Vrishchik Saptahik Rashifal - साप्ताहिक वृश्चिक राशिफल - वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

साप्ताहिक राशिफल (वृश्चिक राशि)

weekly_rashifal

सप्ताह के शुरुआत में आपके वैवाहिक जीवन के आनंद, प्रेम वृद्धि, पारिवारिक वातावरण, परिवार में आपसी सद्भाव, आपसी लगाव और पारिवारिक शांति में सुधार होगा। अविवाहित लोगों के विवाह संबंधी योजनाओं पर विचार-विमर्श होगा। इस अवधि के दौरान साझेदारी उपक्रमों को बेहतर करने के आपके प्रयास उत्तम रहेंगे। सप्ताह के मध्य समय में आपको मानसिक अशांति के कारण हताशा और निराशा का अनुभव होगा। आपको अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। अपने आत्मविश्वास को उच्च रखना होगा अन्यथा आपकी कार्यकुशलता प्रभावित हो सकती है। सप्ताहांत के दिनों में आपके किसी पर्यटन स्थल या तीर्थ यात्रा पर जाने की योजना बन सकती है। सप्ताहांत में आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। इससे आपकी प्रतिष्ठा भी बेहतर होगी। आसपास के लोगों, मित्रों, सास-ससुर, रिश्तेदारों और भार्इ-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा।

और अधिक जानकारी के लिये आज ही हमारे ज्योतिषाचार्यों से परामर्श करें और पाएँ १०% की छूट

वृश्चिक राशि के सामान्य गुण

भौतिक लक्षण वृश्चिक राशि

मध्यम कद, सुडौल शरीर और अंग, चौड़ा चेहरा, घुंघराले बाल, श्याम वर्ण, उन्नत ठोड़ी।

अन्य गुण :

स्पष्टवादी, निडर, रूखा व्यवहार। उत्तम मस्तिष्क, बुद्धिमान, इच्छाशक्ति से युक्त। शब्दों का उत्तम चुनाव करते हैं। अन्य लोगों के मामलों में दखल नहीं देते हैं। अक्सर तानाशाह होते हैं, कभी थकान नहीं होती। जब तक आश्वस्त न हो जाएं कि उनका विषय का ज्ञान सर्वोच्च कोटि का है, मुह नहीं खोलते। वार्तालाप और लेखन में दक्ष होते हैं, अपने बुद्धिबल के सहारे रहते हैं। उच्चकोटि की प्रशासनिक क्षमता और आत्मविश्वास से युक्त होते हैं। गुप्त रूप से अपराध करने में सक्षम होते हैं। परिश्रम और साहस के बल पर धनार्जन करते हैं। स्वयं के बल पर सफल होते हैं। सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय होते हैं। समाज में सलाहकार/नेता बनते हैं। सेना और पुलिस में सफलतापूर्वक कार्य करते हैं, इनके बहुत से शत्रु होते हैं। मौलिक अनुसंधान में चतुर होते हैं। अकेले रहकर बेहतर कार्य करते हैं। मैदान के खेलों के शौकीन होते हैं। संगीत, कला, नृत्य आदि में प्रवीण होते हैं। पराविद्या में रूचि होती है। काम-वासना अधिक होती है, साथी को पशु की तरह प्रयोग करते हैं।

संभाव्य रोग वृश्चिक राशि :

गुप्त रोग, प्रोस्टेंट ग्रंथि, पित्ताशय आदि के रोग आयु के 29 से 45 वर्ष सौभाग्यशाली होते हैं। 62 से 71 वर्ष की आयु में गंभीर व्याधि होती है या ऑपरेशन होता है।

अशुभ वर्ष वृश्चिक राशि :

11, 28, 38, 52, 62

छेद या बिल वाला स्थान, विष, शीर्षोदय राशि, चौड़ी, फैली हुई आंखें तथा छाती। बाल्यावस्था में बीमार, क्रूर कामों में रुचि, साहसी, सहनशक्ति, प्रबन्धक, स्त्री राशि होती है।

वृश्चिक राशि के उपयुक्त व्यवसाय

सेना, रक्षा, रेलवे, दूरसंचार, नौसेना, बीमा, चिकित्सा, मैकेनिकल और मशीनरी

वृश्चिक राशि की मित्र राशि

कर्क, सिंह, धनु, मीन, मेष राशि

वृश्चिक राशि का तत्व

पानी

वृश्चिक राशि का संबद्ध चक्र

मणिपुर