वृश्चिक राशि के लिए केतु गोचर राशिफल 2019
Scorpio
वृश्चिक राशि
केतु आपके दूसरे भाव में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान धन के प्रवाह पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। आर्थिक मामलों को लेकर सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। पैसों के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतें। इस समय धन से संबंधित कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें। सेहत को लेकर अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। शांत रहें और धैर्य से काम लें। अपने से बड़े या प्रतिष्ठित लोगों से बात करते समय अपने शब्दों का ध्यान रखें। कटु वाणी ना बोलें। अगर आप लापरवाही बरतते हैं तो आपको आर्थिक क्षेत्र में मुश्किलों के साथ-साथ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
आय में कमी आ सकती है जिस वजह से आप तनाव में भी आ सकते हैं। इसका नकारात्मक असर आपकी नौकरी या व्यवसाय पर भी पड़ेगा। खुद को किसी भी तरह के झगड़े से दूर रखें। अपनी वाणी में मधुरता बनाए रखें वरना आपके बोलने के गलत तरीके से झगड़ा हो सकता है। इस समय पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण रहेगा। केतु के गोचर के कारण ऐसी परिस्थिति भी आ सकती है जब आपको अपने परिवार से दूर रहना पड़े। इस गोचर काल के दौरान अचानक से खर्चों में बढ़ोत्तरी होगी। पैसे उधार लेने और देने से बचें। इस गोचर के समय में आपको धन के मामलों में बहुत सतर्क रहना है।
आपको संयुक्त परिवार में रहने से लाभ होगा। प्रॉपर्टी आदि से भी लाभ मिल सकता है। विदेशियों या किसी अनजान शख्स से फायदा होने की प्रबल संभावना है। बिजनेस पार्टनर चुनते समय सावधानी बरतें। लंबी यात्रा का असर सेहत पर पड़ सकता है। काम पर ध्यान दें और धैर्य का साथ ना छोड़ें। इस गोचर के दौरान आपकी असफलताओं का श्रेय आपकी आलस करने की आदत को दिया जाएगा। आगे बढ़कर सफलता पाने में रुकावटें आएंगीं। अध्यात्म में रूचि बढ़ने की वजह से आप मानसिक रूप से शांत और स्थिर महसूस करेंगें वरना दिमाग में कोई ना कोई परेशानी चलती रहेगी।
निजी जीवन और करियर के लिए ये समय मुश्किल रहेगा। आप इस समय जो भी प्रयास करेंगे वो विफल हो जाएंगें। इसका बुरा असर आपके आत्मविश्वास पर भी पड़ सकता है। कुल मिलाकर ये समय आपके लिए चुनौतीपूर्ण होगा। केतु एक छाया ग्रह है और अमूमन इसे कुप्रभाव के लिए ही जाना जाता है। गोचर काल के दौरान केतु आपके जीवन में परेशानियां खड़ी करेगा लेकिन अगर आप इन मुश्किलों का डटकर सामना करते हैं तो आप एक बेहतर और मजबूत इंसान बन पाएंगे। केतु के गोचर में अपनों से दूर ना हों और अपनी वाणी पर भी नियंत्रण रखें।
उपाय : नीले रंग के फूलों का दान करें।