नवरात्री व्रत के दौरान इन नौ बातों का ध्यान रखें, जानिए नवरात्री उपवास के सभी नियम ।
By: Future Point | 05-Apr-2019
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शास्त्रों में नवरात्री के दौरान कुछ चीजे वर्जित बताई गई हैं, साथ ही कुछ चीजों को जरूरी भी बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि यदि इन नौ दिनों में आप भूलकर भी वर्जित कामों को करते हैं तो आपको उपासना का पुण्य नहीं मिलता और आपके सामने कोई परेशानी आ सकती है।
ये नौ बातों का ध्यान अवश्य रखें -
व्रत करने वाले महिला या पुरुष को इन नौ दिनों में क्षमा, दया, उदारता का भाव रखना चाहिए। वैसे यह भाव आप पूरे वर्ष रखें तो और भी अच्छा रहेगा। इन दिनों आपको किसी को भी अपशब्द नहीं बोलने चाहिए।
नवरात्र का व्रत करने वाले को जमीन पर सोने का नियम बताया गया है। व्रती व्यक्ति को पूरे नौ दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। साथ ही व्रत करने वाले को फलाहार करना चाहिए।
व्रत में नौ दिन तक अनाज और साधारण नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। आप चाहे तो सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं। व्रत में कुट्टु का आटा, सिंघाड़े का आटा, साबुदाना, फल, दूध से बने पदार्थ और मेवे आदि का सेवन कर सकते हैं। अन्न को व्रत पूरे होने के बाद ही ग्रहण करें।
नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखने वालों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए। इस दौरान बच्चों का मुंडन करवाना भी शुभ नहीं माना जाता। यहां तक कि नौ दिनों में व्यक्ति को अपने नाखून भी नहीं काटने चाहिए।
कुछ लोग इन नौ दिनों में कलश स्थापना या माता की चौकी का आयोजन करते हैं। कुछ लोग नवरात्र में अखंड ज्योति भी जलाते हैं। यदि इन तीनों में से आप कोई भी काम कर रहे हैं तो घर खाली छोड़कर नहीं जाएं। घर में किसी न किसी व्यक्ति का रहना जरूरी होता है।
विष्णु पुराण में बताया गया है कि नवरात्र का व्रत करने वाले को दिन में सोने, तंबाकू का सेवन करने और शारीरिक संबंध बनाने से व्रत का फल नहीं मिलता। व्रत करने वाले महिला या पुरुष को नींबू भी नहीं काटना चाहिए।
विष्णु पुराण में बताया गया है कि नवरात्र का व्रत करने वाले को दिन में सोने, तंबाकू का सेवन करने और शारीरिक संबंध बनाने से व्रत का फल नहीं मिलता। व्रत करने वाले महिला या पुरुष को नींबू भी नहीं काटना चाहिए।
नौ दिन का व्रत रखने वाले और देवी की उपासना करने वाले लोगों को काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। इन दिनों में चमड़े की बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग जैसी चीजों का प्रयोग भी व्रती को नहीं करना चाहिए।
नवरात्रि के पवित्र दिनों में प्याज, लहसुन और मांसाहार का सेवन वर्जित बताया गया है। यदि कोई शराब पीने का आदी है तो उसे भी इन दिनों में शराब से दूर रहना चाहिए। वैसे किसी भी दिनों में शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
हिंदू धर्म में नवरात्र के नौ दिन को काफी शुभ माना गया है। शुद्धता के लिहाज से इन दिनों में कुछ नियम बताएं गए हैं, इनका पालन व्रत करने वालों हो अवश्य करना चाहिए। इन नियमों का पालन नवरात्र के दौरान व्रत नहीं करने वाले भी कर लें तो और भी अच्छा होगा।
नवरात्री उपवास के नियम -
- नवरात्रि के पहले दिन 9 दिनों के व्रत और उपवास का संकल्प लें। इसके लिए सीधे हाथ में जल लेकर उसमें चावल, फूल, एक सुपारी और सिक्का रखें। हो सके तो किसी ब्राह्मण को इसके लिए बुलाएं। ऐसा न हो सके तो अपनी कामना पूर्ति के लिएमन में ही संकल्प लें और माता जी के चरणों में वो जल छोड़ दें।
- इन दिनों व्रत-उपवास में सुबह जल्दी उठकर नहाएं और घर की सफाई करें। पूरे घर में गौमूत्र और गंगाजल का छिड़काव करें। उसके बाद माता जी की पूजा करें। पूजा में ताजा पानी और दूध से माता जी को स्नान करवाएं। फिर कुमकुम, चंदन, अक्षत, फूल और अन्य सुगंधित चीजों से पूजा करें और मिठाई का भोग लगाकर आरती करें। नवरात्रि के पहले ही दिन घी या तेल का दीपक लगाएं। ध्यान रखें वो दीपक नौ दिनों तक बुझ न पाएं।
- व्रत-उपवास में माता जी की पूजा करने के बाद ही फलाहार करें। यानि सुबह माता जी की पूजा के बाद दूध और कोई फल ले सकते हैं। नमक नहीं खाना चाहिए। उसके बाद दिनभर मन ही मन माता जी का ध्यान करते रहें। शाम को फिर से माता जी की पूजा और आरती करें। इसके बाद एक बार और फलाहार (फल खाना) कर सकते हैं। अगर न कर सके तो शाम की पूजा के बाद एक बार भोजन कर सकते हैं।
- माता जी की पूजा के बाद रोज 1 कन्या की पूजा करें और भोजन करवाकर उसे दक्षिणा दें।
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