ऐसे जान सकते हैं करियर के किस क्षेत्र में मिलेगी सफलता
By: Future Point | 22-Oct-2018
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ज्योतिषशास्त्र के अनुसार हमारी जन्मकुंडली हमारे जीवन का आईना होती है। कुंडली के आधार पर बड़ी आसानी से इस बात का पता लगाया जा सकता है कि आपके भविष्य में क्या होने वाला है। सबसे बड़ी बात जन्मकुंडली आपके जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे करियर आदि के बारे में बता सकती है।
हमारे जन्म की तिथि और समय के आधार जन्मकुंडली का निर्माण किया जाता है और इसमें ग्रहों की दशा और चाल देखकर ये समझा जा सकता है कि भविष्य में हम क्या करेंगें। करियर की गणना भी जन्मकुंडली के आधार पर की जा सकती है।
अगर आप अपने करियर को सही दिशा में लेकर जाना चाहते हैं तो इस काम में ज्योतिष आपकी मदद कर सकता है। ज्योतिषशास्त्र की सहायता से आप जान सकते हैं कि आपको किस क्षेत्र में करियर बनाने से सफलता मिलेगी और कौन-सा क्षेत्र आपके लिए बिलकुल भी शुभ नहीं है। आपके व्यक्तित्व और क्षमता के आधार पर आपके करियर का क्षेत्र चुनने की सलाह दी जाती है।
ग्रहों की गणना
जन्मकुंडली में ग्रहों के आधार पर इस बात का पता लगाया जा सकता है कि आप किस क्षेत्र में नौकरी करेंगें या कौन-सा क्षेत्र आपके लिए सफलता लेकर आएगा। सरकारी नौकरी के योग के बारे में भी जन्मकुंडली में ग्रहों की दशा से पता लगाया जा सकता है। कुंडली में कुल 12 भाव होते हैं और इनमें से 10वां भाव कर्म का भाव कहलाता है। दसवें घर में स्थित ग्रहों के आधार पर करियर और नौकरी की संभावनाओं के बारे में पता लगाया जा सकता है।
इंजीनियर बनाने वाले ग्रह
ज्योतिष में सूर्य, मंगल और शनि को क्रूर ग्रह माना गया है एवं राहू-केतु को छाया ग्रह। अगर इन ग्रहों का पंचम भाव या इसके स्वामी से कोई संबंध हो तो वह जातक तकनीक क्षेत्र में अपना करियर बनाता है। दसवें घर या दसवे भाव के स्वामी से मंगल, शनि एवं राहू-केतु का कोई संबंध हो तो व्यक्ति इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है।
डॉक्टर बनाने वाले ग्रह
सूर्य देव को स्वास्थ्य का कारक माना गया है। वहीं मंगल साहस और बल एवं कार्यकुशलता प्रदान करता है। बृहस्पति को ज्ञान का देवता माना गया है। अगर कुंडली में ये तीनों ग्रह सूर्य, मंगल और गुरु मजबूत हों तो वह व्यक्ति डॉक्टर बन सकता है। ये तीनों ग्रह जातक को डॉक्टर बनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
न्याय का क्षेत्र
अगर आप वकील या न्यायाधीश बनना चाहते हैं तो आपकी कुंडली का नवम यानि धर्म भाव इस बारे में बताता है। नीति-नियम और न्याय प्रियता का कारक षष्टम भाव को माना जाता है। दशम भाव के स्वामी का नवम या षष्ठ भाव से संबंध होने पर जातक वकील बनता है। दशम भाव में न्याय के देवता शनि उच्च स्थान में बैठे हों या गुरु उच्चस्थ हो या दशम भाव या दशमेश से दृष्टि युति संबंध हो तो वह व्यक्ति वकील बन सकता है।
व्यापारी बनाने वाले ग्रह
सूर्य, चंद्रमा और मंगल ग्रह की स्थिति के आधार पर जातक के व्यवसायी बनने के बारे में जाना जा सकता है। बुध को व्यापार का कारक माना गया है। जन्मकुंडली में प्रबल धन योग हो तो वह व्यक्ति व्यापारी बनता है।
सेना या पुलिस के क्षेत्र में
मंगल ग्रह को बल, पराक्रम एवं साहस का प्रतीक माना गया है। सेना या पुलिस के क्षेत्र के लिए इस ग्रह की स्थिति देखी जाती है। अगर कुंडली में मंगल बली हो तो वह व्यक्ति सेना या पुलिस में नौकरी करता है। दशमेश या दशमेश का नियंत्रण मंगल व्यक्ति को सेना या पुलिस में नौकरी दिलवाता है।
सीए बनाने वाले ग्रह
बुध का संबंध व्यापारिक खातों और गुरु का संबंध उच्च शिक्षा, परामर्श एवं मंत्रणा से होता है। अगर कुंडली में बुध और गुरु बली होकर दशम भाव से संबंध रखते हों तो वह व्यक्ति सीए बनता है। दूसरे भाव का संबंध वित्त और वित्तीय प्रंबंध से होता है।
बैंक में नौकरी
बुध, गुरु और द्वितीयेश का दृष्टि युति संबंध दशम भाव या दशमेश से होने पर जातक बैंक में नौकरी करता है। ये वित्त प्रबंधक और लेखाकार बनने की ओर प्रेरित करता है। दशम भाव, पंचम भाव, बुध या दूसरे भाव से संबंधित हो तो वह व्यक्ति लेखाकार बनता है।
करियर रिपोर्ट
अगर आप अपने करियर को सही दिशा देना चाहते हैं और करियर के क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं तो आपके इस सपने को करियर रिपोर्ट द्वारा पूरा किया जा सकता है। करियर रिपोर्ट में आपके करियर के क्षेत्र की संभावनाओं के बारे में बताया जाएगा। Future Point के अनुभवी ज्योतिषी भी आपके लिए आपकी जन्मकुंडली के आधार पर करियर रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं।
इस करियर रिपोर्ट में आपको उन क्षेत्रों के बारे में बताया जाएगा जिनमें आपको सफलता मिल सकती है। साथ ही ज्योतिषाचार्य आपको रत्नसलाह एवं उपाय आदि का परामर्श भी देंगें।