केतु - योगी का हठ योग या अनुयायी की अंधश्रद्धा
ज्योतिष शास्त्रों में केतु को मंगल के समान कहा गया है। केतु रचनात्मक शक्ति, कुछ करने की ऊर्जा, प्रत्येक स्थिति में धन कमाने की क्षमता, सब पर परोपकार, सरल जीवन शैली, मन से सन्यासी, विषयों का गूढ़ ज्ञान, विपत्ति को अवसर में बदलने की क्षमता।
आचार्या रेखा कल्पदेव | 01-Mar-2024 1334