पढ़ाई में आना है अव्‍वल या तेज करनी है याद्दाश्‍त, तो अभी पहन लें बुध का यह रत्‍न | Future Point

पढ़ाई में आना है अव्‍वल या तेज करनी है याद्दाश्‍त, तो अभी पहन लें बुध का यह रत्‍न

By: Future Point | 18-Jan-2023
Views : 1680पढ़ाई में आना है अव्‍वल या तेज करनी है याद्दाश्‍त, तो अभी पहन लें बुध का यह रत्‍न

रत्‍नों में इतनी ऊर्जा होती है कि वो आपके भाग्‍य को चमका सकते हैं और आपके जीवन की हर परेशानी को दूर कर सकते हैं। रत्‍नों में इतनी ताकत होती है कि इनके प्रभाव से जीवन की सारी मुश्किलें दूर हो जाती हैं, करियर और व्‍यापार में उन्‍नति मिलती है और सभी इच्‍छाओं की पूर्ति होती है। ज्‍योतिष में बुध ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है। यह कुंडली में बुध शुभ ग्रहों के साथ युति में है, तो इसके अच्‍छे प्रभाव मिलते हैं, वहीं अशुभ ग्रह के साथ होने पर यह भी अशुभ प्रभाव देना शुरू कर देता है। ज्‍योतिष शास्‍त्र में बुध को मिथुन और कन्‍या राशि का स्‍वामी बताया गया है। यह कन्‍या में उच्‍च और मीन राशि में नीच का माना जाता है। बुध के अशुभ प्रभावों को कम करने और इसकी शुभ कृपा पाने के लिए पन्‍ना रत्‍न पहनने की सलाह दी जाती है। इस रत्‍न में इतनी शक्‍ति और ऊर्जा होती है कि इससे बुध से संबंधित सभी परेशानियां नष्‍ट हो जाती हैं।

 

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पन्‍ना रत्‍न क्‍या है

पन्ना रत्न बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। इस रत्न को एमरैल्‍ड भी कहा जाता है। इस पत्थर को समृद्धि और संपन्‍नता का का कारक माना जाता है। उत्तम गुणवत्ता वाला पन्ना कोलंबिया में पाया जाता है। जाम्बिया में भी अच्‍छी क्‍वालिटी का पन्‍ना स्‍टोन मिलता है।

ऐसा माना जाता है कि पन्ना देवी शारदा के द्वार खोलता है इसलिए इसे गायकों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह बहुत कीमती पत्‍थर है।

जीवन पर बुध के प्रभाव

हिंदू ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क और मित्रता का कारक माना जाता है। वैदिक ज्योतिष में बुध को वाणी का कारक भी माना गया है। सूर्य और शुक्र बुध के मित्र हैं जबकि चंद्रमा और मंगल इसके शत्रु ग्रह हैं।

जिस जातक का बुध ग्रह लग्न भाव में स्थित होता है वह शारीरिक रूप से सुंदर होता है। जातक अपनी वास्तविक उम्र से काफी छोटा दिखता है और उसकी आंखें चमकदार होती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि जातक की कुंडली में लग्न में बुध हो तो जातक स्वभाव से ही तर्कशील, बौद्धिक रूप से समृद्ध और कुशल वक्ता होता है।

यदि किसी जातक की कुंडली में बुध ग्रह प्रभावी हो तो जातक की संवाद शैली कुशल होती है। इनकी बातों और तर्कों पर लोग आसानी से मोहित हो जाते हैं। बुध बली होने के कारण जातक बुद्धिमान होता है। ऐसे लोग धन और व्यापार के क्षेत्र में सफल होते हैं। इसके साथ ही ये लोग संचार के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाते हैं।

यदि बुध ग्रह जन्म कुंडली में नीच स्‍थान में बैठा है तो यह उस व्‍यक्‍ति के लिए क्रूर या पापी ग्रह का काम कर सकता है। इससे व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वह अपने विचारों को स्पष्ट रूप से रखने में असमर्थ होता है। पीड़ित बुध के प्रभाव से जातक को व्यापार में घाटा होता है।

 

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क्‍या है उपाय

बुध ग्रह के उपरोक्‍त दुष्‍प्रभाव को दूर करने, उससे बचने या कुंडली में बुध को मजबूत करने के लिए पन्‍ना रत्‍न धारण करने की सलाह दी जाती है।

एमरैल्‍ड स्‍टोन अच्छे स्वास्थ्य, धन और खुशी को बनाए रखने में मदद करता है। माना जाता है कि यह सांप के काटने की संभावना को भी कम करता है।

गर्भवती महिला के लिए यह बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इस स्‍टाने के प्रभाव से महिला को लंबे समय तक प्रसव पीड़ा नहीं झेलनी पड़ती है।

यह मानसिक तनाव को भी कम करता है और रक्त संचार को सामान्य रखता है। यदि पन्ना उपहार में दिया जाता है, तो यह विशेष रूप से मिथुन और कन्या राशि के लोगों के लिए सौभाग्य लेकर आएगा।

जो लोग हकलाने की समस्या से पीड़ित हैं और जिनका आत्मविश्वास कम है, वे भी इस रत्न को धारण कर सकते हैं क्योंकि यह उनके लिए लाभकारी होता है।

पन्‍ना स्‍टोन कितने रत्ती का पहनना चाहिए?

यदि आप पहली बार पन्ना रत्न धारण कर रहे हैं तो इसे 2 कैरेट से अधिक और 5 रत्ती से कम नहीं होना चाहिए। सर्वोत्तम परिणाम के लिए इसे सोने या चांदी में पहनना चाहिए। पन्ना धारण करने के 45 दिनों के भीतर अपना परिणाम दिखाना शुरू कर देगा और 3 साल तक यह प्रभावशाली रहेगा।

पन्‍ना रत्‍न पहनने की विधि

बुध ग्रह का रत्न पन्ना सोने की अंगूठी में छोटी उंगली में पहना जा सकता है। इसे पहनने से पहले अंगूठी को कच्चे दूध या गंगाजल में डालकर रख दें। बुध के मंत्र (ओम ब्रं बृं ब्रौं सः बुधाय नमः) का जाप करते हुए भगवान विष्णु को पीला फूल और अगरबत्ती की सुगंध अर्पित करें। इस मंत्र का जाप 108 बार करें। इसे बुधवार या आश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्रों के दौरान पहना जा सकता है।

 

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किसे नहीं पहनना चाहिए पन्‍ना स्‍टोन

ऐसा माना जाता है कि मेष, कर्क, धनु और मीन राशि के लोगों को कभी भी पन्ना नहीं पहनना चाहिए। चूंकि, इन राशियों का स्वामी ग्रह बुध नहीं है, इसलिए पन्ना इनके लिए अनुकूल नहीं होगा।

पन्ना रत्न धारण करने से सभी मानसिक विकारों से मुक्‍ति मिलती है। वैज्ञानिक, शिक्षक, इंजीनियर, लेखक, ज्योतिषी, चिकित्सा और प्रकाशन के क्षेत्र से जुड़े लोग इस स्‍टोन को पहन सकते हैं यह रत्न मन, तर्क शक्ति और आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाता है। इससे आलस्य, सिरदर्द, एकाग्रता की कमी, हताशा, बेचैनी, कान, नाक, गले आदि से संबंधित रोग जैसी बीमारियों से मुक्‍ति मिलती है।

पन्ना किस ग्रह के अशुभ प्रभाव और महादशा से राहत देता है?

यदि आपकी कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति कमजोर है तो पन्ना इस ग्रह को अतिरिक्त शक्ति और ऊर्जा दे सकता है। यदि छठे, आठवें या बारहवें भाव में बुध के साथ पाप ग्रह स्थित हों तो पन्ना रत्न धारण करने से प्रभाव को निष्क्रिय किया जा सकता है। अगर बुध की महादशा और अंतर्दशा चल रही है, तो उन्‍हें एमरैल्‍ड पहनने से लाभ होता है।

कौन-सी बीमारियां ठीक करता है?

जिन व्यक्तियों को वाणी से संबंधित समस्या है वे पन्ना रत्न धारण करने से इस समस्‍या को दूर कर सकते हैं। यह स्‍टोन पेट, गुर्दे, मस्तिष्क और कान से संबंधित बीमारियों को ठीक करने में भी सहायक है। हकलाने की समस्या से पीड़ित व्यक्ति पन्ना रत्न धारण करने से ठीक हो सकते हैं।

 

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