सूर्य का कर्क राशि में गोचर, जानिए क्या प्रभाव होगा आपकी राशि पर
By: Future Point | 18-Feb-2020
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ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मबल और आरोग्यता का कारक माना जाता है| हिन्दू धर्म में इन्हें देवता के रूप में पूजा जाता है। सूर्य देव के बिना इस धरती पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को सिंह राशि का स्वामी माना जाता है। व्यक्ति की कुंडली में सूर्य के प्रभाव से जीवन में तरक्की, सफलता और सम्मान के साथ ही पिता के साथ बेहतर संबंध भी स्थापित होते हैं। वेदों में सूर्य को ही सम्पूर्ण जीव-जगत की आत्मा माना गया है| किसी भी जातक की कुंडली में सूर्य का अहम स्थान होता है, कुंडली में सूर्य अच्छी स्थिति में हो, बाकि के ग्रह कमजोर हो तो भी जातक अपने आत्मबल से सब कुछ पा लेता है| इसलिए अन्य ग्रहों की तुलना में सूर्य को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है| जन्म कुंडली में सूर्य के शुभ स्थिति में होने पर व्यक्ति को भाग्य, आरोग्य, मान-सम्मान और यश आदि की प्राप्ति होती है| वहीं अगर सूर्य कुंडली में अशुभ स्थिति में रहता है, तो पिता के सुख और आत्मविश्वास में कमी आती है, यह नेत्र पीड़ा के लिए भी जिम्मेदार होता है| सूर्य का गोचर सभी राशियों के लिए खास परिवर्तन लाता है|
सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना संक्रांति कहलाता है। 16 जुलाई को सूर्य चन्द्रमा की राशि कर्क में परिवर्तन कर रहे हैं। कर्क राशि के स्वामी चन्द्रमा के साथ इनका संबंध मैत्रीपूर्ण होता है। ऐसे में ग्रहों का यह योग आपके लिए क्या संयोग बना रहा है। सूर्य देव राशि चक्र का भ्रमण करते हुए कर्क राशि में 16 जुलाई 2020 को गुरुवार की सुबह 10 बजकर 47 मिनट पर गोचर करेंगे। और इसी राशि में सूर्य 16 अगस्त 2020 तक रहेंगे। सूर्य के इस राशि परिवर्तन को 'संक्रांति' कहा जाता है और इस दिन को स्नान-दान-तर्पण आदि के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
मेष राशि (Aries)
मेष राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करेंगे| इस भाव से व्यक्ति के सुखों का विचार किया जाता है| यह समय आपके लिए नौकरी और बिजनेस में सफलता देने वाला रह सकता है। सूर्य के इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपकी पारिवारिक स्थिति में उतार चढ़ाव आएगा। आपका रवैया परिवार के लोगों को पसंद नहीं आएगा, इस दौरान आप अपने आप को सर्वश्रेष्ठ साबित करना चाहेंगे और साथ ही यह भी चाहेंगे कि लोग आपकी बात ही मानें और आपके अनुसार ही कार्य करें। आपको अपनी इस आदत से बचने का प्रयास करना चाहिए। इस दौरान मानसिक तनाव में वृद्धि होगी तथा आपका स्वास्थ्य कुछ कमजोर पड़ सकता है। माता जी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी आपके लिए आवश्यक होगा। वैवाहिक जीवन में भी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है हालांकि आपके जीवनसाथी को कार्यक्षेत्र में ज़बरदस्त सफलता एवं पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे।
उपाय-
- सूर्य के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
- लाल रंग की गाय को रोटी में गुड़ डालकर खिलायें|
वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेंगे| इस भाव से परिश्रम, छोटे भाई-बहन तथा छोटी दूरी की यात्राएं आदि का विचार किया जाता है| इस भाव में सूर्य का गोचर अनुकूल माना जाता है। यहाँ बैठा सूर्य जातक के आत्मबल और पराक्रम में वृद्धि करता है| इस गोचर के दौरान आप में चुनौतियों का सामना करने का पर्याप्त आत्मबल होगा| प्रतिष्ठित लोगों से आपके संबंध स्थापित होंगे। साहस एवं संकल्प शक्ति में वृद्धि होगी। आपकी ऊर्जा कार्यक्षेत्र में आपको अच्छे फल दिलाएगी। अपने विरोधियों पर इस दौरान आप हावी रहेंगे, यदि आप साझेदारी में बिजनेस कर रहे हैं, तो यह समय आपको सफलता दिला सकता है, स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह गोचर आपको सकारात्मक परिणाम देगा तथा इस दौरान यात्राओं से आपको लाभ मिलेगा।
उपाय-
- शुभ फलों की प्राप्ति के लिए छः मुखी रुद्राक्ष को शुभ माना गया है।
- शुभ फलों की प्राप्ति के लिए रविवार के दिन बैल को गेहूँ व गुड़ खिलाएँ।
मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से दूसरे भाव में गोचर करेंगे| इस भाव से वाणी, हमारा कुटुंब, हमारा संचित धन, तथा प्रारंभिक शिक्षा का विचार किया जाता है| इस समय के दौरान आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है| आपके द्वारा बोली जाने वाली कड़वी बातों से आपके परिवार के लोग आहत हो सकते हैं, और आपकी बातों से बने बनाए काम बिगड़ भी सकते हैं। नौकरी या व्यापार में सफलता मिलने के शुभ योग हैं| ननिहाल पक्ष से लाभ या सहायता मिलने के योग बन रहे हैं। पैतृक संपत्ति से जुड़े महत्वपूर्ण मामले आपके सामने आ सकते हैं। घर में किसी बात को लेकर झगड़े की स्थिति बन सकती है। ऐसे में आपको परिजनों के बीच सामंजस्य की स्थिति बनाने का प्रयास करना चाहिए। इस दौरान आपको मानसिक तनाव की शिकायत रह सकती है। सरकार की ओर से आपको लाभ मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य में हल्के-फुल्के बदलाव हो सकते हैं।
उपाय-
- नियमित रुप से शिवलिंग पर बिल्वपत्र अर्पण करें|
- जरूरतमंद और नेत्रहीन लोगों को दान दें|
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी ही राशि में गोचर करेंगे| यह लग्न भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है, इससे व्यक्ति के व्यक्तित्व का, शारीरिक रंग-रूप एवं बनावट का, समाज में व्यक्ति का मान-सम्मान और स्वास्थ्य को देखा जाता है। व्यापार के लिए यह गोचर नए अवसर लेकर आएगा, और आर्थिक स्थिति में भी लाभ होगा, लेकिन लाभ से अधिक खर्चे बढ़ेंगे, और मानसिक तनाब भी बना रहेगा, काम का बोझ बढ़ेगा जिसके कारण व्यक्तिगत रिश्तों में मनमुटाव हो सकता है| यदि आप पार्टनरशिप में बिज़नेस कर रहे हैं, तो बिजनेस पार्टनर से थोड़ा सावधान रहें| यदि आप विदेश जाने के इच्छुक हैं, तो यह समय आपके लिए उत्तम साबित होगा| प्रेम जीवन में भी कुछ परेशानी रह सकती हैं| प्रत्येक बात सोच-विचार के ही करें| इस समय आपका स्वास्थ्य भरपूर साथ देगा और आप खुद को बेहद ऊर्जावान महसूस करेंगे|
उपाय-
- शुभ फलों की प्राप्ति के लिए भगवान शिव की आराधना करें,
- ऊँ ह्राँ ह्रीँ ह्रौँ स: सूर्याय नम:। इस मन्त्र का १०८ बार जाप करें|
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस राशि के जातकों के लिए व्यय भाव में स्थित सूर्य का शनि ग्रह के साथ दृष्टि सम्बन्ध कुछ परेशानियों को दर्शा रहा है| इस राशि के जातकों को अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखना चाहिए, इस दौरान कोई बड़ी बीमारी पकड़ सकती है। इस दौरान सरकार की तरफ से आपके लिए हानि का योग बन रहा है। इस दौरान आपको अपने गुस्से पर विशेष नियंत्रण रखना चाहिए, वैवाहिक जीवन में परेशानी आ सकती है। शनि सूर्य के दृष्टि सम्बन्ध के कारण आपके मान-सम्मान में कमी भी आ सकती है और वहीं नौकरी में भी परिवर्तन करना पड़ सकता है। आर्थिक रूप से देखें तो इस गोचर के दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है, पैसों की बचत न करने की बजह से आप आने वाले दिनों में आर्थिक तंगी के शिकार हो सकते हैं। इस समय आपकी विदेश जाने की इच्छा पूर्ण हो सकती है। आप शत्रु पक्ष पर विजय प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही यदि आपका कोई कोर्ट कचहरी का मामला चल रहा है, उसमे कुछ परेशानियों के बाद सफलता मिलेगी|
उपाय-
- लाभ प्राप्ति के लिए ‘’ॐ आदित्याय विदमहे भास्कराय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात्!!’ इस मन्त्र का नित्य जाप करें|
- तांबे के बर्तन से सूर्य देव को जल का अर्घ्य दें।
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे| इस गोचर में आर्थिक लाभ होने की संभावना है। गोचर के दौरान आपकी संकल्प शक्ति में वृद्धि हो सकती है और अपने शत्रुओं को परास्त करने में आप सफल रहेंगे। इस दौरान आपको सरकारी क्षेत्र में कार्यरत लोगों से अच्छा लाभ मिलने की संभावना बन रही है। कार्य स्थल पर आपको वरिष्ठ कर्मियों का साथ मिलेगा परंतु किसी मामले में आप उनसे उलझ सकते हैं और जिन लोगों का बिजनेस विदेश से जुड़ा है उन्हें इस समय विशेष लाभ हो सकता है, कन्या राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें, तो उनके लिए यह अवधि थोड़ी चिंताजनक बीत सकती है। गोचर की इस अवधि में आपके पार्टनर के साथ विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस दौरान आपको विशेष सलाह दी जाती है कि अपने पार्टनर के साथ किसी भी बात को लेकर मतभेद की स्थिति ना उत्पन्न होने दें। पारिवारिक जीवन की बात करें तो, इस गोचर काल के दौरान आप अपने बच्चों की शिक्षा और सेहत को लेकर परेशान रह सकते हैं।
उपाय-
- गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करना शुभकारक रहेगा|
- गणेश जी का पूजन करें, व उन्हें दूर्वा अर्पित करें|
तुला राशि (Libra)
तुला राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से दशवें भाव में गोचर करेंगे। लाभ भाव के स्वामी का कर्म भाव में बैठना नौकरी और बिजनेस की दृष्टि से शुभ योग बन रहा है। सूर्य दशम भाव में दिग्बली भी हो जाते हैं। इस दौरान पिता के सुखों में वृद्धि होगी और उनका पूर्ण सहयोग मिलेगा। आपके व्यापार व्यवसाय में विस्तार होगा, कार्यस्थल में उन्नति होने के शुभ संकेत हैं। आप किसी उच्च पद पर आसीन हो सकते हैं। प्रगति के मार्ग में सीनियर्स का भी भरपूर सहयोग मिल सकता है। काम की अधिकता होने की वजह से आपको निजी जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि इस दौरान सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत हैं, तो सफलता मिल सकती हैं। इस समय सूर्य और शनि की आपसी दृष्टि के कारण आपका अहंकार और क्रोध बढ़ेगा परन्तु इस पर काबू पाना जरुरी होगा, नहीं तो आपके मान-सम्मान में कमी आ सकती है। इस अवधि में आपकी माता जी की सेहत में गिरावट आ सकती है, लिहाजा इस अवधि में उनकी सेहत का विशेष रूप से ख्याल रखने की जरुरत होगी।
उपाय-
- रविवार के दिन शिवलिंग का शहद से अभिषेक करना श्रेयकर रहेगा|
- विशेष लाभ के लिए रविवार के दिन लाल कपड़े दान करें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से नवमें भाव में गोचर करेंगे। इस अवधि में आपको बेहद प्रभावशाली लोगों के साथ मिलने का मौका मिल सकता है। इस गोचर काल के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों में आपकी रुचि ज्यादा होगी और आप दान पुण्य जैसे धार्मिक कार्यों में ज्यादा समय व्यतीत करेंगे। कार्यक्षेत्र में तरक्की होगी, इस गोचर के दौरान आपको विदेश यात्रा से लाभ भी प्राप्त हो सकता है| यदि आप सरकारी नौकरी के लिए प्रयास कर रहे हैं तो सफलता मिलेगी| जीवनसाथी के प्रगतिशील होने के भी योग हैं। यदि आपके काम का सम्बन्ध विदेश से है तो यह समय आपके लिए अनुकूल साबित हो सकता है। पारिवारिक दृष्टि से आपके लिए यह गोचर चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। इस दौरान पिता की सेहत बिगड़ने की वजह से मन अशांत रहेगा और परिवार में भाई-बहनों के साथ किसी बात को लेकर विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। वैवाहिक जीवन के लिए यह समय सामान्य रहने की उम्मीद है|
उपाय-
- नित्य हनुमान जी की पूजा करें एवं “हनुमान चालीसा“ का पाठ करें|
- अपने पिताजी की सेवा और उनका सम्मान करें|
धनु राशि (Sagittarius)
धनु राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर करेंगे| गोचर की अवधि के दौरान आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूर है| इस दौरान नौकरी और बिजनेस में मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे, आर्थिक रूप से देखें तो सूर्य का यह गोचर आपके लिए जहां एक तरफ धन लाभ लेकर आएगा वहीं दूसरी तरफ धन हानि भी हो सकती है। आप अपने आस-पास के लोगों से प्रतिस्पर्धा करना शुरू कर देंगे। इससे आपके संबंध सभी के साथ प्रभावित होंगे| आप इस दौरान उदास और खुद को अकेला महसूस करेंगे। कुछ लोगों को अचानक धन लाभ या पैतृक संपत्ति का लाभ भी हो सकता है। छोटी-छोटी स्वास्थ्य परेशानियां या छोटे लगने वाले वाद-विवाद भी बड़ा रूप लेकर आपको गहरा आघात पहुंचा सकते हैं। भाई-बहनों या करीबी रिश्तेदारों से मनमुटाव की स्थिति बन रही है, इसलिए उनसे बातचीत या लेन-देन में सावधानी बर्तें। दुर्घटना की संभावना अधिक बन रही है, इसलिए लंबी दूरी की यात्राएं कुछ समय के लिए टाल देना ही आपके लिए हितकर रहेगा।
उपाय-
- सूर्य यंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा अर्चना करें|
- रविवार के दिन मंदिर के पुजारी को गेहूँ का दान करें।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे। सप्तम भाव में स्थित सूर्य पर लग्नस्थ शनि की पूर्ण दृष्टि वैवाहिक जीवन के लिहाज से शुभ नहीं कही जा सकती। इस दौरान जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर मतभेद हो सकता है। वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनाए रखने के लिए जीवनसाथी के साथ उत्पन्न होने वाली विवाद की स्थिति से बचें और किसी भी मामले को प्यार से सुलझाने की कोशिश करें।साझेदारी में किसी के साथ व्यापार कर रहे हैं तो उसके लिए भी यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बिजनेस पार्टनर से संबंधों को न बिगड़ने दें। अगर आप इस समय साझेदारी में व्यापार करने की शुरुआत करने वाले हैं तो इसके लिए समय अनुकूल नहीं है। इस समय अवधि में कोई भी फैसाला जल्दबाजी में ना लें। नहीं तो पछताना पड़ सकता है। इस समय नौकरी तथा व्यवसाय में उन्नति होगी फिर भी आप मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त रहेंगे।
उपाय-
- विष्णुसहस्रनाम स्त्रोत्र का पाठ करें|
- बंदरो को चने और गुड़ खिलाना आपके लिए हितकारी रहेगा|
कुंभ राशि (Aquarius)
कुम्भ राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के दौरान आपका आत्मबल बिरोधियों को आपके सामने टिकने नहीं देगा| इस दौरान यदि आप अपने गुस्से को काबू कर पाने में समर्थ होते हैं, तो यह समय आपके लिए बेहतर साबित होगा| चाहे नौकरी से जुड़े लोग हों या बिजनेस से इस समय अपनी सूझबूझ के दम पर अच्छे परिणाम पा सकेंगे| नकारात्मक प्रभाव आपके वैवाहिक जीवन पर देखा जा सकता है। इस दौरान आप अपने जीवनसाथी के व्यवहार में थोड़ी आक्रामकता देख सकते हैं| यदि आपका कोर्ट कचहरी का कोई मामला चल रहा है तो संभव है कि ये फेंसला आगे के लिए लटक जाये| प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को इस दौरान विशेष रूप से अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं, कोई पुराना रोग भी आपको परेशान कर सकता है, इसलिए स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को हल्के में ना लें। पेट और आँखों से सम्बंधित कोई समस्या विशेष रूप से परेशान कर सकती है।
उपाय-
- ''शिव पञ्चाक्षरि" मंत्र को पढ़ते हुए भगवान शिव की पूजा करें,
- तांबे के पात्र में लाल कुमकुम मिलाकर जल सूर्यदेव को चढ़ाएं।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि वालों के लिए सूर्यदेव आपकी राशि से पांचवें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान नौकरी और बिजनेस में आपको मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे| कार्यक्षेत्र में आपको अपने सहयोगियों का सहयोग कम प्राप्त होगा| जो जातक सरकारी नौकरी से जुड़े हुए हैं उन्हें लाभ प्राप्त होना सम्भव है| अगर आप अपनी नौकरी बदलना चाह रहे हैं तो यह समय आपके पक्ष में है, अवसर का लाभ उठायें| यह समय शिक्षा के लिए बेहतर है, यदि आप डटकर मेहनत करते हैं तो इस समय में मनचाहा परिणाम प्राप्त कर सकते हैं| अपने तथा अपनी सन्तान के स्वास्थ्य की ओर से सावधान रहने की आवश्यकता है, और गर्भवती ( Pregnant ) महिलाओं को इस गोचर के दौरान थोड़ा संभलकर रहने की आवश्यकता है| स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण कष्ट होगा| इस दौरान पेट से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। खान-पान का विशेष ख्याल रखें|
उपाय-
- भगवान विष्णु की आराधना करें, “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः” मंत्र का निष्ठा से जाप करें।
- सूर्य के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए ब्राह्मणों को गुड़ दान में दें।