नौकरी की तलाश होगी पूरी - करें ये आसान से 5 उपाय
By: Acharya Rekha Kalpdev | 23-Dec-2023
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जीवनयापन के लिए अधिकतर लोग नौकरी पर निर्भर करते है, बिज़नेस करने वालों का प्रतिशत बहुत कम है। जीवन की तरह नौकरी में भी दिक्कते और उतार चढ़ाव आते ही रहते है। बरोजगार नौकरी की तलाश कर रहा है तो जिसके पा नौकरी है वो अधिक वेतन और बेहतर पद के लिए नौकरी बदलना चाहता है। एक आम व्यक्ति के लिए नौकरी बहुत महत्त्व रखती है, इसके बिना घर चलना असंभव हो जाता है। हर कोई अपनी पसंद की नौकरी की तलाश में जीवन भर भटकता है, कुछ की तलाश पूरी होती है कुछ की नहीं। अगर आप को भी है एक पसंद की नौकरी की तलाश तो करें ये आसान से उपाय और पाए अपनी नौकरी -
सरकारी नौकरी की तलाश उपाय
अगर है आपको सरकारी नौकरी की तलाश को प्रात: उगते सूर्य को अर्घ्य देना शुरू करें। सूर्य के सामने सूर्य आदित्य स्त्रोत का पाठ करें। इससे सरकारी नौकरी के रास्ते खुलते है। पिता, गुरु का सम्मान करें, और आशीर्वाद लेकर जरुरी कामों पर निकलें।
शनि देव को प्रसन्न करें
मनचाही नौकरी की तलाश पूरी करने के लिए शनि देव की आराधना करना शुरू करें। रोज शनि देव के मन्त्र - ऊँ शं शनैश्चाराय नमः का एक माला जाप करें। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ को जल दे और संध्या काल में पीपल के पेड़ की जड़ के निकट सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं।
सात मुखी रुद्राक्ष धारण
शनि देव की शुभता पाने के लिए सात मुखी रुद्राक्ष शनिवार के दिन धारण करें। इससे भी शनि देव के शुभ फल प्राप्त होने में सहायता मिलती है। और नौकरी प्राप्ति के योग बनते है।
हनुमान जी का मन्त्र जाप नौकरी प्राप्ति के लिए
ॐ श्री हनुमते नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। इस मन्त्र का जाप करने से हनुमान जी प्रसन्न होकर नौकरी के रस्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करते है। और मनोवांछित नौकरी मिलती है। हनुमान जी को संकट मोचन कहा गया है, रुके कामों को पूरा करने का कार्य भी हनुमान जी करते है।
इंटरव्यू में सफलता के लिए
इंटरव्यू में सफलता के लिए गणेश जी का आशीर्वाद मिलना अतिशुभ माना जाता है। इंटरव्यू में वाणी का प्रयोग अधिक होता है। और वाणी के कारक देव श्री गणेश जी हैं। बुद्धि, चातुर्य के साथ सभी सवालों का जवाब दे पाए, इसके लिए आपको बुधवार के दिन "ऊँ गं गणपतये नम:" मन्त्र का जाप करने से इंटरव्यू में सफलता के योग बन सकते है। एकाग्रचित होकर, ध्यान मुद्रा में, एकांत में इस मन्त्र का कम से कम 21 बार जाप करें।