचरकाल के दौरान आपका विशेष रूप से भाग्योदय होगा। भाग्य का साथ मिलने से आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता भी मिल सकती है। गोचर की इस अवधि में, आपका पारिवारिक जीवन ख़ासा सुखमय व्यतीत होगा। इस दौरान आपको अपने भाई बहनों का भरपूर साथ मिलेगा और आप हर मुश्किल का सामना डट कर करने में पूरी तरह से सक्षम रहेंगे। परिवार का साथ मिलने से आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप परिवार के महत्व को भी नज़दीक से समझने में सक्षम होंगें। परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर भी जाना हो सकता है। कार्यक्षेत्र में आप अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर सफलता प्राप्त करने में सफल होंगें। कार्य स्थल पर आपके काम की सराहना हो सकती है और उच्च अधिकारियों का आपको साथ मिलेगा। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखें तो, इस अवधि में आपको खासतौर से अपनी सेहत को लेकर सावधानी बरतनी पड़ सकती है।
उपाय-
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से दूसरे भाव में गोचर करेंगे| स्वास्थ्य की दृष्टि से यह गोचर आपके लिए कुछ परेशानी भरा रह सकता है| इस समय आप अनावश्यक वाद-विवाद में भी पड़ कर परेशान हो सकते हैं, इसलिए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें| बिजनेस में आर्थिक लाभ हो सकते हैं, और घर में किसी नए मेहमान का आगमन भी हो सकता है। आपका प्रभाव तथा वर्चस्व बढेगा। इस समय आपको धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। लेकिन प्रॉपर्टी या शेयर में निवेश करने से बचें। पिता से अच्छे संबंध लाभ का कारण बनेंगे, लव लाइफ के लिए यह समय अच्छा साबित हो सकता है। पर पारिवारिक जीवन कुछ तनावपूर्ण रह सकता है। माता के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें कुछ शारीरिक कष्ट सम्भव है।
उपाय-
- सूर्याष्टकम स्तोत्र का नित्य पाठ करें|
- रविवार के दिन सूर्योदय के समय गुड़ का दान करें।
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी ही राशि में गोचर करेंगे| इस समय आप में नेतृत्व की गुणवत्ता बढ़ेगी। आपको कार्यालय में किसी प्रोजेक्ट का नेतृत्व करने का अवसर मिल सकता है। यदि आप किसी सरकारी पद पर आसीन हैं तो इस दौरान आपको सरकार की तरफ से विशेष लाभ मिल सकता है। बिजनेस करने वाले लोगों को कार्य क्षेत्र में उम्मीद से ज्यादा सफलता मिल सकती है। इस गोचरीय अवधि में आपके अंदर अहंकार की भावना जागृत हो सकती है, जो कि आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती है। यदि आप विवाहित हैं तो आपका ये अहंकारी स्वभाव खासतौर से आपके वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। जीवनसाथी के साथ प्रेम भाव बनाए रखें और उन्हें कोई भी ऐसी बात ना कहें जिससे उनके स्वाभिमान को चोट पहुँचती हो व्यक्तिगत जीवन अच्छा रहेगा, रोमांस की बात करें तो आपके जीवन में सूर्य का राशि परिवर्तन करना रोमांस को औसत रखेगा परंतु रोमांस समाप्त नहीं होगा|
उपाय-
- तांबे के लोटे में शुद्ध जल और कुंकुम मिलाकर भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान करें।
- रविवार को सूर्य के नक्षत्रों में सूर्य ग्रह शांति हेतु मदार की समिधा (लकड़ी) से हवन करवाना शुभ होगा।
तुला राशि (Libra)
तुला राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस समय आपको अपने कार्यो पर नियंत्रण रखना होगा। अत्यधिक भागादौडी होगी। शरीरिक थकावट अधिक होगी। इस समय प्रत्येक कार्य के लिये आपको अधिक प्रयत्न करने होंगे। इस समय आपके खर्चे अधिक बढ़ सकते हैं| अधिकांश खर्चे पारिवारिक होंगे। अधिक खर्चे तथा कार्य में लगातार आती बाधायें आपको परेशान कर सकती है। अपनी बहुमूल्य वस्तु का ध्यान रखें चोरी या खोने का भय बन सकता है। बिज़नेस से जुड़े लोगों को कामकाज के सिल-सिले में किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है। इससे आपको परेशानी तो होगी ही लेकिन भविष्य में आपको लाभ भी मिलेगा। कामकाजी लोगों को कार्य क्षेत्र में इस अवधि में जी तोड़ मेहनत करनी होगी, तभी उन्हें उचित लाभ मिलेगा।
उपाय-
- सूर्य यंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा अर्चना करें|
- प्रातः काल सूर्योदय के समय उठकर लाल पुष्प वाले पौधों को जल से सींचें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस दौरान आपकी आमदनी में वृद्धि होगी, और प्रॉपर्टी से सम्बंधित लाभ होगा, विदेश यात्रा का भी मौका मिल सकता है| भाग्य का सम्पूर्ण साथ मिलेगा, इस दौरान आपको शेयर मार्केट में फायदा हो सकता है। लेकिन कोई भी फेंसला जल्दबाज़ी में न लें। इस समय धन एवं व्यापार दोनों में वृद्धि होगी, व्यावसायिक प्रतिद्वंदियों पर भी आप हावि रह सकते हैं। कार्य क्षेत्र में यदि आप सरकारी पद पर कार्यरत हैं तो इस दौरान आपको उच्च अधिकारियों से विशेष लाभ मिल सकता है। काम काज को लेकर आप इस समय सजग रहेंगे जिसके फलस्वरूप कार्य क्षेत्र में आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और आपकी आय में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है। धन में वृद्धि होगी और परिवार से सम्बन्धित समस्याओं का समाधान भी शीघ्र ही हो सकता है| प्रेम संबंध और वैवाहिक जीवन मधुर रहेगा|
उपाय-
- ''ऊं घृणिं सूर्याय नमः'' इस मन्त्र का १०८ की संख्या में जाप करें।
- प्रत्येक कार्य का प्रारंभ मीठा खाकर करें।
धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से दशवें भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का आजीविका के भाव में गोचर करना आपके लिए शुभफलदाई रहेगा| इस कारण आप अधिक पराक्रम के साथ कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ेंगे, आपके अंदर एक नया उत्साह एवं जोश का संचार होगा| रुके हुए कार्य बनेंगे, वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपका अच्छा तालमेल बनेगा| बिजनेस करने वालों को धन का लाभ मिल सकता है| विरोधियों का पक्ष कमजोर होगा और समाज में आपकी मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी| किसी बडे पद की प्राप्ती हो सकती है। इस समय व्यक्ति के पास कार्य की अधिकता रहती है। अधिकारी वर्ग आपके कार्यो को लेकर प्रसन्न होंगे। इस समय कमर या घुटनों में पिडा हो सकती है परिवार आदि के सुखों में वृद्धि होगी। इस समय आपकी प्रतिभा का विस्तार होगा। और आपकी योग्यता सबको प्रभावित करेगी।
उपाय-
- सुख शांति एवं समृद्धि के लिए “रुद्राभिषेक“ करवाएं।
- ब्राह्मण अथवा गरीब व्यक्ति को गुड़ की खीर खिलाएं।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से नवमें भाव में गोचर करेंगे। इस समय धर्म तथा अध्यात्मक के प्रति अधिक झुकाव रहेगा। हडडी जनित रोग हो सकता है खासकर कमर या पैर में। धार्मिक कायों में व्यय होगा। गोचर की इस अवधि में समाज में आपके पिता के मान सम्मान में वृद्धि होगी, इसके फलस्वरूप आपको सामाजिक स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। इस गोचर काल में भाग्य आपका पूर्ण रूप से साथ देगा और इसके फलस्वरूप कार्य क्षेत्र और व्यापारिक स्तर पर भी आपको सफलता मिलेगी। लालच में न फंसे इस समय कोई आपको धोखा दे सकता है। अपने गुप्त रहस्य भावुकतावश सार्वजनिक न करें। पारिवारिक विवाद के कारण अशांति का वातावरण रहेगा, संपत्ति विवाद भी हो सकता है। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी या लंबे समय से आप जिस कार्य के पूर्ण होने कि प्रतीक्षा कर हैं, वह कार्य पूर्ण हो जायेगा। धर्म, अध्यात्म आदि कार्यों में विशेष रुचि जागृत होगी। माता-पिता का अपमान न करें, अन्यथा विपरीत फल प्राप्त हो सकते हैं।
उपाय-
- एक मुखी रूद्राक्ष को लाल धागे में डालकर, रविवार के दिन गले में धारण करें|
- पिता का मान-सम्मान और सेवा करने से लाभ होगा|
कुंभ राशि (Aquarius)
कुंभ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान मेहनत का फल मिलेगा लेकिन उतना नहीं जितनी आप उम्मीद करेंगे। पारिवारिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। इस समय में वाहन आदि सावधानी से चलाएँ, स्वास्थ्य से सम्बंधित भी कोई परेशानी हो सकती है| अंहकार और गुस्से से भी बचने का प्रयास करें| निजी संबंधों को समझना इस समय बहुत ज़रूरी होगा| सूर्य का यह गोचर आपके लिये लाभ के नये स्त्रोत लेकर आ सकता है| लेकिन इस समय पति-पत्नी में आपसी झगड़े की स्थिति बन सकती है| आपके स्वभाव में क्रोध और उत्तेजना का संचार बढ़ सकता है, क्रोध पर नियंत्रण रखें तथा विवादों से बचने का प्रयास करें, अतः बुद्धि और विवेक से काम लें| वाहन दुर्घटना के योग बन रहे हैं, इसलिए सावधानी बरतें। अपना तथा माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कोर्ट-कचहरी व मुकदमें में असफ़लता के योग हैं। धन का अपव्यय होगा। उच्च रक्तचाप के कारण कष्ट हो सकता है।
उपाय-
- पूर्ण श्रद्धा के साथ अपने पितरों की पूजा करें।
- ताबें के एक टुकड़े को काटकर उसके दो भाग करें। एक को पानी में बहा दें तथा दूसरे को जीवन भर साथ रखें।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का यह गोचर आपके लिए अधिक शुभ नहीं कहा जा सकता। कार्यक्षेत्र में विवादों-परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो इस गोचरकाल में आपके बिज़नेस पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर आपका मतभेद हो सकता है। इस दौरान बिज़नेस में नुकसान होने से बचने के लिए विशेष रूप से आपको इस बात का ख़ास ध्यान रखना होगा की पार्टनर के साथ आपका किसी प्रकार का कोई मतभेद न हो। इस गोचरकाल के दौरान सूर्य के अशुभ प्रभाव से आपके व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। वैवाहिक जीवन की बात करें तो, गोचर की इस अवधि का आपके जीवनसाथी को भरपूर लाभ मिलेगा। संभव है कि इस अवधि में उन्हें कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलें, लेकिन इस समय उनमें अहंकार की भावना आ सकती है। इसलिए वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनाए रखने के लिए इस गोचरीय अवधि में आपको अपने जीवनसाथी के बर्ताव को अनदेखा करना होगा। इस गोचरकाल में अपनी सेहत का भी विशेष ध्यान रखना होगा। स्वास्थ्य को लेकर बरती जाने वाली लापरवाही आपके लिए इस समय हानिकारक साबित हो सकती है।
उपाय-
- आदित्य ह्रदयस्त्रोत का पाठ करना शुभ फलदायक रहेगा|
- रविवार के दिन सूर्योदय के समय ताँबा, गेहूँ एवं गुड का दान करें।