शुक्र का सिंह राशि में गोचर: आपके लिए कितना ख़ास?
By: Future Point | 27-Aug-2022
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शुक्र को वैवाहिक जीवन, ऐशो आराम, जीवनसाथी, पार्टनर, ज़मीन और सांसारिक सुखों का कारक माना गया है। जिस प्रकार बृहस्पति को देव गुरु का दर्जा प्राप्त है उसी प्रकार शुक्र को दैत्य गुरु का। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह को बृहस्पति ग्रह के अनुसार ही शुभ ग्रह का दर्जा दिया गया है और यही वजह है कि शुक्र की उत्तम स्थिति व्यक्ति को सभी सुख संसाधनों से संपन्न बनाती है और व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की विद्याओं में भी पारंगत बनाती है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह एक स्त्री तत्व प्रधान ग्रह है, जो खूबसूरती और आकर्षण देता है। यदि व्यक्ति का शुक्र प्रबल है तो व्यक्ति को जीवन में किसी भी प्रकार के सुख की कमी नहीं होती और वह सदैव सुखी रहता है।
क्योंकि शुक्र ग्रह विवाह, स्त्री, प्रमाद, भोग, विलास, साज सज्जा, मधुर वैवाहिक जीवन, वाहन, भवन, कलात्मक कार्य, अभिनय, साहित्य, आदि का मुख्य कारक ग्रह है।
इसके विपरीत यदि शुक्र किसी की कुंडली में अशुभ स्थिति में बैठा है या कमजोर है तो व्यक्ति को धन और भौतिक सुखों का अभाव रहता है। इसके अतिरिक्त उसके जीवन में प्रेम की कमी होती है। वैवाहिक जीवन में कष्ट और सांसारिक सुखों में कमी आती है।
शुक्र एक शुभ ग्रह होने के साथ-साथ सभी ग्रहों में से बुध और शनि ग्रह को अपना मित्र मानता है लेकिन सूर्य व चंद्रमा उसके शत्रु हैं। यह एक राशि में लगभग 26 दिन तक गोचर करता है। भोर का तारा कहा जाने वाला शुक्र ग्रह 31 अगस्त 2022, बुधवार को सायः 16 बजकर 18 मिनट पर सिंह राशि में प्रवेश करेगा जो कि सूर्य की राशि है और इस राशि में 24 सितम्बर 2022, रात्रि 21 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। उसके पश्चात कन्या राशि में प्रवेश कर जाएगा। तो आइये जानते हैं, शुक्र के इस गोचर का सभी राशियों पर होने वाला असर :-
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मेष राशि -
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा। इस भाव से रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखा जाता है। शुक्र का यह गोचर आपके प्रेम संबंधों में मिठास लाएगा। रिश्तों में प्यार के बढ़ने से निजी संबंध मज़बूत होंगे। जो लोग प्रेम में पड़े हैं, वो अपने संगी के प्रति तीव्र भावनाएं महसूस करेंगे, आप अपने बंधन को अगले स्तर तक ले जा सकते हैं और इस अवधि के दौरान शादी भी कर सकते हैं।
विवाहित जातक भी अपने जीवनसाथी के साथ रोमांटिक समय का आनंद लेंगे और इस दौरान काफी भावुक रहेंगे। जो लोग सिंगल हैं, वे अपने सपनों के राजकुमार/राजकुमारी से मिल सकते हैं, क्योंकि इस अवधि में आप सामने वाले शख्स को अपनी वाणी और वाक्पटुता से रिझा पाने में सक्षम होंगे।
यदि आपके और बच्चों के संबंधों में कुछ समस्या चल रही थी तो उसमें सुधार आएगा और आप उनके साथ अच्छे समय का आनंद लेते दिखाई देंगे। इसके अलावा आर्थिक स्थिति भी पहले से काफी बेहतर होती प्रतीत होगी। क्योंकि इस अवधि में आपको अचानक से किसी माध्यम से धन प्राप्ति संभव है।
उपाय - घर में श्रीयंत्र की स्थापना करें और उसका प्रतिदिन अभिषेक करें।
वृष राशि -
शुक्र का यह गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा। चतुर्थ भाव से आपके परिवार और संबंधों, संपत्ति और गृह जीवन और मां के बारे में विचार किया जाता है। ऐसे में यह गोचर कुंभ राशि के जातकों के लिए कुछ ख़र्चे लेकर आ रहा है।
क्योंकि इस समय कई जातक कोई नया घर व वाहन खरीद सकते हैं या पुराने घर की मरम्मत व घर की साज-सज्जा पर आपको अपने धन का एक बड़ा भाग खर्च करना होगा। और कई जातकों को किसी कारणवश अपने घर से दूर जाना पड़ सकता हैं। साथ ही शुक्र देव आपके पिता की सेहत में भी कुछ गिरावट लेकर आ सकते हैं।
इसलिए आपको उनकी सेहत के प्रति शुरुआत से ही सावधानी बरतनी होगी। शुक्र देव आपके पारिवारिक जीवन में भी सुख-शांति का वातावरण सुनिश्चित करने वाले हैं। इससे आप घर पर अपना समय व्यतीत करते हुए घरवालों के साथ अच्छी बातचीत करते दिखाई देंगे। आपको ये अवधि घर के सदस्यों का भी पूरा सहयोग देगी। इसके अलावा समाज में भी आपके मान-सम्मान में वृद्धि होने से लोग आपसे सलाह-मशवरा ले सकेंगे।
उपाय - नमः शिवाय मंत्र का प्रतिदिन जाप करें।
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मिथुन राशि -
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में होगा। यह भाव संचार और छोटे भाई-बहनों का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में शुक्र का आपकी राशि से इस भाव में उपस्थित होना सबसे अधिक मीडिया, कला व अभिनय से जुड़े जातकों को अपने कार्यक्षेत्र में अपार लाभ प्राप्ति होने के योग बनाएगा।
साथ ही आप अपनी अच्छी जीवन शैली से लोगों को बेहद आसानी से प्रभावित करते हुए उनके दिलों में अपने लिए एक ख़ास जगह बनाने में भी सफल होंगे। इसके अलावा कार्यक्षेत्र पर भी आपको अपार सफलता मिलेगी। क्योंकि ये वो समय होगा जब आप अपनी मेहनत के बल पर अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे।
पारिवारिक जीवन में भी खुशी का माहौल आपको अंदर से प्रसन्न करेगा। साथ ही ये अवधि आपको अपने भाई-बहनों का सहयोग देने में भी मददगार सिद्ध होगी। कई जातकों की रूचि धर्म के प्रति बढ़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप वे धर्म-कर्म के कार्यों में भाग लेते हुए किसी प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन भी करने के निणर्य ले सकते हैं।
उपाय - प्रतिदिन श्री सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का जाप करें।
कर्क राशि -
शुक्र का यह गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव में होगा। इस गोचर के प्रभाव से आपकी वाणी में आकर्षण बढ़ेगा लेकिन आप तीव्र प्रतिक्रिया देने वाले बनेंगे। इसलिए जो भी कहें थोड़ा ध्यान से कहें, क्योंकि इससे बनते हुए काम भी बिगड़ सकते हैं।
व्यापार के मामले में यह गोचर आपके लिए काफी फ़ायदेमंद साबित होगा और आपकी दूरदर्शिता आपके बिज़नेस को नई रफ्तार पर लेकर जाएंगी। दांपत्य जीवन में इस गोचर का प्रभाव यह होगा कि आपका जीवन साथी आपके परिवार के प्रति और भी ज्यादा समर्पित रहकर काम करेगा, जिससे आपको खुशी होगी लेकिन उनका स्वास्थ्य कुछ कमजोर हो सकता है।
आपके परिवार की आमदनी में बढ़ोतरी होगी और प्रॉपर्टी संबंधित मामलों से भी लाभ होगा। इस अवधि के दौरान आपके वित्त के बढ़ने की संभावना है। स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है।
उपाय - दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें। इससे मिलेगी कार्यक्षेत्र में उन्नति और समृद्धि।
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सिंह राशि -
सिंह राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपकी ही राशि में गोचर करेंगे। यह भाव आपके व्यक्तिगत जीवन को दर्शाता है इसलिए यह गोचर आपके व्यक्तिगत जीवन के संबंध में कुछ परिवर्तन और बदलाव की वजह बन सकता है।
ऐसा भी संभव है कि आप इस दौरान अपने परिवार के साथ किसी विषय पर गंभीर चर्चा करेंगे और आप अपने अचल संपत्ति सौदों की संभावना पर भी चर्चा कर सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपके साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी देखी जाएगी। आप अपनी मेहनत और कार्य क्षमता के चलते दूसरों की सराहना प्राप्त करने में सफल होंगे।
आप अपनी रचनात्मक संतुष्टि प्राप्त करने की दिशा में कार्य करते दिखाई देंगे। इस वक्त जीवनसाथी का सहयोग आपके अंदर हर्ष और आनंद का संचार करेगा। पार्टनरशिप में बिज़नेस करने वाले लोगों को इस दौरान ख़ासा मुनाफा हो सकता है और जो लोग नया बिज़नेस करना चाहते हैं उनके लिए भी समय अनुकूल रहेगा।
उपाय - ज़रूरतमंदों को रविवार के दिन गेहूं दान करें।
कन्या राशि -
कन्या राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करेंगे। व्यावसायिक रूप से, अपने प्रतिस्पर्धियों और शत्रुओं के साथ विवादों को निपटाने या हमेशा के लिए खत्म करने के लिए यह एक अच्छी अवधि साबित हो सकती है।
जीवन का भरपूर आनंद लेने के लिए कई क्षण होंगे लेकिन इस दौरान आपका मोटा पैसा खर्च हो सकता है। इस समयावधि में आप अपनी सुख-सुविधाओं पर अधिक धन खर्च करेंगे। यात्रा के योग बन सकते हैं। नए लोगों से संपर्क बनेंगे, जो आपके लिए अनुकूल साबित होंगे। विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं।
यदि आपका बिजनेस विदेश से सम्बंधित है तो धनलाभ हो सकता है, और जो लोग विदेशों में रहते हैं या विदेशी कंपनियों में काम करते हैं उन्हें इस समय कोई अच्छी खबर मिल सकती है। लेकिन कोट-कचहरी के मामलें से इस समय आपको बचकर रहने की जरूरत होगी, अन्यथा आपको धन का अत्यधिक खर्चा करना पड़ सकता है।
उपाय - अपने घर में तुलसी का पौधा लगाएं और रोज उसकी पूजा करें।
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तुला राशि -
तुला राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपकी राशि के ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपकी आमदनी में वृद्धि और व्यवसाय में लाभ होगा। स्वास्थ्य और आरोग्य की प्राप्ति होगी। ग्यारहवें भाव में शुक्र का गोचर होने से भूमि लाभ, कार्यों में सफलता मिलेगी।
इसके अलावा संतान पक्ष, भाइयों और मित्रों से सहयोग प्राप्त होगा। इस दौरान आप सामाजिक गतिविधियों में काफी सक्रिय रहेंगें। इस समय अपनी इच्छाओं को पूरा करने और खुशी पाने के लिए, आप भौतिकवादी चीजों पर बहुत खर्च करेंगे।
यात्रा के योग भी बन रहे हैं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। लव लाइफ परफेक्ट रहेगी। आविवाहितों को विवाह के प्रस्ताव मिलेंगे। शादी में आ रही रुकावटें दूर होंगी। शिक्षा के लिहाज से भी अनुकूल परिणाम मिलेंगे और आप नई चीजें सीख पाएंगे।
उपाय - शुक्रवार के दिन देवी पार्वती को दूध, चावल और चीनी चढ़ाएँ।
वृश्चिक राशि -
वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपकी राशि के दशवें भाव में गोचर करेंगे। शुक्र का गोचर आपके कार्यक्षेत्र में उन्नति लाने वाला साबित होगा। आप अपने ज्ञान और बुद्धि के बल पर अपने कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे, जिसका आपको समुचित लाभ भी प्राप्त होगा।
इस दौरान आपको यशकीर्ति के साथ कार्यक्षेत्र में सफलता मिल सकती है। आपने जो विद्या अर्जित की है, उसका प्रयोग करके आप अपने काम को और भी बेहतर तरीके से निपटा पाएंगे, जिससे आपको अपने बॉस की तारीफ भी मिलेगी और आपकी छवि भी मजबूत होगी।
जो लोग व्यवसाय करते हैं, वे इस दौरान अपने परिवार के धन का प्रयोग अपने बिज़नेस को विस्तार देने के लिए कर सकते हैं। इवेंट मैनेजमेंट में काम करने वाले इस राशि के जातक इस गोचर के दौरान सफलता प्राप्त करेंगे। इस राशि के विवाहित जातकों के जीवन में सामंजस्य बना रहेगा। आप भौतिकवादी चीजों पर खर्च करके जीवन की सुख-सुविधाओं का आनंद लेंगे।
उपाय - इस गोचर से शुभ फल प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन शुक्र की होरा में शुक्र मंत्र का जाप करें।
धनु राशि -
धनु राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपकी राशि से नवमें भाव में गोचर करेंगे। यह समय आपके लिए बेहद शुभ रहने वाला है। इस समय आप कुछ ऐसे फ़ैसले लेंगे, जो आगे चलकर फ़ायदेमन्द साबित होंगे।
आप कुछ सामाजिक या धर्मार्थ कार्य भी करेंगे और आपको दान-पुण्य करके खुशी मिलेगी। आप धन संचय करने में इस समय सफल रहेंगे और आपको विभिन्न स्रोतों से धन लाभ भी होगा। सार्वजनिक जीवन में आपका मान-सम्मान बढ़ता जाएगा, आपके सकारात्मक विचार आपको ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
इस दौरान आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी, जिससे आप अपने कार्यस्थल पर बेहतरीन तरीके से अपने विचारों और सुझावों को व्यक्त करते हुए, दूसरों को आकर्षित कर सकेंगे। व्यवसाय की दृष्टि से समय नए कार्य और नई नीतियों की शुरुआत के लिए अनुकूल रहने वाला है। विदेशी योजनाओं और आयात-निर्यात से जुड़े लोगों को भी इस समय उन्नति मिलने की संभावना है।
उपाय - अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ प्रतिदिन प्रातःकाल करें।
मकर राशि -
मकर राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर करेंगे। जो लोग किसी व्यवसाय या नौकरी में हैं उन्हें इस समय बहुत परिश्रम के बाद ही सफलता मिलेगी। हालांकि, अनुसंधान के क्षेत्र में काम कर रहे इस राशि के जातक सफलता पाएंगे।
अगर आप बैंक से लोन लेने के लिए संघर्ष कर रहे थे, तो इस समय आप इसे आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। पैतृक संपत्ति से इस राशि के कुछ लोगों को धन लाभ हो सकता है। प्रेम संबंधों में पड़े इस राशि के जातकों को इस गोचर के दौरान लवमेट से तर्क-वितर्क करने से बचना होगा, नहीं तो आपका रिश्ता खराब हो सकता है।
विवाहित जातकों को अपने जीवनसाथी के भाग्य से धन लाभ हो सकता है। इस राशि के विद्यार्थी शिक्षा के प्रति अपनी एकाग्रता खो सकते हैं, इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए इस राशि वालों को अधिक प्रयास करने होंगे।
उपाय - शाम के समय घर में कपूर जलाएं।
कुम्भ राशि -
कुम्भ राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह का परिवर्तन आपकी राशि से सातवें भाव में होने जा रहा है। इस गोचर के दौरान आपको कार्यस्थल पर सद्भावना बनाए रखने के लिए ज्यादा प्रयास और ज्यादा समय लगाने की आवश्यकता पड़ेगी। आपकी ईमानदारी और कठिन मेहनत का आपको भरपूर और शुभ परिणाम हासिल अवश्य होगा।
इस गोचर काल में आपके व्यापार में उन्नति होगी और आपका कारोबार आगे बढ़ेगा। यदि आप इस समय में कोई नया काम करना चाहते हैं तो वह फलीभूत होगा और आपको उस काम में सफलता मिलेगी। भाग्य का आपको पूरा साथ मिलेगा, जिससे आपको उन क्षेत्रों से भी सफलता मिलेगी, जिनसे आपको उम्मीद नहीं थी।
साथ ही पिता को भी अपने कार्यक्षेत्र से किसी प्रकार का लाभ मिलेगा, जिसे पारिवारिक वातावरण में ख़ुशियाँ आएँगी। विदेशी स्रोतों से भी इस संबंध में आपके संपर्क स्थापित होंगे और आपको अच्छा लाभ मिलेगा।
उपाय - अच्छे फलों की प्राप्ति के लिए सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
मीन राशि -
मीन राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह का परिवर्तन आपकी राशि से छठे भाव में होने जा रहा है। इस दौरान आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी और आपका स्वास्थ्य भी पीड़ित हो सकता है। आपको विशेष तौर पर इस समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
जरा सी भी लापरवाही आपको परेशानी में डाल सकती है, क्योंकि आप हार्मोनल असंतुलन, पेट और आंखों की परेशानी से पीड़ित हो सकते हैं। इसके अलावा, आपको हाइवे पर सवारी या ड्राइविंग करते समय सावधान रहना होगा नहीं तो आप दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।
हालांकि दूसरी ओर आपकी जॉब में काफी अनुकूल परिणाम मिलेंगे और आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपको उसका अच्छा लाभ भी प्राप्त होगा। पदोन्नति के साथ-साथ आपको सराहना की प्राप्ति भी होगी। वाद-विवाद के क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी, लेकिन इस दौरान आपके विरोधी थोड़े प्रबल हो सकते हैं और आप की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकते हैं।
उपाय - शुक्रवार के दिन मंदिर में बिना पका हुआ चावल दान करें।