रत्न और ज्योतिष : जानिए कौन सा रत्न हैं आपके लिए फायदेमंद
By: Future Point | 06-Jun-2018
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रत्नों का भंडार मानव जाति को प्रकॄति की ओर से उपहार हैं। रत्नों के माध्यम से व्यक्ति अपने भाग्य को प्रबल कर सकता हैं। शुभ रत्न व्यक्ति के जीवन को सुखमय और उन्नतशील करते हैं। जीवन में आगे से आगे बढ़ने में सहयोग करते हैं। यह माना जाता है कि रत्नों में एक विशेष और चमत्कारिक शक्ति विद्यमान होती हैं।
जिसके प्रभाव से धारक व्यक्ति का जीवन बेहतर होता हैं। इस बात में कोई दो मत नहीं हैं कि ग्रह शुभ ग्रहों की शुभता प्राप्ति में सहयोग करते हैं और अशुभ ग्रहों की अशुभता का नाश करता हैं। इसके अतिरिक्त रत्न विपरीत ग्रहों की शक्तियों को कमजोर करते हैं और बली ग्रहों के बल को अच्छा करते हैं।
ऐसा नहीं है कि रत्न (Gemstone) आज कल से ही प्रचलन में आए हैं अपितु रत्नों का उल्लेख प्राचीन एवं पौराणिक शास्त्रों में भी मिलता हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह और रत्न दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। रत्नों की आकर्षण शक्ति सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही हैं। इनमें सम्माहित मैगनेटिक शक्ति व्यक्ति के दुर्भाग्य को अपनी ओर खींचती हैं और शुभता को स्थापित करती हैं। व्यक्ति के भाग्य जमीं से उठाकर आसमान के शिखर तक पहुंचाने का कार्य रत्न करते हैं। किसी भी रत्न को धारण करने से पूर्व जन्म कुंडली की जांच अवश्य करा लेनी चाहिए।
जिससे शुभ रत्न ही धारण किए जाएं और अशुभ रत्नों के विपरीत प्रभाव से बचा जा सकें। रत्न सामान्यत: जन्मराशि/ जन्मलग्न, महादशा एवं अंतर्दशा के अनुसार पहने जाते हैं। रत्नों के वजन, मात्रा और क्वालिटी भी अपना महत्व रखती हैं। ज्योतिष शास्त्र यह कहता है कि जो ग्रह जन्मपत्री में योगकारक हो त्रिकोणेश हों उन ग्रहों का रत्न सदैव शुभ फल प्रदान करता हैं। इसके विपरीत जो ग्रह मारक, अष्टमेश, निर्बल और त्रिकेश हों उन ग्रहों का रत्न धारण करना अशुभता प्रदान करता हैं। आईये जाने कि आपकी लग्न राशि के अनुसार कौन सा रत्न आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
मेष लग्न
आप मेष लग्न या मेष राशि के जातक हैं तो आपके लग्न का रत्न मूंगा हैं। मूंगा रत्न धारण करना आपकी सेहत में वुद्धि करेगा। इसके साथ ही पंचमेश सूर्य का रत्न माणिक्य आपको संतान और विद्या प्राप्ति में शुभता देगा। आपकी लग्न के अनुसार आपका भाग्य रत्न पुखराज है। यह रत्न आपके लिए विशेष शुभ रहेगा। माणिक्य, मूंगा और पुखराज इन तीन रत्नों को धारण करना आपने लिए ’सोने पर सुहागा” का कार्य करेगा। सेहत, सम्मान, भाग्य और जीवन के अन्य सभी विषय आपको शुभ रुप में प्राप्त होंगे।
वृषभ लग्न
वृषभ लग्न के जातकों को स्वास्थ्य सुख प्राप्ति के लिए शुक्र रत्न हीरा धारण करना चाहिए। हीरा रत्न आपकी आकर्षण शक्ति को बढ़ाएगा और स्वास्थ्य से जुड़े विकारों में कमी करेगा। आजीवन हीरा धारण करना आपके लिए विशेष लाभदायक रहेगा। संतान और शिक्षा से जुड़े विषयों में शुभता पाने के इए आप बुध रत्न पन्ना धारण करें। यह रत्न शिक्षा कारक और शिक्षा भाव का रत्न होने के कारण इन विषयों के लिए अत्यंत शुभ सिद्ध होगा। आपकी कुंडली के लिए शनि सबसे अधिक शुभ ग्रह साबित होते है। शनि रत्न नीलम पहनना आपका भाग्योदय करेगा और उच्चस्तरीय सफलता भी देगा।
मिथुन लग्न
मिथुन लग्न का स्वामी होने के कारण आपको बुध रत्न पन्ना धारण करने से सेहत में लाभ देगा। आपकी आरोग्य शक्ति बढ़ेगी और स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपके लिए यह रत्न सुख भाव का रत्न भी होने के कारण आपको पारिवारिक सुख की प्राप्ति रहेगी। इस रत्न को आप बिना विचारें धारण कर सकते हैं। शिक्षा, संतान और संतान सुख प्राप्ति के लिए आप शुक्र रत्न हीरा धारण करें। भाग्य का सहयोग पाने के लिए आप शनि रत्न नीलम धारण करें। नीलम रत्न धारण करने से आपके रुके हुए कार्य बनने शुरु हो जायेंगे। अत: आपके लग्न को ध्यान में रखते हुए आपके लिए पन्ना, नीलम और हीरा रत्न अनुकूल रत्न रहेंगे। तीनों रत्नों का पैडेंट बनाकर भी आप पहन सकते हैं।
कर्क लग्न
आपको लग्नेश चंद्रमा का रत्न मोती आजीवन धारण करना चाहिए। आपके लिए यह रत्न सर्वथा शुभ रहेगा। आपको मोती धारण करने से स्वास्थय सुख की प्राप्ति होगी। आयु बढेगी। इसके अलावा आपको मूंगा भी पहनना चाहिए क्योंकि मंगल पंचम व दशम भाव का स्वामी होकर प्रबल योगकारक ग्रह बन जाता है। मूंगा पहनने से शिक्षा, संतान, राज्य आदि से अनुकूलता प्राप्त होती है। कर्क लग्न के लिये गुरु छठे भाव व नवम भाव के स्वामी होते है। नवमेश होने के कारण इस लग्न के लिए विशेष शुभफलकारी हो जाते है। साथ ही ये लग्नेश चन्द्र के मित्र भी है। इन व्यक्तियों को यह रत्न सदैव धारण करके रखना चाहिए।
सिंह लग्न
सिंह लग्न होने के कारण आपके लिए सूर्य रत्न माणिक्य आपके स्वास्थ्य से जुड़ा रत्न हैं। जीवन भर स्वयं को रोगों से मुक्त रखने के लिए आप माणिक्य रत्न धारण करें। यह रत्न आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अनुकूलता देगा। आयु वृद्धि और रोगों के प्रभाव में कमी करने के लिए भी इस रत्न को आप पहन सकते हैं। आपके लिए पंचम भाव के स्वामी गुरु हैं। संतान से जुड़ी सभी समस्याओं के लिए आप गुरु रत्न पुखराज धारण करें। प्रेम-प्रसंग और अध्ययन कार्यों में भी यह रत्न लाभकारी रहेगा। आपके लिए मंगल चतुर्थ व नवम भाव के स्वामी है। लग्नेश सूर्य के मित्र भी है। इस कारण से सिंह लग्न के व्यक्तियों को मूंगा रत्न अवश्य धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से व्यक्ति के भाग्य में वृ्द्धि होती है और जीवन में सुख-संपति, पारिवारिक मामलों एवं भाग्य में सफलता मिलेगी।
कन्या लग्न
आपके लिए बुध लग्नेश और दशमेश है। कुंडली के ये दोनों ही भाव शुभ है। इसलिये आपका पन्ना रत्न धारण करना शुभ रहेगा। यह रत्न आपके स्वास्थ्य, सेहत, आरोग्य और आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। इस रत्न के साथ आप नीलम और हीरा रत्न भी धारण करें। हीरा रत्न धारण करने से भाग्य के सहयोग से काम बनने शुरु हो जाते हैं। साथ ही मेहनत का फल मिलनी भी आरम्भ होता हैं। धन-धान्य और सम्मान प्राप्ति में भी यह शुभता देता है। शनि रत्न नीलम पहनने से आपका शिक्षा अध्ययन में रुचि रहेगी। लग्नेश, पंचमेश और नवमेश तीनों का रत्न एक साथ धारण करने से सभी रत्न एक दूसरे की शुभता को बढ़ाते हैं।
तुला लग्न
आपका तुला लग्न हैं और आपके लिए हीरा धारण करना रोगों से बचाव करने में सुरक्षा कवच का कार्य करेगा। अपने स्वास्थ्य सुख को बेहतर करने के लिए आपको यह रत्न अवश्य धारण करना चाहिए। इसके अतिरिक्त बहुत प्रयास करने पर भी यदि आपके कार्य न बन रहे हों तो आपको बुध रत्न पन्ना धारण करना चाहिए। भाग्येश बुध का रत्न आप हीरा रत्न के साथ पहनें। इससे भाग्य से जुड़ी बाधाएं दूर होंगी। संतान सुख और शिक्षा कार्यों में मन लगाने के लिए नीलम रत्न पहनना चाहिए।
वृश्चिक लग्न
आपका वृश्चिक लग्न हैं, इस लग्न के अनुसार सेहत को अच्छा बनाए रखने के लिए आप मूंगा रत्न पहनें। यह रत्न आपके रोगों में कमी करेगा और आरोग्यता को बनाए रखने में आपको सहयोग मिलेगा। देव गुरु बृहस्पति आपके संतान भाव के स्वामी है। गुरु ग्रह की शुभता पाने के लिए आप पुखराज रत्न पहनें। इस रत्न की शुभता से आपके आर्थिक क्षेत्र, संतान और अध्ययन क्षेत्रों में शुभता बनी रहेगी। भाग्योदय प्राप्ति के लिए आप चंद्र रत्न मोती धारण करें। मानसिक सुख-शांति और भाग्य वृद्धि करने में यह रत्न महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
धनु लग्न
आप गुरु का रत्न पुखराज आजीवन धारण कर सकते हैं। यह रत्न आपके मान-सम्मान को बढ़ाएगा, आपको ऊर्जावान रखेगा और स्वास्थ्य सुख में अनुकूलता देगा। यह रत्न आपके चतुर्थेश का भी रत्न हैं इसीलिए इसके शुभता से पारिवारिक सुख, वाहन और मातृ सुख की प्राप्ति होगी। पुखराज रत्न के साथ भाग्येश का रत्न माणिक्य पहनना भी आपके लिए लाभदायक सिद्ध होंगे। मूंगा रत्न पहनने से शिक्षा विषयों में सफलता मिलेगी। पुखराज रत्न, मूंगा रत्न और माणिक्य रत्न पहनने से जीवन के सभी शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
मकर लग्न
शनि रत्न नीलम धारण करना आपके लग्न भाव को बल देगा। इसके फलस्वरुप आपके रोगों में कमी होगी। व्यक्तित्व, सेहत, आत्मशक्ति और मनोबल को ऊंचा करेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार करने भी यह रत्न शुभता देगा। अध्ययन, प्रेम के विषय और संतान जैसे विषयों में सुख प्राप्ति के लिए हीरा रत्न धारण करना चाहिए। लग्नेश, पंचमेश और नवमेश के रत्न विशेष शुभ रहते हैं। नवमेश का रत्न जीवन के प्रत्येक क्षेत्र की बाधाओं को यह रत्न दूर करेगा। उच्च शिक्षा व भाग्य की प्रबलता के लिए पन्ना धारण करना ठीक रहेगा।
कुंभ लग्न
यदि आप अपनी सेहत को अच्छा करने के लिए कोई रत्न पहनना चाहती हैं तो आपको शनि रत्न नीलम पहनना चाहिए। नीलम रत्न आपके सेहत, सुख और उच्चाधिकारों में सुधार करेगा। जन्मपत्री का नवम भाव सबसे शुभ माना जाता हैं। इस भाव के स्वामी शुक्र का रत्न हीरा पहनने से आप का सोया हुआ भाग्य जाग जाएगा। कार्यों में आपको भाग्य का साथ मिलना शुरु हो जाएगा। शिक्षा और संतान के कार्यों में बेहतर परिणाम पाने में पन्ना रत्न पहनना चाहिए। संभव होने पर आप ये तीनों रत्न भी एक साथ पहन सकते हैं। इनमें से किसी ग्रह की महादशा होने पर रत्न पहना अतिलाभदायक रहेगा।
मीन लग्न
आयु वृद्धि, स्वास्थ्य और सेहत को बनाए रखने के लिए आप गुरु रत्न पुखराज धारण करें। यह रत्न आपको आरोग्यता तो देगा ही साथ ही बीमारियों में कमी करेगा। संतान, विद्या और बुद्धि का लाभ पाने के लिए आप चंद्र रत्न मोती धारण करें। साथ ही मूंगा रत्न पहने भाग्य का रत्न आपके भाग्य में शुभता देगा। आपके जीवन में किसी भी तरह की समस्या चल रही हों आप इन्हीं तीनों में से कोई रत्न धारण कर सकते हैं। धन, वैभव, करियर और सफलता सभी की प्राप्ति के लिए आप लग्नेश, पंचमेश और नवमेश का रत्न पहनें।