हिटमैन- रोहित शर्मा
By: Abha Bansal | 03-Jul-2019
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विश्व क्रिकेट वर्ल्ड कप का रोमांच अब दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। हर मैच अपने आप में रोमांच समेटे हुए है। हर मैच के साथ दिल की धड़कने और तेज हो रही है। क्रिकेट विश्व कप 2019 में दुनिया की 10 टीमें अपना गौरवशाली खेल दिखा रहे हैं। बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों अपनी पूरी पूरी कोशिश करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उनकी टीम चुनौतीपूर्ण तरीके से दूरी टीम को फाईनल दौड़ से बाहर करें। इस दौड़ में रोहित शर्मा अभी तक बल्लेबाजों में सबसे आगे निकल चुके है। किसी भी वर्ल्ड मैच में चार सैन्चुरी लगाने वाले रोहित शर्मा पहले व्यक्ति बन चुके है। विश्व कप 2019 में भारत के अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन अब तक का बेहतरीन रहा है। बाकी खिलाड़ी भी अपने प्रदर्शन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ रहे है। फाईनल तक की दौड़ में कौन सी टीमें पहुंचेंगी, यह समय बताएगा, तब तक भारतीयों की नजरें विराट और रोहित शर्मा पर टिकी रहेंगी।
बेस्ट बेल्लबाजों में रोहित शर्मा, शाकिब अल हसन, डेविड वार्नर, जो रूट, केन विलियमसन, विराट कोहली और एरोन फिंच का नाम अग्रणीय चल रहा है। बेस्ट बल्लेबाजों में अब तक (3 जुलाई 2019) मिशेल स्टार्क, लोकी फर्ग्यूसन, मोहम्मद अमीर, जोफ्रा आर्चर, मुस्तफिजुर रहमान, मोहम्मद शमी और जसप्रित बुमराह है। अब तक के आंकड़े रोहित शर्मा को बेस्ट प्लेयर दिखा रहे है।
आज हम हिट्मैन रोहित शर्मा की बात करने जा रहे हैं-
“आग में तप कर ही सोना और निखरता है।” यह कहावत भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा पर बखूबी लागू होती है। क्रिकेट जगत में सफलता के शिखर पर पहुंचे रोहित शर्मा ने अपने जीवन में काफी संघर्ष और कठिनाइयों का सामना किया है।
अपनी बल्लेबाजी से विपक्षी टीम की कमर तोड़ने वाले रोहित शर्मा आज कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके है। जिसमे तीन बार एकदिवसीय दोहरे शतक बनाने का कीर्तिमान स्वर्णाक्षरों में अंकित है। एक दिवसीय और टी 20 में गेंदबाजों के लिए खौफ का दूसरा नाम बने रोहित करोड़ों क्रिकेट प्रशंसकों के चहेते खिलाड़ी हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि रोहित ने अपना क्रिकेट कैरियर 6 साल की आयु में एक बल्लेबाज के रुप में ना करके गेंदबाज के रुप में की थी। आईये पहले इन्हें अधिक जानने का प्रयास करते हैं-
रोहित का जीवन परिचय
रोहित का जन्म 30 अप्रैल 1987 को हुआ था और उस समय उनके पिता, गुरुनाथ शर्मा एक फर्म में केयर टेकर थे, उनकी माँ पूर्णिमा शर्मा एक गृहिणी थीं। जब रोहित सिर्फ डेढ़ साल का था, तब उसका परिवार डोंबिवली में शिफ्ट हो गया और चूंकि उसके माता-पिता दो बच्चों के खर्चों का प्रबंधन नहीं कर सकते थे। इसलिए रोहित ने अपना अधिकांश समय अपने दादा-दादी और चाचाओं के साथ बिताया। आर्थिक कारणों से रोहित शर्मा की शिक्षा भी प्रभावित हुई, परन्तु खेल प्रभावित नहीं हो सका। रोहित के मन में क्रिकेट खेल के लिए हमेशा से प्यार रहा। एक बच्चे के रूप में, वह घंटों तक क्रिकेट खेलते थे और अपने परिवार के साथ क्रिकेट पर चर्चा करते थे, जो खेल प्रेमियों से भरा था। वास्तव में, उनके सभी चाचा अपने स्कूलों और कॉलेजों के लिए क्रिकेट खेलते थे। रोहित ने ऑफ स्पिनर के रूप में शुरुआत की जब तक कि कोच दिनेश लाड ने उन्हें अपने स्कूल को बदलने और वहां बेहतर कोचिंग और प्रशिक्षण सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल में शामिल होने के लिए कहा। पहले तो रोहित नए स्कूल में शामिल होने से हिचकिचा रहा था क्योंकि उसे पता था कि यह एक महंगा मामला होगा और उसे पता था कि उसका परिवार स्कूल की फीस नहीं उठा पाएगा।
रोहित में बल्लेबाजी की क्षमता को देखते हुए उनकी पढ़ाई में छात्रवृत्ति की व्यवस्था की गई। क्रिकेट के प्रति उनके झुकाव को देखकर, रोहित के चाचा और दोस्तों ने 1999 में एक छोटी क्रिकेट अकादमी में शामिल होने में मदद करने के लिए कुछ धन से सहायता की। 2015 में इन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनके परिवार में एक बहन और एक भाई है। पत्नी रितिका सजदेह शर्मा है। क्रिकेट के अलावा रोहित को टेबल टेनिस और विडियो गेम खेलना पसंद है। रोहित शर्मा इकलौते खिलाडी है जिन्होंने आईपीएल में हैट्रिक भी ली है और शतक भी बनाया है। इसके साथ ही ये एक मात्र ऐसे खिलाड़ी खिलाड़ी है जिन्होंने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में 3 दोहरे शतक लगाये है। रोहित के नाम एक मैच में सबसे ज्यादा सिक्स मारने का रिकॉर्ड है।(16) बाद में एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल ने इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। सुरेश रैना के बाद रोहित अकेले खिलाडी है जिन्होंने तीनो फॉर्मेट में शतक जड़ रखा है।
रोहित के नाम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा (171) स्कोर बनाने का रिकॉर्ड है। रोहित ने अपनी कप्तानी में पहली वनडे सीरीज, पहली टी-20 सीरीज, पहली त्रिकोणीय श्रंखला, और पहला एशिया भी जीत रखा है। रोहित ने अपनी कप्तानी में मुंबई इन्दिंस को तीन आईपीएल खिताब जीताए है, जिसमें 2015 के फाइनल में रोहित को मैन ऑफ़ द मैच का अवार्ड भी मिला था।
रोहित शर्मा का बल्ला फिर से जादू बिखेरने लगा है। रोहित शर्मा ने क्रिकेट जगत में एक के बाद एक ताबड़-तोड़ रिकार्ड बनाएं हैं। अभी जहां विराट कोहली और धोनी के बल्ले से भी उस स्तर के रन नहीं निकलें जितने रन रोहित ने बनाए है। इस वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा ने इस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को कई बार जीत हासिल कराई है। रोहित शर्मा क्रिकेट खिलाड़ियों में एक अहम स्थान रखते हैं। इस समय रोहित का सितारे बुलंदी पर हैं इनके आसानी से सफलता मिलती रहेगी। ये समय इनके पक्ष में हैं। वैसे तो रोहित शर्मा शांत स्वभाव के हैं लेकिन मैदान में इनका बल्ला बिल्कुल भी शांत नहीं रहता। ये अच्छे से जानते हैं कि किसी भी शॉर्ट्स को बेस्ट टाइमिंग और फील्डिंग के मद्देनजर कैसे खेला जाए।
खेल खूबियां
रोहित एक दाए (सीधे) हाथ के बल्लेबाज है और कभी-कभी राईट-आर्म ऑफ-ब्रेक बोलिंग (गेंदबाजी) भी कर लेते है। घरेलू क्रिकेट में मुंबई इंडियन्स के लिये खेलते है। आईपीएल में वे मुंबई इंडियन्स के कप्तान है। एक भारतीय क्रिकेटर है। रोहित एक दायें (सीधे) हाथ के बल्लेबाज है और कभी-कभी राईट-आर्म ऑफ-ब्रेक बोलिंग (गेंदबाजी) भी कर लेते है। घरेलू क्रिकेट में ये मुंबई इंडियन्स के लिये खेलते है और आई पी एल में ये मुंबई इंडियन्स के कप्तान है।
टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज रोहित शर्मा अपना जादू कायम रख पायेंगे, आईये रोहित शर्मा की कुंडली से जानने का प्रयास करते हैं-
रोहित शर्मा कुंड़ली
29 अप्रैल 1987, 12:00, नागपुर, महाराष्ट्र
जन्म समय के अभाव में हम इनकी चंद्र कुंडली का अध्ययन कर रहे हैं-
रोहित शर्मा की कुंडली में सूर्य उच्चस्थ होकर चंद्र और बुध के साथ स्थित है। मंगल द्वितीय भाव में, केतु छ्ठे भाव में शनि अष्टम भाव में और गुरु, शुक्र व राहु द्वादश भाव में मीन राशि में स्थित है। सूर्य का उच्चस्थ होकर चंद्रलग्न में स्थित होना, रोहित को आत्मविश्वासी बना रहा है। कुंड़ली में उच्च का सूर्य इनको सफलता के साथ ही यश-कीर्ति भी दे रहा है। जिस खिलाड़ी का आत्मविश्वास मजबूत हो, उस खिलाड़ी को तेज रन बना पाने से रोकना बालर के लिए सहज नहीं होता है। यही कारण है कि एक बार जब रोहित के बल्ले का जादू चलता है तो फिर इनके चौके छ्क्कों की बरसात को रोक पाना सहज नहीं होता है।
सूर्य-चंद्र की युति इन्हें मानसिक विकलता भी दे रही है। खास बात यह है कि इनका मंगल चतुर्थ दृष्टि से पंचम भाव को प्रभावित कर रहा है। पंचम भाव खेल और मनोरंजन का भाव होने और इस भाव पर राशिश मंगल का प्रभाव आने के कारण इनके खेल को मंगल की ऊर्जा, उत्साह और जोश भी प्राप्त हो रहा है, इसलिए रोहित फ्रीहेंड और पूरी शारीरिक क्षमता के साथ खेलते है। कुंडली की एक अन्य विशेषता यह है कि यहां कर्मेश शनि अपने से एकादश भाव में है और सप्तम दृष्टि से राशिश मंगल और पंचम भाव को अपना बल प्रदान कर रहे हैं। अत: कर्म भाव का सीधा संबंध पंचम भाव अर्थात खेलों से आ रहा है, शनि का कर्मेश होना इन्हें मेहनती भी बना रहा है।
चंद्र सूर्य के कृतिका नक्षत्र में स्थित होने के कारण इन पर सूर्य का प्रभाव सामान्य से अधिक है। कृतिका नक्षत्र के व्यक्तित्व के सभी गुण इनके स्वभाव और जीवन शैली में देखे जा सकते है। नक्षत्र प्रभाव ने इन्हें मध्यम कद, चौड़े कंधे तथा सुगठित मांसपेसियां दी। इन्हें बुद्धिमान, उत्तम सलाहकार, आशावादी व्यक्तित्व, कठिन परिश्रम और हठी स्वभाव भी दिया। वचन के पक्के रहने का गुण, और समाज सेवा की प्रवृति भी दी। कुछ अहंकार की भावना इन्हें अवश्य दी, जो सही नहीं। परिस्थितियों के अनुसार बदलते नहीं है। ईमानदारी से जीते हैं। सूर्य-बुध की युति इन्हें बुद्धिशाली और सोच समझ कर खिलने का गुण दे रही है।
इसके साथ शुक्र भी उच्च का है और गुरु स्वग्रह में है। इस स्थिति में हंस योग व मालव योग बनता हैं। कुंडली में उच्च का शुक्र मंगल के साथ मिलकर इनको लक्ष्मी योग दे रहा है। इनकी कुंड़ली में सूर्य, चंद्र और मंगल की शुभस्थिति इन्हें साहसी होने के साथ इनको निर्भीक व आत्मविश्वास से भरा बनाता है। आत्म विश्वास के कारण ही इन्होंने कम उम्र में ही क्रिकेट जगत में एक से एक रिकार्ड बनाएं। इनकी कुंडली में राहु के कर्क राशि में भ्रमण करने के कारण इनको मानसिक संघर्ष, बेचैनी व अशांति का सामना भी करना पडा। मानसिक हताशा के दौर में इनके करियर पर बुरा असर देखने को मिला। अब इनके ग्रह कहते है कि फिर से मैदान में रोहित अपना सिक्का मनवाएंगे। रोहित शर्मा की चंद्र कुंडली ज्योतिषी विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है कि विश्व क्रिकेट वर्ल्ड कप में इनका प्रदर्शन शानदार रहने के साथ साथ उपलब्धियां से भरा भी रहेगा।