बुध का कन्या राशि में गोचर, जानें राशिनुसार आपके जीवन पर इसका प्रभाव
By: Future Point | 19-Aug-2022
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बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, तर्क शक्ति, गणित, व्यापार, ज्योतिष, लेखन, बहीखातों का रख-रखाव करने वाले, शिक्षक, पुस्तक- विक्रेता, संचार के साधन सांख्यिकी और यात्राओं का कारक माना गया है। कुंडली में बुध की शुभ स्थिति जातक को बुद्धिमान, तार्किक रूप से सशक्त और बोलचाल के मामले में बेहद निपुण बनाती है। ये व्यक्ति की हास्य कला में वृद्धि के साथ-साथ, व्यक्ति को जवान दिखने का आशीर्वाद भी देता है। बुध जिन्हें मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना जाता है उसे, ज्योतिष की दुनिया में काफी अहम स्थान प्राप्त है। बुद्ध की कृपा से ही जातक विद्वान होता है और संचार कौशल में बेहतर होता है। इसके अलावा जहाँ बुध ग्रह को कन्या राशि में उच्च का माना जाता है तो वहीं मीन राशि में बुध को नीच का माना गया है।
बुध ग्रह व्यापार और संचार के लिए प्रमुख कारक है। बुध इस अवधि में अपनी उच्च राशि कन्या में गोचर कर रहा है। ज्योतिष में बुध को देवताओं का दूत कहा जाता है और सभी प्रकार के संचार, स्पष्ट सोच, रचनात्मक कौशल, व्यावसायिक ज्ञान, यात्रा, सॉफ्टवेयर विशेषज्ञता, गणित और लेखा के ज्ञान पर प्रभाव डालता है। बुध हमारी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को प्रबंधित करने की क्षमता को भी नियंत्रित करता है। बुध को सूर्य के सबसे निकट का ग्रह माना जाता है और वैदिक ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। बुध को हिंदी भाषा में बुध कहा जाता है जिसका अर्थ है ज्ञान। हालांकि, जब बुध किसी चार्ट में कमजोर होता है, तो यह कमजोर पक्ष में होता है। यह किसी की बुद्धि को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है और यहां तक कि त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
बुद्धि, वाणी और तर्क शक्ति के कारक ग्रह बुध, 21 अगस्त 2022 रविवार को रात 02 बजकर 04 मिनट पर अपनी मित्र राशि सिंह से निकलकर, अपनी उच्च राशि कन्या में गोचर करते हुए 26 अक्टूबर 2022 को 13 बजकर 47 मिनट तक इसी स्थिति में रहेगा। ऐसे में बुध के इस संचरण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर कैसा रहेगा, आइये जानते हैं।
मेष राशि -
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से षष्ठम भाव में होगा। इस भाव से आपके शत्रु, रोग, मातृ पक्ष के लोग आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस भाव में बुध के गोचर के चलते कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में आपको मनमाफिक परिणाम मिल सकते हैं। जिससे आपके जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। इस अवधि में आपके शत्रु आप पर हावी नहीं हो पाएंगे। आपकी तार्किक क्षमता आपके विरोधियों को आपके सामने टिकने नहीं देगी। हालांकि किसी भी क्षेत्र में अच्छे फल पाने के लिए इस दौरान आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। आर्थिक पक्ष भी सामान्य रहने की उम्मीद है। बेवजह के खर्चे आपको मानसिक तनाव दे सकते हैं। जीवनसाथी के प्रति अपने दायित्वों को समझें। अगर उन्हें किसी तरह की परेशानी है और वो आपसे कहने में घबरा रहे हैं तो उनके साथ वक्त बिताकर उनके मन की बात जानने की कोशिश करें। जो जातक किसी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं उन्हें अधिक मेहनत करने की इस दौरान जरूरत है। इस गोचर के दौरान, कार्यरत जातकों की पदोन्नति और अतिरिक्त कार्य जिम्मेदारियाँ मिलने की प्रबल संभावनाएं हैं।
उपाय - प्रतिदिन गणेश मंत्र 'ॐ गं गणपतये नम:' का जाप करें।
वृष राशि -
वृषभ राशि के जातकों के शिक्षा, बुद्धि, और प्रेम के पंचम भाव में बुध ग्रह गोचर करेगा। इस राशि में बुध के गोचर से इस राशि के विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलेगा। नौकरी पेशा लोगों की आमदनी में बढ़ोत्तरी हो सकती है। आप एक शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में उभरेंगे और इस अवधि में अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे। यह चरण आपकी मौज-मस्ती का उपयोग करके व्यावसायिक उन्नति के लिए अनुकूल साबित होगा। आपको अपने सभी प्रयासों में अपने विकास को बढ़ाने के लिए इस समय का सदुपयोग करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आप इसमें सफल हो सकते हैं। इस समय के दौरान बुध की स्थिति आपको कई स्रोतों से अच्छा वित्तीय लाभ देगी और जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके परीक्षा में सफल होने की संभावना अधिक है। यदि आप कोई नई परियोजना या एक नया कोई आईडिया शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो ऐसा करने का यह सबसे अच्छा समय है।
उपाय - प्रतिदिन गाय की सेवा करें या घर में बनी पहली रोटी गाय को दें।
मिथुन राशि -
इस गोचर के दौरान, बुध आपकी राशि से चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे। पारिवारिक जीवन के लिए यह गोचर बहुत शुभ है। परिवार के लोगों के बीच इस समय सामंजस्य देखने को मिलेगा। परिवार की अच्छी स्थिति आप के अंदर जोश भरेगी और इसके चलते निजी जीवन में भी आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। इस गोचर के दौरान आपको अपने परिवार के लिए कोई नई संपत्ति या वाहन खरीदने का मौका मिल सकता है। हालांकि कोई भी फैसला लेने से पहले यह जरूर देख लें कि इससे आपकी आर्थिक स्थिति न बिगड़े। कार्यक्षेत्र में आप अपनी क्षमता का सही तरीके से इस्तेमाल कर पाएंगे। व्यावसायिक रूप से यह आपके लिए एक सकारात्मक अवधि होगी और आप पेशेवर मोर्चे पर समृद्ध होंगे। आपके सहकर्मी आपके करियर के प्रयासों का समर्थन करने में अत्यधिक सहयोग करेंगे और विदेशी संबंध बनाना भी इस अवधि में आपके लिए फायदेमंद साबित होने वाला है।
उपाय - बुधवार के दिन पन्ना रत्न धारण करें।
कर्क राशि -
कर्क राशि के जातकों के तृतीय भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से आपके पराक्रम, साहस, छोटे भाई-बहन आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर काल के दौरान आप भरपूर ऊर्जा से परिपूर्ण होंगे और आपके आसपास की चीजों और कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे। पारिवारिक जीवन में भी आप अपने छोटे भाई-बहनों के साथ बेहतर संबंधों का आनंद लेते हुए, उनके साथ किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। अपने दोस्तों और करीबियों के बीच आपकी लोकप्रिय बढ़ेगी, जिसके परिणामस्वरूप आप उनके साथ हंसी-मजाक करते हुए उनका दिल जीत पाने में सक्षम होंगे। इस समय आपकी अभिव्यक्ति भी बेहतर होगी, और लोग आपकी सलाह और मार्गदर्शन लेते दिखाई देंगे। वो जातक जो दूरसंचार, पत्रकारिता, परिवहन और मीडिया उद्योग से जुड़े हैं, बुध देव उन्हें बेहतर संचार कौशल देते हुए, शुभ फल प्रदान करेंगे। अगर आपके पिता जॉब करते हैं तो उन्हें प्रगति मिलने के पूरे आसार हैं, हालांकि उनकी सेहत में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
उपाय - मूंगा के गौरी गणेश को पूजा के स्थान पर रखें, और नित्य पूजा करें।
सिंह राशि -
बुध देव आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। यह भाव आपकी वाणी, धन, परिवार आदि का होता है। बुध के गोचर काल के दौरान आप परिवार के बीच ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएंगे। परिवार में आपकी स्थितियों में भी काफी सुधार होगा और आप अपने परिवार के साथ कुछ नई गतिविधियों और कार्यों में शामिल होंगे। आप अपनी जिम्मेदारियों को बहुत आसानी से पूरा करने में सक्षम होंगे। आर्थिक जीवन के लिहाज से, यह समय आपके लिए शुभ रहेगा। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। नौकरी पेशा जातकों को भी, इस अवधि के दौरान वेतन वृद्धि या उच्च प्राप्त होने के कई अच्छे अवसर मिलेंगे। वहीं व्यापार से जुड़े जातकों के लिए भी, समय उत्तम और समृद्ध दिखाई दे रहा है। क्योंकि इस समय वो अच्छा मुनाफा कमाएंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। संभावनाएं अधिक है कि आप इस अवधि में, एक से ज़्यादा स्रोतों से कमाई कर सकेंगे। ऐसे में आप इस बेहतर समय का लाभ उठाते हुए, दीर्घकालिक निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आपने पूर्व में कोई निवेश किया था तो, उससे भी आपको अच्छा मुनाफ़ा होगा।
उपाय - सूर्य को अर्घ्य दें और प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करें।
कन्या राशि -
बुध का गोचर आपके लग्न भाव में हो रहा है, इसलिए बाकी राशियों की तुलना में इस गोचर का प्रभाव आप पर सबसे ज्यादा पड़ने वाला है। बुध के आपके लग्न भाव में गोचर के चलते, आप अपने प्रयासों में उत्कर्ष होंगे। साथ ही आपकी कड़ी मेहनत और प्रयासों में भी, आपको अपार सफलता की प्राप्ति होगी। आप अपनी मेहनत और अच्छी कार्य क्षमता से अपनी प्रोफाइल को बेहतर कर, करियर में वृद्धि कर सकेंगे। वो जातक जो टीचिंग और लेखन संबंधित क्षेत्रों से जुड़े हैं, उनके लिए अवधि विशेष शुभ रहेगी। पारिवारिक जीवन आनंदमय रहेगा और आप लंबे समय से लंबित पारिवारिक यात्रा की योजना भी बना सकते हैं। सेहत के लिहाज से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत रहेगा। ग्रहों की स्थिति आपको शारीरिक गतिविधि के माध्यम से अपने मन को केन्द्रित करने के लिए प्रेरित कर सकती है। छात्रों में संचार कौशल और तर्कशक्ति में वृद्धि होगी। इससे आपको दूसरों से जुड़ने में मदद मिलेगी।
उपाय - प्रतिदिन गणेश मंत्र का जाप करें।
तुला राशि -
बुद्धि दाता ग्रह बुध का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में हो रहा है। बुध देव के गोचर की ये अवधि सबसे अधिक यात्रा और पर्यटन से जुड़े लोगों केलिए अनुकूल रहेगी, क्योंकि आप अपने साथ नए ग्राहक जोड़ते हुए व्यवसाय में विस्तार कर सकेंगे। अन्य व्यापारियों को भी इस दौरान कार्य क्षेत्र से जुड़ी कई यात्राएं करनी होगी और ये यात्राएं आपकी योजनाओं में सार्थक परिणाम लेकर आएंगी। यदि आप किसी मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं या विदेश से जुड़ा कोई व्यापार करते हैं तो, आपके लिए भी समय भाग्य का साथ लेकर आने वाला है। क्योंकि इस दौरान आपका भाग्य चमकेगा और आप अपने लिए नए स्रोत अर्जित करने में सफल रहेंगे, जिससे सकारात्मक रूप से आपके कार्य में वृद्धि होगी। सामाजिक स्तर पर आपको संभलकर चलना होगा, विवाद की स्थिति बन सकती है। इस गोचर की अवधि में इस राशि के कुछ जातक विदेश यात्रा पर भी जा सकते हैं।
उपाय - शुक्रवार के दिन शुक्र की होरा में ओपल रत्न सोने की अंगूठी में मध्यमा ऊँगली में धारण करें।
वृश्चिक राशि -
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। इस भाव से लाभ, बड़े भाई-बहन, इच्छाओं, मित्र आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर के दौरान नौकरी पेशा लोगों को अच्छे फल मिलने की पूरी उम्मीद है। आपकी आय में इस दौरान वृद्धि हो सकती है। जो इच्छाएं आपने दिल में दबाकर रखीं थी वो भी इस अवधि में पूरी हो सकती हैं। इस भाव में बुध का गोचर, आपको विभिन्न स्रोतों से धन लाभ होने के योग बनाएगा। कुछ जातकों को अपने दोस्तों और करीबियों से धन प्राप्ति भी हो सकेगी। इस अवधि में आप अपनी आय में, विविधता लाने और अच्छा निवेश करने में सफल रहेंगे। आप अपने दोस्तों के साथ समय बिताते हुए, उनका सहयोग भी प्राप्त कर सकेंगे। क्योंकि इस दौरान आपके दोस्त विश्वसनीय होंगे, जिससे आप उनके साथ मिलकर अच्छा लाभ अर्जित करेंगे। छात्रों की एकाग्रता में इज़ाफा होगा। आप इस दौरान उन विषयों में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं जिनमें आप कमजोर हैं। नयी चीजों को सीखने में आपकी रूचि बढ़ेगी।
उपाय - अपने पूजा स्थल पर पारद शिव लिंग की स्थापना करें।
धनु राशि -
बुध ग्रह आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से हम समाज में आपकी स्थिति, पिता के साथ आपके संबंध और करियर के बारे में विचार करते हैं। इस गोचर के दौरान नई नौकरी मिलने या नया व्यवसाय शुरू करने की प्रबल संभावना है। हालाँकि, आपको सफलता लाने के लिए न केवल पूरी तरह से अपने किस्मत पर निर्भर रहना चाहिए, बल्कि इसके लिए आपको अपनी कड़ी मेहनत और प्रयास भी करने की सलाह दी जाती है। आप जो भी काम करने जा रहे हैं, उसके लिए आपके लिए खुद पर विश्वास और पूर्ण विश्वास होना बहुत जरूरी है। आप किसी नए सौदे या डील को भी फाइनल कर सकते हैं जो आपकी आर्थिक स्थिति को सुधारने वाला साबित होगा। कुल मिलाकर धन और आर्थिक स्थिति के लिहाज़ से समय शानदार और शुभ रहने वाला है। पारिवारिक जीवन में थोड़ी बहुत नोक झोक हो सकती है। समस्याओं का समाधान निकालने के लिए प्रयास करें।
उपाय - गरीबों, मजदूरों और भिखारियों को भोजन दान करें।
मकर राशि -
इस गोचर की अवधि के दौरान, बुध आपकी राशि से नवम भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से हम धर्म, भाग्य और गुरु या गुरुतुल्य लोगों के साथ आपके संबंधों के बारे में विचार करते हैं। इस भाव में बुध के गोचर से आपको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। किस्मत का साथ इस दौरान आपके साथ रहेगा। धन लाभ के योग बन रहे हैं। सामाजिक स्तर पर आपका कद बढ़ेगा। आपकी स्पष्टवादिता आपको लोकप्रिय बनाएगी। अपने ज्ञान का सही इस्तेमाल आप इस दौरान कर पाएंगे। इस दौरान धर्म से जुड़ी बातें आपको आकर्षित करेंगी और आप किसी आध्यात्मिक गुरु के संपर्क में भी आ सकते हैं। गोचर के दौरान विदेश यात्रा के भी योग बनेंगे। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। पिता के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। शादीशुदा लोगों के लिए यह गोचर शुभ है। उच्च शिक्षा के लिए यह समय अच्छा साबित होगा। आपका उन्नत तर्क आपको वांछित परिणाम प्राप्त करने में मदद करेगा। आपकी ऊर्जा का स्तर हर समय ऊंचा रहेगा।
उपाय - प्रतिदिन दुर्गा कवच का जाप करें।
कुम्भ राशि -
इस गोचर के दौरान बुध ग्रह आपकी राशि से अष्टम भाव में संचरण करेंगे। अष्टम भाव में बुध का यह गोचर पीएचडी, दार्शनिक और शोधकर्ता की पढ़ाई करने वाले जातकों के लिए अनुकूल रहेगा। बुध के गोचर के दौरान आपको धन से जुड़े मामलों में सतर्कता से चलना होगा। छोटी सी भूल भी आपको नुक्सान पहुंचा सकती है। कारोबारी किसी तरह की गुप्त संधि इस दौरान कर सकते हैं। इस राशि के कुछ जातकों को अचानक लाभ होने की भी संभावना है। सेहत के प्रति आपका ढुलमुल रवैया आपको परेशानी दे सकता है। सेहत में सुधार करने के लिए आपको शारीरिक रूप से सक्रिय होना पड़ेगा। इसके लिए आप सुबह-शाम सैर पर जा सकते हैं या घर पर रहकर व्यायाम कर सकते हैं। त्वचा से संबंधित कोई बीमारी है तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। वाणी में मिठास बनाए रखने की इस समय कोशिश करें। छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए अपनी मेहनत बढ़ानी होगी।
उपाय - अच्छे स्वास्थ्य की दृष्टि से शनिवार के दिन 7 मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
मीन राशि -
बुध देव का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। इस भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है और इस भाव से जीवन में होने वाली साझेदारियों, व्यापार और आयात-निर्यात के बारे में विचार किया जाता है। सप्तम भाव में बुध के गोचर के साथ यह आपके आर्थिक विकास के लिए अच्छा रहेगा और यह समय आपके लिए शुभ साबित होगा और इस दौरान आपके जीवन में अच्छी बातें भी घटित होंगी। आप अपने साथी के साथ बेहद ही भावुक और मृदुभाषी होंगे और आप ऐसी गतिविधियों में ज्यादा से ज्यादा शामिल होंगे जिससे आपको खुशियाँ हासिल होंगी।इस अवधि के दौरान पारिवारिक जीवन में आपको अपने परिवार से ज़रूरी सहयोग मिलेगा, जिससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यदि आप पार्टनरशिप में व्यापार करते हैं तो, संभावना अधिक है कि आपको शुभ फल मिले। क्योंकि इस समय आपके और साझेदार के संबंध बेहतर होंगे, इससे आप अपने व्यवसाय में विस्तार और विकास के लिए भौतिक और रचनात्मक योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर सकेंगे।
उपाय - श्रीसूक्तम और शिवपंचाक्षरी स्त्रोत्र का जाप करें।