सामुद्रिक शास्त्र - आपके हंसने का तरीका खोलता हैं, स्वभाव nature का राज, जानें कैसे व्यक्ति हैं?
By: Future Point | 13-Jun-2018
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आपको यह जानकर शायद हैरानी हों कि किसी को समझने-जानने में किसी की मुस्कुराहट भी एक साधन हो सकती हैं। किसी के भी व्यक्तित्व में छुपे गूढ़ रहस्यों को सामने लाने में मुस्कुराहट भी उपयोगी साबित हो सकती हैं। हंसता हुआ चेहरा, सभी को अपनी ओर आकर्षित करता है, एक मुस्कान सबका मन मोह लेती हैं।
हंसी न केवल सेहत को अच्छा रखती हैं, बल्कि यह तनाव, चिंताओं और परेशानियों को भी हमसे कोसों दूर रखती हैं। एक मुस्कुराहट सभी को खुश रखती हैं और ऐसे व्यक्ति से लोग मिलने में भी खुशी का अनुभव करते हैं। आज हम आपको अपने इस आलेख के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि आपकी हंसी आपके व्यक्तित्व के कई राज सामने ला सकती हैं। किसी व्यक्ति की हंसी क्या कहती हैं, आइये जानते हैं-
खिलखिलाकर जोर से हंसना
सामुद्रिक शास्त्र ( Shamudrikshastra) के अनुसार जो व्यक्ति खिलखिलाकर जोर से हंसता है। वह स्वभाव से उदार, दयालु और प्रेमभाव से ओतप्रोत होता है। ऐसे व्यक्तियों में सेवा, सहयोग और त्याग की भावना देखी जा सकती हैं। सहनशीलता और समायोजन दोनों इनके व्यक्तित्व में पाए जाते हैं।
इस तरह के व्यक्तियों पर पूरा भरोसा किया जा सकता हैं। इनके मन में किसी के साथ बुरा करने का विचार नहीं होता है और धोखा देना तो ये जानते ही नहीं हैं। जब भी इनके जीवन में कोई कष्ट आता है, भाग्य इनको पूरा साथ देता हैं। इनके स्वभाव में उत्साह और बुद्धिमानी एक साथ देखा जा सकता हैं। इस प्रकार की हंसी हंसने वाले व्यक्ति प्रेम संबंधों को बहुत अधिक महत्व देते हैं।
हंसते समय तेज आवाज निकालना
तेज आवाज में हंसने वाले व्यक्ति स्वभाव से मेहनत करने वाले होते हैं। शारीरिक मेहनत करने में ये किसी प्रकार से पीछे नहीं हटते हैं। स्वाभिमान की भावना इनमें कूट-कूट कर भरी होती हैं। हंसी के साथ ही इनके चेहरे के भाव बदलते रहते हैं। मौके का फायदा उठाने वाले और अपना काम निकालने में माहिर होते हैं।
मंद-मंद मुस्कुराना
समुद्र शास्त्र और एस्ट्रोलाजी शास्त्र कहता हैं कि जो व्यक्ति मंद-मंद मुस्कुराते हैं वे बहुत समझदार और गंभीर स्वभाव के होते हैं। जैसे भगवान श्रीकृष्ण। भगवान श्रीकृष्ण की मंद मुस्कान सारे जगत में मनमोहने वाली मानी जाती हैं। ऐसे व्यक्ति मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी अपना संयम नहीं खोते हैं। और हर समस्या का धैर्य के साथ सामना करते हैं। इसी के चलते कठिन कार्यों को पूरा करने का सामर्थ्य रखते हैं। ऐसे व्यक्तियों के स्वभाव में स्थिरता देखी जा सकता हैं।
कंजूसी से हंसने वाले
जो लोग हंसने में कंजूसी करते हैं ऐसे लोगों में विवेक अधिक पाया जाता हैं। गुस्से में आकर जल्द निर्णय लेने की जगह बुद्धिमानी और विवेक से निर्णय लेने में विश्वास करते हैं। इस प्रकार की हंसी वाले व्यक्ति धन खर्च करने में कंजूसी से काम लेते हैं। अधिक से अधिक बचत करने में विश्वास करते हैं। अधिक से अधिक धन जोड़ने के लिए परेशान रहते हैं।
ही-ही करके हंसना
जो व्यक्ति ही-ही करके हंसते हैं वो व्यक्ति मौकापरस्त होते हैं। इस स्वभाव के व्यक्तियों पर विश्वास करने से बचना चाहिए। ऐसे व्यक्ति कभी भी धोखा दे सकते हैं। अपने लाभ के लिए दूसरों का उपयोग करना इन्हें बखूबी आता हैं। जीवन में ऐसे लोगों से मिलने पर सावधान रहना चाहिए।
ठहाका मारके हंसने वाले
बहुत से लोग ऐसे हैं जो ठहाका मार कर हंसते हैं। जोर-जोर से हंसने की आदत रखते हैं। ऐसे व्यक्तियों की हंसी के बारे में सामुद्रिक शास्त्र कहता हैं कि ऐसे व्यक्ति बहुत मेहनत करने वाले होते हैं। अपनी मेहनत से सफलता हासिल करते हैं। खिलखिलाकर हंसने वाले प्रवृत्ति से भी मिलनसार होते है। जीवन के सुखों का खुलकर आनंद लेते हैं। बौद्धिक क्षमता की कोई कमी नहीं होती हैं। दिल से साफ और छल कपट से दूर रहते हैं। आप इनपर आंख बंद कर विश्वास कर सकते हैं। दूसरों को सहयोग देने के लिए सदैव तैयार रहते हैं।