कैसे दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनायें, ज्योतिष विधा के राशि अनुसार अचूक उपाय । | Future Point

कैसे दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनायें, ज्योतिष विधा के राशि अनुसार अचूक उपाय ।

By: Future Point | 30-Apr-2019
Views : 9333कैसे दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनायें, ज्योतिष विधा के राशि अनुसार अचूक उपाय ।

दाम्पत्य जीवन में अगर क्लेश, कलह बढ़ती जा रही है तो जीवन प्रायः मृत्यु तुल्य लगने लगता है, लगता है जीवन में कोई खुशियाँ ही नही है जैसे सारी खुशियाँ समाप्त हो गई हैं, व्यक्ति खुद को बहुत असहाय महसूस करने लगता है.

अगर आपके दाम्पत्य जीवन में कड़वाहट है, बात- बात पर झगड़े हो रहे हैं, आपस में मन मुटाव बढ़ रहा है, अगर आपको भी ऐसा लगता है या आपके जीवन में ऐसी कोई समस्या है जिससे आपके दाम्पत्य जीवन का आपसी प्रेम व सामंजस्य खत्म होता जा रहा है तो ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दिए गए कुछ उपाय को करने से आपक दाम्पत्य जीवन निश्चित रूप से सुखमय बनेगा और आपके जीवन में खुशहाली आएगी ।

राशि अनुसार दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनाने के उपाय –

मेष राशि :

शुक्रवार के दिन प्रातः काल एक रेशमी रंगीन कपड़ा लेकर उसमे थोड़ा कपूर, थोड़ा मिश्री व एक स्फटिक, 5 गोमती चक्र और 5 चमेली के फूल रखें, इन सभी सामग्रियों को कपड़े में बांध कर पोटली बनाकर और इस पर धूप- अगरबत्ती करने के पश्चात् किसी वीरान जगह या बाग में थोड़ा सा गड्डा खोदकर ॐ शुक्राय नमः करते हुए गड्डे में दबा दें।


वृषभ राशि :

मंगलवार के दिन प्रातः काल एक लाल कपड़े में 125 ग्राम मसूर की दाल, लाल चंदन, तांबे का एक टुकड़ा, लाल फूल , सिंदूर, ये सब सामग्री लाल कपड़े में बांध कर पोटली बना कर किसी जलीय स्त्रोत के पास थोड़ा सा गड्डा खोदकर ॐ अंगारकाय नमः का जाप करते हुए पोटली को गड्डे में दबा दें।


मिथुन राशि :

गुरुवार के दिन प्रातः काल पीले कपड़े में 5 साबुत हल्दी की गांठ, 125 ग्राम चने की दाल, थोड़ी सी केसर व पीला फूल रख कर इसकी पोटली बनाकर के किसी धार्मिक स्थान के पास जाकर थोड़ा सा गड्डा खोद कर ॐ बृहस्पतये नमः का जाप करते हुए पोटली को दबा दें।


कर्क राशि :

शनिवार के दिन सांयकाल एक काले कपड़े में 125 ग्राम काला तिल, 125 ग्राम काला उड़द, लोहे का एक छल्ला व एक काला हकीक रख कर शाम को किसी निर्जल स्थान पर थोड़ा सा गड्डा खोदकर ॐ शनैः नमः का जाप करते हुए दबा दें।


सिंह राशि :

शनिवार के दिन सांयकाल एक काले कपड़े में 125 ग्राम काला तिल, 125 ग्राम काला उड़द, लोहे का एक छल्ला व एक काला हकीक रख कर शाम को किसी निर्जल स्थान पर थोड़ा सा गड्डा खोद कर ॐ शनैः नमः का जाप करते हुए दबा दें।


कन्या राशि:

गुरुवार के दिन प्रातः काल एक पीले कपड़े में 5 साबुत हल्दी की गांठ, 125 ग्राम चने की दाल, थोड़ा सा केसर व पीला फूल लेकर कपड़े में बांध कर इसकी पोटली बना कर किसी धार्मिक स्थल पर जाकर थोड़ा सा गड्डा खोद कर ॐ बृहस्पतेय नमः का जाप करते हुए पोटली को उसमें दबा दें।


तुला राशि :

मंगलवार के दिन प्रातः काल एक लाल कपड़े में एक लाल हकीक, 125 ग्राम मसूर की दाल, लाल चन्दन का एक टुकड़ा, थोड़ा सा सिंदूर, तांबे का एक टुकड़ा और लाल फूल कपड़े में लपेट कर पोटली बना कर के किसी जलीय स्त्रोत के पास थोड़ा सा गड्डा खोद कर ॐ अंगारकाय नमः का जाप करते हुए पोटली उसमे दबा दें।


वृश्चिक राशि :

शुक्रवार के दिन सफ़ेद कपड़े में एक टुकड़ा फिटकरी का, 125 ग्राम सफ़ेद ज्वार, 5 नग कौड़ी, छेने की मिठाई व मिट्टी के कुल्हड़ में थोड़ा सा दही एवं इत्र की शीशी कपड़े में रख कर पोटली बना कर के किसी निर्जल स्थान के पास थोड़ा सा गड्डा खोद कर ॐ शुक्राय नमः का जाप करते हुए दबा दें।


धनु राशि:

बुधवार के दिन प्रातः काल हरे कपड़े में 125 ग्राम मुंग, हरा ओनेक्स ( एक रत्न), श्रृंगार की सामग्री, कांसा धातु का एक टुकड़ा ये सब सामग्री कपड़े में बांध कर पोटली बना कर के किसी दुर्गा माँ या विष्णु भगवान् के मंदिर के पास जाकर थोड़ा सा गड्डा खोद कर ॐ बुधाय नमः का जाप करते हुए पोटली को दबा दें।


मकर राशि:

सोमवार में दिन प्रातः काल एक सफ़ेद कपड़े में 125 ग्राम चावल, एक मोती, एक सीप, 5 गोमती चक्र एवं एक छोटा शंख और एक चांदी का टुकड़ा कपड़े में लपेट कर पोटली बना कर इसे धूप- अगरबत्ती करने के पश्चात् किसी तालाब या नदी के पास गड्डा खोद कर ॐ सोमाय नमः का जाप करते हुए पोटली को दबा दें।


कुंभ राशि:

रविवार के दिन प्रातः काल चमकीले कपड़े में 125 ग्राम गेहूं, 125 ग्राम गुड़, तांबे का एक सिक्का, लाल चंदन, व लाल कनेर का फूल ये सारी सामग्री को कपड़े में लपेट कर पोटली बना कर इसे धूप- अगरबत्ती करने के पश्चात् किसी पहाड़ी स्थान के पास थोड़ा सा गड्डा खोद कर ॐ सूर्याय नमः का जाप करते हुए पोटली को दबा दें।


मीन राशि :

बुधवार के दिन एक हरे कपड़े में 125ग्राम मूंग, हरा ओनेक्स रत्न, श्रृंगार की सामग्री व एक कांसा धातु का टुकड़ा, ये सब सामग्री कपड़े में लपेट कर पोटली बना कर के उसको धूप-अगरबत्ती करने के पश्चात् किसी दुर्गा माँ या विष्णु भगवान के मंदिर के पास गड्डा खोद कर ॐ बुधाय नमः का जाप करते हुए पोटली को दबा दें।